Gorakhpur: निर्माणाधीन ओवरब्रिज की गर्डर गिरने से एसएसबी निरीक्षक की मौत, एक घायल

Gorakhpur: निर्माणाधीन ओवरब्रिज की गर्डर गिरने से एसएसबी निरीक्षक की मौत, एक घायल

Gorakhpur: गोरखपुर के चिलुआताल थाना क्षेत्र के नखाहा जंगल रेलवे स्टेशन के पास स्थित निर्माणाधीन ओवरब्रिज के पास गुरुवार सुबह लगभग 9:40 बजे एक गंभीर दुर्घटना घटी। इस दुर्घटना में एसएसबी के एक निरीक्षक की मौत हो गई, जबकि उनके साथ सवार एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसा उस समय हुआ जब भारी लोहे की गर्डर को हाइड्रा क्रेन द्वारा उठाया जा रहा था, तभी अचानक चेन टूट गई और गर्डर गिर पड़ी। इस हादसे ने न केवल पुलिस प्रशासन बल्कि इलाके के लोगों को भी झकझोर कर रख दिया।

घटना के समय एसएसबी निरीक्षक विजेन्द्र सिंह कोठारी (उम्र करीब 45 वर्ष) अपने साथी मनय कूंडू के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर निर्माणाधीन ओवरब्रिज के पास से गुजर रहे थे। अचानक गर्डर गिरने से वे उसकी चपेट में आ गए और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। वहीं, मनय कूंडू, जो उनके साथ बाइक पर थे, गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया।

Gorakhpur: निर्माणाधीन ओवरब्रिज की गर्डर गिरने से एसएसबी निरीक्षक की मौत, एक घायल

इस दुर्घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, आरपीएफ और जीआरपीएफ के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया। अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षक के शव को कब्जे में लिया और उसे पोस्टमॉर्टम के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज भेजा। वहीं, घायल मनय कूंडू को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल की हालत गंभीर बताई जा रही है, लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि उनकी स्थिति में सुधार है।

निर्माणाधीन ओवरब्रिज में सुरक्षा व्यवस्था की कमी

यह दुर्घटना निर्माणाधीन ओवरब्रिज के पास हुई, जहां निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा था। चश्मदीदों का कहना है कि निर्माण स्थल पर उचित सुरक्षा उपायों की कमी थी। सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस क्षेत्र में सड़क पर कोई बैरिकेडिंग (बाड़) की व्यवस्था नहीं थी, जिससे यह दुर्घटना हुई। अगर बैरिकेडिंग की व्यवस्था होती, तो शायद यह हादसा टल सकता था।

गौरतलब है कि यह ओवरब्रिज गोरखपुर के महत्वपूर्ण इलाकों में से एक है, जहां भारी वाहनों की आवाजाही भी रहती है। ऐसे में निर्माण कार्य के दौरान सड़क पर कोई सुरक्षा प्रबंध न होना बड़ी लापरवाही का संकेत है। अधिकारियों को इस दिशा में सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस प्रकार के हादसों से बचा जा सके।

स्थानीय पुलिस और प्रशासन का रुख

घटना के बाद पुलिस प्रशासन ने घटनास्थल का दौरा किया और पूरी स्थिति का जायजा लिया। गोरखपुर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस हादसे में कोई साजिश नहीं है, बल्कि यह निर्माण कार्य के दौरान हुई तकनीकी खराबी का परिणाम था। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और मामले की जांच जारी है।

इस दुर्घटना के कारण, निर्माण कार्य में शामिल कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की संभावना है, क्योंकि सुरक्षा नियमों का पालन न करने के कारण यह हादसा हुआ। वहीं, यह भी देखा गया है कि निर्माण स्थलों पर कभी-कभी सुरक्षा के पर्याप्त उपाय नहीं होते, जो इस तरह की दुर्घटनाओं को जन्म देते हैं।

साथी अधिकारी ने की दुखद श्रद्धांजलि

एसएसबी के एक अधिकारी ने बताया कि निरीक्षक विजेन्द्र सिंह कोठारी एक ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी थे, जिनकी सेवाओं को हमेशा याद किया जाएगा। उनके साथ हुई यह घटना एसएसबी परिवार के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है। इस दुखद हादसे पर सभी एसएसबी कर्मियों ने शोक व्यक्त किया है और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है।

इस दुर्घटना ने निर्माण कार्यों में सुरक्षा मानकों की अनदेखी और लापरवाही को उजागर किया है। जब भी सार्वजनिक निर्माण कार्य किए जाते हैं, तो यह सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है कि सुरक्षा उपायों का पालन पूरी तरह से किया जाए ताकि किसी की जान जोखिम में न पड़े। गोरखपुर में हुई इस दुर्घटना के बाद निर्माण स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठ रहे हैं। प्रशासन को चाहिए कि इस घटना से सीख लेकर आगे से इस तरह की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।

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