Basti News: करवा चौथ के पावन अवसर पर रविवार को महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुखमय वैवाहिक जीवन के लिए निर्जला व्रत रखेंगी। इस विशेष दिन के लिए तैयारियाँ पूरी हो चुकी हैं और शहर भर में उत्साह का माहौल है। शनिवार को पूरे दिन बाजारों में महिलाओं की भारी भीड़ देखने को मिली। बाजार में इतनी भीड़ थी कि खड़े होने की भी जगह नहीं मिल रही थी।
गांधीनगर और अन्य स्थानों पर लगे मेहंदी के स्टॉल्स पर रात तक महिलाओं का आना-जाना लगा रहा। कुछ महिलाएं अपने पति का पूरा नाम हाथों पर लिखवाती नजर आईं, तो कुछ अपने पति के नाम का पहला अक्षर ही लिखवाकर अपनी उत्सुकता जाहिर कर रही थीं।
करवा चौथ के रंग में रंगी महिलाएं
विवाहित महिलाओं के साथ-साथ युवा महिलाएं भी इस त्यौहार के रंग में पूरी तरह रंगी नजर आईं। वे भी अपनी बहनें और माताओं के साथ खरीदारी करने पहुंची थीं। पुरानी बस्ती, मंगल बाजार, गांधी नगर समेत मुख्य बाजारों में हलचल बनी रही। कपड़ों की दुकानों में भी महिलाओं की भीड़ दिखाई दी। इस दौरान कुछ महिलाएं अपने पतियों से वीडियो कॉल पर परामर्श करती नजर आईं। वे अपने पतियों को मोबाइल के कैमरे से सूट के अलग-अलग डिजाइनों को दिखा रही थीं और उनके पसंदीदा कपड़ों को चुन रही थीं।
सिविल लाइंस की रहने वाली रंजनी देवी, आवास विकास कॉलोनी की कोमल, पुराना डाकखाना की वंदिता गुप्ता, अंजलि शर्मा, कीर्ति शर्मा समेत अन्य महिलाएं पक्के बाजार में पहुंचीं। उन्होंने बताया कि वे इस दिन का बेसब्री से इंतजार कर रही थीं।
करवा चौथ की तैयारी में बाजारों में भीड़
शनिवार को सुबह से ही बाजारों में चहल-पहल शुरू हो गई थी। महिलाओं ने करवा चौथ की पूजा के लिए विशेष रूप से साड़ियों, चूड़ियों, बिंदी, सिंदूर और पूजा सामग्री की खरीदारी की। सुहागिन महिलाएं लाल और पारंपरिक परिधानों की ओर अधिक आकर्षित दिखीं। मंगलसूत्र, बिछिया, पायल जैसी सुहाग की वस्तुओं की मांग भी बाजार में काफी रही। पक्के बाजार से लेकर गांधी नगर तक हर दुकान पर भीड़ लगी रही।
महिलाओं ने इस दिन के लिए अपने हाथों पर मेहंदी भी लगवाई। मेहंदी स्टॉल पर कलाकारों ने तरह-तरह के डिजाइन बनाए, जिनमें कुछ महिलाओं ने अपने पति का पूरा नाम लिखवाया, तो कुछ ने पति के नाम का पहला अक्षर ही लिखवाया। इस त्यौहार की खासियत यह है कि महिलाएं इसे अपनी शादीशुदा जिंदगी के सुख और समृद्धि के प्रतीक के रूप में देखती हैं। करवा चौथ के दिन महिलाएं उपवास रखती हैं और रात को चांद देखकर अपने पति के हाथ से पानी पीकर व्रत तोड़ती हैं।
डिजिटल युग में बदली परंपराएँ
इस बार की करवा चौथ की तैयारी में एक नई बात देखने को मिली। कई महिलाएं अपने पति की पसंद जानने के लिए वीडियो कॉल का सहारा ले रही थीं। वे अलग-अलग डिजाइन के सूट और साड़ियाँ दिखाकर अपने पति की राय ले रही थीं। यह डिजिटल युग की एक झलक है, जहां दूर बैठे पति भी अपनी पत्नियों की खरीदारी का हिस्सा बन रहे हैं।
आवास विकास कॉलोनी की कोमल ने बताया, “मेरे पति काम के सिलसिले में दूसरे शहर में हैं, लेकिन उन्होंने वीडियो कॉल पर सूट पसंद करवाया। यह बहुत खास अनुभव रहा, क्योंकि वे दूर होते हुए भी मेरे इस खास दिन का हिस्सा बन सके।”
बाजारों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
करवा चौथ के मौके पर बाजारों में उमड़ी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। पुलिस बल की तैनाती की गई थी ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो। ट्रैफिक व्यवस्था को भी सुचारु रूप से चलाने के लिए अतिरिक्त कर्मियों की तैनाती की गई।
इसके साथ ही, दुकानदारों ने भी ग्राहकों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था की थी। कई दुकानों पर डिजिटल भुगतान की सुविधा उपलब्ध थी, ताकि भीड़भाड़ के बीच भी खरीदारी में आसानी हो सके। इसके अलावा, मेहंदी के स्टॉल्स पर भी डिजिटल भुगतान की सुविधा दी गई थी, जिससे महिलाओं को ज्यादा परेशानी न हो और वे आराम से अपनी पसंदीदा मेहंदी लगवा सकें।
त्यौहार की तैयारी में खुशी का माहौल
महिलाओं में करवा चौथ के प्रति जोश और उत्साह साफ तौर पर देखा जा सकता था। रंजनी देवी, जो सिविल लाइंस की निवासी हैं, ने बताया कि “मैं इस दिन का सालभर इंतजार करती हूं। करवा चौथ का व्रत मेरे लिए सिर्फ एक धार्मिक परंपरा नहीं है, बल्कि यह मेरे पति के प्रति मेरे प्रेम और समर्पण का प्रतीक है।”
वहीं, पुरानी बस्ती की रहने वाली अंजलि शर्मा ने कहा, “करवा चौथ मेरे लिए बहुत खास है। यह दिन मेरे और मेरे पति के बीच के रिश्ते को और मजबूत बनाता है। मैं इस व्रत को पूरे विधि-विधान से करती हूं और इसका पालन करने में मुझे बहुत खुशी मिलती है।”
व्रत की परंपरा
करवा चौथ की परंपरा कई सदियों पुरानी है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और अच्छे स्वास्थ्य के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। यह व्रत सूर्योदय से शुरू होता है और चंद्रमा के दर्शन के बाद ही इसे तोड़ा जाता है। महिलाएं इस दिन बिना पानी पिए उपवास रखती हैं और रात्रि में चंद्रमा को अर्घ्य देकर ही व्रत का समापन करती हैं।
करवा चौथ के व्रत को सुहागिन महिलाओं के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। माना जाता है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से विवाहित जीवन में सुख और समृद्धि आती है। इसके साथ ही, यह व्रत पति-पत्नी के रिश्ते को और भी गहरा और मजबूत बनाता है।