UP by-election: गाज़ियाबाद उपचुनाव 2024 में, उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, जिसमें गाज़ियाबाद के सदर विधानसभा क्षेत्र भी शामिल है। लेकिन सुबह 9 बजे तक गाज़ियाबाद सदर विधानसभा क्षेत्र में सबसे कम मतदान देखने को मिला और मतदान केंद्रों पर अभी भी सन्नाटा था। ऐसे में ABP न्यूज़ की टीम ने इस क्षेत्र के मतदाताओं से मिलकर जानने की कोशिश की कि आखिर मतदान केंद्रों पर मतदाता क्यों नहीं पहुँच रहे हैं।
मतदान न होने के कारण
गाज़ियाबाद में मतदान की धीमी गति के कई कारण सामने आए हैं। कुछ मतदाताओं ने प्रदूषण को कारण बताया। उनका मानना था कि प्रदूषण के कारण लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। वहीं, कुछ लोग यह भी मानते हैं कि मतदान केंद्र दूर होने के कारण बुजुर्ग मतदाता मतदान करने नहीं पहुँच पा रहे हैं। इसके अलावा, युवा वर्ग को कामकाजी दिन होने के कारण छुट्टी नहीं मिली है और वे मतदान के लिए नहीं आ सके हैं।
प्रदूषण और दूर मतदान केंद्रों का असर
जानकारी के मुताबिक, इस उपचुनाव में मतदान केंद्रों पर भीड़ कम है क्योंकि आज छुट्टी नहीं है। गाज़ियाबाद क्षेत्र का बाजार मंगलवार को बंद रहता है, लेकिन आज बाजार खुला हुआ है, ऐसे में व्यापारी और दुकानदार दो दिन की छुट्टी लेने के पक्ष में नहीं हैं। वहीं, दिल्ली और नोएडा में काम करने वाले युवाओं के पास भी कोई छुट्टी नहीं है और प्रशासन द्वारा भी कोई छुट्टी की घोषणा नहीं की गई है, जिसके कारण युवा मतदान के लिए नहीं आ पा रहे हैं।
बुजुर्गों की परेशानी और प्रदूषण का प्रभाव
कई मतदाताओं का कहना था कि मतदान केंद्र दूर होने के कारण बुजुर्ग मतदान के लिए नहीं पहुँच पा रहे हैं। साथ ही, सुबह के समय धुंध और धुएं का असर भी साफ देखा गया, जिससे प्रदूषण के कारण कई लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। इस प्रदूषण के कारण लोगों ने मतदान करने में रुचि नहीं दिखाई और यह धीमी मतदान दर का एक बड़ा कारण बन गया है।
क्या है प्रशासन का जवाब?
प्रशासन का कहना है कि उन्होंने मतदान को लेकर सभी तैयारियाँ पूरी की थीं, लेकिन जो कारण सामने आए हैं, उनमें से प्रदूषण और कामकाजी दिन के चलते मतदान में कमी आई है। प्रशासन ने अपील की है कि लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करें और चुनाव में हिस्सा लें। साथ ही, प्रशासन ने यह भी कहा कि वे लोगों के वोटिंग के लिए और सुविधाएँ उपलब्ध कराएंगे।
क्या है आगे की स्थिति?
गाज़ियाबाद में मतदान की धीमी गति को देखते हुए प्रशासन ने अतिरिक्त प्रयास करने का वादा किया है। इसके अलावा, सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा और सुविधाओं को सुनिश्चित किया जाएगा ताकि लोग बिना किसी परेशानी के अपने वोट डाल सकें। अब यह देखना होगा कि क्या गाज़ियाबाद में वोटिंग की गति बढ़ पाती है या नहीं।
इस उपचुनाव के दौरान, गाज़ियाबाद में मतदान के कारणों को लेकर चर्चा बनी रही है और यह चुनावी प्रक्रिया पर एक नई रोशनी डालने का काम करेगा।