UP News: उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक व्यक्ति को अपने फ्लैट में ‘गांजा’ की खेती करते हुए गिरफ्तार किया गया है। यह मामला इस वजह से चौंकाने वाला है, क्योंकि इस व्यक्ति ने बेहद आधुनिक कृषि प्रणाली का इस्तेमाल करते हुए इस अवैध कार्य को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और इस संबंध में जांच शुरू कर दी है।
आधुनिक कृषि पद्धति से की जा रही थी गांजे की खेती
मंगलवार को पुलिस ने इस पूरे मामले की जानकारी दी। पुलिस के अनुसार, आरोपी का नाम राहुल चौधरी है और वह उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले का निवासी है। राहुल चौधरी ने अपने फ्लैट में पिछले छह महीनों से गांजे की खेती की थी। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने अपने फ्लैट में एक अत्याधुनिक कृषि प्रणाली का इस्तेमाल किया था, जिससे वह गांजे के पौधों को सफलतापूर्वक उगाने में सफल हो पाया। यह कृषि प्रणाली इस अवैध कार्य को पूरी तरह से छिपाकर करने में सहायक साबित हुई, क्योंकि फ्लैट के अंदर इसकी कोई जानकारी नहीं मिल पाई थी।
पुलिस ने बताया कि आरोपी के फ्लैट से 80 गांजे के पौधे और दो किलो से ज्यादा गांजा बरामद किया गया है। इस फ्लैट का स्थान ग्रेटर नोएडा के एक ऊंची इमारत की दसवीं मंजिल पर था। राहुल चौधरी को पुलिस ने बेतार-2 इलाके के पी-3 राउंडअबाउट के पास गिरफ्तार किया।
गांजे की खेती के लिए इस्तेमाल की जा रही आधुनिक तकनीक
पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने गांजे की खेती के लिए एक खास तरह की तकनीक अपनाई थी। इसमें हाइड्रोपोनिक्स (Hydroponics) तकनीक का इस्तेमाल किया गया था, जो बिना मिट्टी के पौधों को उगाने का एक आधुनिक तरीका है। इस पद्धति में पौधों को पानी और पोषक तत्वों से जड़ी जलवायु प्रणाली में उगाया जाता है। राहुल ने इसे पूरी तरह से छिपाकर अपनी फ्लैट में स्थापित किया था ताकि पुलिस या किसी अन्य को इस अवैध काम की भनक न लगे।
गांजे की खेती के लिए इस प्रकार की आधुनिक प्रणाली का इस्तेमाल करना यह दिखाता है कि कैसे अपराधी अब उच्च तकनीकी उपायों का इस्तेमाल करके अपनी गतिविधियों को छुपाने का प्रयास कर रहे हैं। फ्लैट के भीतर इस प्रकार की खेती करना यह साबित करता है कि अपराधियों ने अपनी हरकतों को छिपाने के लिए आधुनिक तकनीकों का सहारा लिया था।
पिछले दिनों दिल्ली से भी गांजा बरामद हुआ
यह घटना महज एक उदाहरण नहीं है, बल्कि इससे पहले भी भारत में इस प्रकार की अवैध गतिविधियों का सामना पुलिस कर चुकी है। हाल ही में दिल्ली के स्वरूप नगर इलाके में पुलिस ने एक ट्रक से 787 किलो गांजा बरामद किया था। ट्रक उत्तर प्रदेश का रजिस्ट्रेशन नंबर लिए हुए था और उसमें गांजा छिपाकर ले जाया जा रहा था। पुलिस ने ट्रक को रोका और उसकी तलाशी लेने पर उसमें यह बड़ी मात्रा में गांजा मिला। पुलिस ने इस मामले में आरोपी मोहम्मद जबीर को गिरफ्तार किया, जो उत्तर प्रदेश के बरेली का निवासी था।
ग्रेटर नोएडा के इस मामले से यह साफ हो जाता है कि अपराधी अब आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करके अवैध कामों को अंजाम दे रहे हैं, और इन पर नियंत्रण पाना पुलिस के लिए चुनौती बन गया है। पुलिस की जांच इस मामले में जारी है, और उम्मीद की जा रही है कि आरोपी के अन्य साथियों का भी पता लगाया जाएगा। इसके अलावा, समाज में इस प्रकार की घटनाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाना भी आवश्यक है ताकि भविष्य में ऐसी अवैध गतिविधियों को रोका जा सके।