समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष Akhilesh Yadav ने मोदी सरकार पर पहलगाम आतंकी हमले को लेकर तीखा हमला किया। लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि देश के सामने सबसे बड़ा सवाल यह है कि आतंकवादी हमारे घर में कैसे घुस आए। उन्होंने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह सरकार की बड़ी विफलता है।
अखिलेश यादव ने कहा कि हम मांग करते हैं कि पीड़ित परिवारों को 10-10 करोड़ रुपये मुआवजा दिया जाए। इसके साथ ही, उन्हें सरकारी नौकरी भी दी जाए। उनका कहना था कि जब इतनी बड़ी घटना घटित हो सकती है तो सरकार को पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। पीड़ित परिवारों के लिए इस तरह के मुआवजे से ही उनके दुःख का कुछ इलाज किया जा सकता है।
खुफिया विभाग और सुरक्षा बलों की नाकामी
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि खुफिया विभाग पूरी तरह से नाकाम हो चुका है। सुरक्षा बल समय पर घटनास्थल पर नहीं पहुंचे। उन्होंने कहा कि यह सब किसी से छिपा नहीं है, हर बच्चा यह जानता है कि सरकार ने पूरी तरह से सुरक्षा को लेकर लापरवाही बरती। उनका कहना था कि पुलवामा के साथ पहलगाम हमला भी सरकार की नाकामी का ही परिणाम है।
शिक्षा और रोजगार पर सरकार की विफलता
अखिलेश यादव ने राज्य सरकार पर शिक्षा में राजनीतिक हस्तक्षेप का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि युवतियों के लिए माहौल असुरक्षित हो गया है और फीस लगातार बढ़ रही है। इसके साथ ही, शिक्षा का निजीकरण हो रहा है। इसके अलावा, उन्होंने रोजगार की कमी को लेकर भी सरकार की आलोचना की। उनका कहना था कि इस सरकार ने रोजगार के अवसर पैदा करने में पूरी तरह से असफलता पाई है।
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार संविधानिक अधिकारों को कमजोर कर रही है और आरक्षण नीतियों में छेड़छाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि जब सरकार ने संविधान में दिए गए सभी अधिकारों को समय पर नहीं दिया है तो यह आरक्षण में बदलाव करने की कोशिश कर रही है। इस प्रकार की नीतियों से गरीब और वंचित वर्ग को अधिकार मिलने में मुश्किल हो रही है।