Gorakhpur-Varanasi चार लेन परियोजना के तहत बरहलगंज बाईपास पर स्थित सरयू पुल के दूसरी लेन पर नए साल से वाहनों का संचालन शुरू हो जाएगा। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के अधिकारियों का दावा है कि इस पुल का निर्माण कार्य 31 दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा।
सरयू पुल पर दोनों लेन चालू होने से मिलेगी राहत
18 अप्रैल से पुल के एक लेन पर वाहनों का संचालन हो रहा है, लेकिन दूसरी लेन चालू होने के बाद यातायात जाम से राहत मिलेगी। इसके साथ ही गोरखपुर से मऊ, वाराणसी और अन्य जिलों की यात्रा भी सुगम हो जाएगी।
सात साल के इंतजार के बाद पूरा हुआ बड़ा हिस्सा
गोरखपुर से बरहलगंज तक 65.620 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कार्य अब लगभग पूरा हो गया है। परियोजना के तहत सरयू पुल की दूसरी लेन भी लगभग तैयार हो चुकी है, और बचे हुए कार्य को अगले महीने तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
यात्रा में सुधार: जाम की समस्या होगी खत्म
अब तक पुल की दूसरी लेन के अभाव में कुछ वाहन पटना तिराहा और दोहरीघाट पुल होकर यात्रा करते थे। इस मार्ग की संकीर्णता के कारण अक्सर जाम की समस्या होती थी। लेकिन अब, दोनों लेन चालू होने के बाद इस समस्या का समाधान हो जाएगा।
छह मंदिर और मकान बने बाधा
हालांकि, गोरखपुर-वाराणसी चार लेन सड़क के निर्माण कार्य को अभी भी छह मंदिरों और मकानों की बाधा का सामना करना पड़ रहा है। NHAI परियोजना निदेशक ललित प्रताप पाल ने अक्टूबर में जिला प्रशासन को इस संबंध में पत्र लिखा था। लेकिन, अभी तक इन बाधाओं को हटाया नहीं जा सका है।
यदि ये बाधाएं 10 दिसंबर तक नहीं हटाई गईं, तो निर्माण कार्य अधूरा छोड़ दिया जाएगा, जिससे परियोजना को पूरा करना मुश्किल हो जाएगा। वहीं, जिलाधिकारी कृष्ण करुणेश ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही इन बाधाओं को दूर किया जाएगा।
बिस्तौली में दुर्गा मंदिर स्थानांतरित नहीं
परियोजना निदेशक के अनुसार, बांसगांव के बिस्तौली खुर्द में चार लेन के पास स्थित दुर्गा मंदिर को स्थानांतरित करने के लिए NHAI ने लंबे समय पहले धनराशि जारी कर दी थी। नया मंदिर भी बनकर तैयार है, लेकिन संरक्षक की हठ के कारण पुराना मंदिर खाली नहीं किया जा रहा है। इसके चलते 70 मीटर की सर्विस लेन और नाली का निर्माण कार्य रुका हुआ है।
गोला में शिव मंदिर बना अड़चन
गोल्हा तहसील के फरसाद में शिव मंदिर को स्थानांतरित करने के लिए ग्राम सभा में जमीन उपलब्ध नहीं कराई गई है। यहां 10 मीटर की सर्विस लेन और नाली का काम मंदिर के स्थानांतरित न होने के कारण रुका हुआ है।
बांसगांव में मकान बने बाधा
बांसगांव के हाटा बुजुर्ग में माकर्णडे यादव ने मुआवजा लेकर नए मकान का निर्माण कर लिया है, लेकिन चार लेन पर स्थायी अतिक्रमण कर लिया है। इसके चलते 20 मीटर की सर्विस लेन और नाली का काम रुका हुआ है।
बइदौली में संबंधित भूमि मालिक ने 5.43 लाख रुपये का मुआवजा लेने के बावजूद मकान नहीं हटाया, जिससे 20 मीटर का कार्य अभी तक अधूरा है।
पेड़ों की मिल्कियत पर विवाद
सोकहना में ग्रामसभा की 0.001 हेक्टेयर भूमि पर दो सरकारी आम के पेड़ों की मिल्कियत को लेकर विवाद चल रहा है। इस विवाद के चलते सर्विस लेन और नाली का काम रुका हुआ है।
सदर तहसील में मुआवजे को लेकर विरोध
सदर तहसील के जंगल सोहस कुंवारी में स्थानीय भूमि मालिक ने मुआवजे के विरोध में नाली निर्माण कार्य रोक दिया है। बिना प्रशासनिक सहयोग के इस समस्या का समाधान संभव नहीं है।
परियोजना का आंकलन
- सड़क की लंबाई: 65.620 किलोमीटर
- मंजूर लागत: 1030 करोड़ रुपये
- जारी धनराशि: 982.61 करोड़ रुपये
- खर्च की गई धनराशि: 972.12 करोड़ रुपये
- प्रगति: 65 किलोमीटर
- प्रगति प्रतिशत: 96%
- कार्य प्रारंभ: 10 अप्रैल 2017
- निर्धारित समाप्ति तिथि: 31 दिसंबर 2024
यात्रियों को होगा फायदा
सरयू पुल पर दोनों लेन चालू होने के बाद अब बरहलगंज, दोहरीघाट जाने वाले लोग पुराने रास्ते से जाएंगे, जबकि मऊ और वाराणसी जाने वाले यात्री बरहलगंज बाईपास का इस्तेमाल कर सकेंगे।
इस परियोजना के पूरा होने से गोरखपुर से वाराणसी तक की यात्रा आसान, तेज और जाम मुक्त होगी। हालांकि, बाधाओं को समय रहते दूर करना जरूरी है, ताकि निर्धारित समयसीमा में परियोजना पूरी हो सके।