Gorakhpur News: बुधवार की रात Gorakhpur के मझिगांवा गांव में एक दर्दनाक घटना सामने आई जब 36 वर्षीय जीउत बंधन गुप्ता ने कर्ज और वित्तीय दबाव के कारण फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिवार वालों के अनुसार वह लंबे समय से मानसिक तनाव में थे और लगातार बढ़ते कर्ज को लेकर परेशान थे।
जीउत बंधन गुप्ता ने परिवार का भरण-पोषण और बच्चों की पढ़ाई के लिए कुछ साल पहले किराने की दुकान शुरू की थी। इसके लिए उन्होंने जान-पहचान के लोगों से ब्याज पर पैसा लिया था। समय पर भुगतान न हो पाने के कारण ब्याज बढ़ता गया और परेशानी भी बढ़ती गई। कर्ज के बोझ से छुटकारा पाने के लिए उन्होंने एक समूह के माध्यम से माइक्रो फाइनेंस कंपनियों से भी लोन लिया। लेकिन इन कंपनियों की किश्तें और एजेंटों की रोजाना पूछताछ ने उनकी मानसिक स्थिति और भी बिगाड़ दी। तनाव दिन-ब-दिन बढ़ता गया और जीने की उम्मीद कम होती गई।
जीउत कर्ज चुकाने की उम्मीद में सिकंदराबाद भी गए लेकिन वहां कोई बड़ा काम हाथ नहीं लगा। वह इस साल जनवरी में गांव लौट आए जहां उनकी पत्नी रेखा बच्चों के साथ दुकान संभाल रही थी। लेकिन दुकान से इतनी कमाई नहीं हो रही थी कि पूरे घर का खर्च चल सके या कर्ज चुका सकें।
परिवार के अनुसार एजेंट और साहूकार बार-बार घर आकर दबाव बना रहे थे जिससे जीउत पूरी तरह टूट गए। बुधवार रात उन्होंने कमरे में फांसी लगा ली और जब पत्नी ने दरवाजा खोला तो वह फंदे से लटके मिले। अब पत्नी रेखा और बच्चे पूरी तरह बेसहारा हो गए हैं और पूरे गांव में शोक का माहौल है।