Gorakhpur: गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (GIDA) में नए औद्योगिक इकाइयों के लिए भूमि बैंक बढ़ाने की प्रक्रिया जल्द शुरू होने जा रही है। सरकार ने GIDA द्वारा भेजे गए प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए 481 करोड़ रुपये की राशि को स्वीकृति दी है। इसमें से 400 करोड़ रुपये की राशि पहले ही जारी की जा चुकी है। GIDA प्रबंधन जल्द ही किसानों से बातचीत करके लगभग 531 एकड़ भूमि खरीदने की प्रक्रिया शुरू करेगा।
औद्योगिक निवेश का नया वातावरण
गोरखपुर में परिवर्तित पर्यावरण के बाद, उद्यमी यहां निवेश करने की इच्छा जता रहे हैं। हर महीने नई कंपनियाँ GIDA प्रबंधन से संपर्क कर रही हैं। पानी की बोतल बनाने वाली कंपनी बिसलेरी ने अपने प्लांट की स्थापना की योजना बनाई है, वहीं कोका कोला की बोतल बनाने वाली कंपनी एक प्लास्टिक पुनर्चक्रण इकाई स्थापित करने की योजना बना रही है। इसके अलावा, कुछ अन्य कंपनियों ने भी भूमि की आवश्यकता जताई है, जिसके लिए GIDA आवेदन आमंत्रित करेगा।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का विकास
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे लगभग तैयार है। इसके बाद, औद्योगिक कॉरिडोर के दोनों तरफ विकास प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्राधिकरण ने पहले ही इस क्षेत्र में 250 एकड़ से अधिक भूमि खरीद ली है। अब बजट मिलने के बाद, भूमि खरीदने की प्रक्रिया को नए सिरे से शुरू किया जाएगा।
भूमि खरीद प्रक्रिया की शुरुआत
GIDA द्वारा प्राप्त बजट से भूमि खरीद की दूसरी चरण की प्रक्रिया भगवानपुर गांव में शुरू होगी, जहाँ 94.587 हेक्टेयर यानी लगभग 233 एकड़ भूमि खरीदी जाएगी। इसी तरह, तालनवार में भी खरीद प्रक्रिया शुरू होगी, जहाँ पहले चरण में 50 हेक्टेयर यानी 123 एकड़ भूमि खरीदने का लक्ष्य है। भिटी रावत गांव में पहले चरण के तहत 28 एकड़ भूमि की भी खरीद होगी। GIDA माही गांव में भी दूसरी चरण की खरीद प्रक्रिया शुरू करेगा, जहाँ 123 एकड़ भूमि खरीदी जाएगी।
वर्तमान भूमि बैंक की स्थिति
वर्तमान में GIDA के पास लगभग 450 एकड़ भूमि बैंक मौजूद है, जिससे नए इकाइयों के लिए आवंटन प्रक्रिया भी शुरू होने जा रही है। औद्योगिक कॉरिडोर में विकसित किए जा रहे प्लास्टिक पार्क में लगभग आधी भूखंडों की खरीद की जा चुकी है और यहाँ विकास कार्य अंतिम चरण में है। इसके साथ ही, धुरीपर में सेक्टरवार विकास की रूपरेखा तैयार की गई है। GIDA यहाँ 5500 एकड़ में एक औद्योगिक नगर विकसित करने जा रहा है।
इलेक्ट्रॉनिक सिटी और अन्य परियोजनाएं
GIDA द्वारा प्रस्तावित इस औद्योगिक नगर में इलेक्ट्रॉनिक सिटी विकसित करने की योजना है। इसके अलावा, अदानी समूह द्वारा यहाँ एक सीमेंट निर्माण इकाई स्थापित की जाएगी, जिसके लिए समूह को धुरीपर चीनी मिल के पास 65 एकड़ भूमि दी जा रही है। टेक्टोप्लास्ट भी यहाँ एक इकाई स्थापित करने की तैयारी कर रहा है।
स्थानीय विकास की दिशा में कदम
इस नए औद्योगिक विकास की दिशा में उठाए गए कदमों से गोरखपुर में औद्योगिक विकास को एक नई गति मिलेगी। इस प्रकार की पहल न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगी, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेगी। GIDA द्वारा प्रस्तावित योजनाएं, अगर सफल होती हैं, तो गोरखपुर को एक महत्वपूर्ण औद्योगिक केंद्र के रूप में स्थापित कर सकती हैं।
भविष्य की योजनाएं
GIDA के मास्टर प्लान को जल्द ही GIDA बोर्ड से मंजूरी मिलेगी। वर्तमान में तीन गांवों में भूमि खरीद शुरू हो गई है, जिसमें आधुनिक औद्योगिक सुविधाओं का विकास किया जाएगा। इसके अलावा, गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा औद्योगिक इकाइयों की स्थापना और विस्तार के लिए की गई पहलों का क्षेत्रीय विकास पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
गोरखपुर के औद्योगिक कॉरिडोर में भूमि बैंक बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा स्वीकृत 481 करोड़ रुपये की राशि इस क्षेत्र के विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी। इससे न केवल नए उद्योगों की स्थापना में मदद मिलेगी, बल्कि यह गोरखपुर को औद्योगिक निवेश के लिए एक आकर्षक स्थान के रूप में प्रस्तुत करेगा। स्थानीय निवासियों को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे, जो अंततः क्षेत्र की आर्थिक समृद्धि में योगदान देंगे। GIDA की यह पहल गोरखपुर के विकास की दिशा में एक सकारात्मक कदम है, जो आने वाले दिनों में उद्योगों और उद्यमियों को आकर्षित करेगी।