Gorakhpur में एक अजीबोगरीब चोरी का मामला सामने आया है, जिसमें चोरों ने एक पर्शियन बिल्ली को चुरा लिया। मालिक, जो अकेले घर में रहती है, इस घटना के बाद पूरी तरह से सदमे में है और अपने प्यारे पालतू जानवर के बिना उसे न तो खाने का मन है और न ही पीने का। यह घटना गोरखपुर के राजघाट क्षेत्र में घटित हुई, जहां सुमन यादव नामक महिला ने अपने प्यारे पालतू जानवर, जो कि एक पर्शियन बिल्ली थी, को खो दिया। सुमन यादव ने इस घटना के बाद पुलिस स्टेशन में चोरी की रिपोर्ट दर्ज करवाई और खुद भी अपने पालतू जानवर की तलाश में पड़ोस में घूमने लगी।
प्यारी पर्शियन बिल्ली का खो जाना
सुमन यादव, जो अकेले घर में रहती हैं, ने अपने पति के घर छोड़ने और बेटी के दिल्ली में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के बाद अपने अकेलेपन को दूर करने के लिए एक पर्शियन बिल्ली खरीदी थी। उन्होंने अपनी प्यारी बिल्ली का नाम “गुल्ली” रखा था। सुमन और गुल्ली के बीच इतनी गहरी दोस्ती हो गई थी कि वे दोनों एक-दूसरे के बिना नहीं रह सकते थे। गुल्ली केवल सुमन के हाथों से ही खाना खाती और पानी पीती थी। दोनों की दोस्ती इस हद तक बढ़ गई थी कि सुमन गुल्ली के बिना सो भी नहीं पाती थी।
सुमन यादव, जो टुर्कमणपुर में अकेले रहती हैं, आंगनवाड़ी में शिक्षिका हैं। उनका पति उमेश यादव 18 साल पहले घर छोड़कर कहीं चला गया था, और तब से उसका कुछ पता नहीं चला। सुमन की बेटी अंशु यादव दिल्ली में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही है। नौ महीने पहले, सुमन ने 22 हजार रुपये खर्च करके गुल्ली को खरीदी थी, और तब से उनकी जिंदगी गुल्ली के आसपास घूमने लगी थी।
चोरी की घटना का खुलासा
सुमन यादव ने बताया कि 5 नवंबर को जब वह अपनी ड्यूटी के बाद दवा लेने के लिए घर से बाहर गईं, तो उन्होंने घर का गेट बंद किया था। लेकिन जब वह शाम को छह बजे वापस आईं, तो देखा कि गेट की ग्रिल टूटी हुई थी और घर के अंदर गुल्ली की बालियां बिखरी पड़ी थीं। सुमन ने पहले तो यह सोचा कि गुल्ली कहीं बाहर खेल रही होगी, लेकिन जब वह घर के अंदर गई, तो उन्होंने गुल्ली को कहीं नहीं पाया। इसके बाद उन्होंने आसपास के इलाकों में गुल्ली की खोज शुरू की, लेकिन गुल्ली का कोई सुराग नहीं मिला।
सुमन को इस बात का शक हुआ कि शायद उसके पड़ोसियों के परिवार ने उसकी प्यारी बिल्ली को चोरी कर लिया है। इस शंका के बाद, उन्होंने पुलिस स्टेशन में चोरी की रिपोर्ट दर्ज करवाई।
पुलिस की जांच और सुमन की तलाश
सुमन यादव ने राजघाट पुलिस स्टेशन में चोरी की शिकायत दर्ज करवाई और साथ ही उन्होंने खुद भी गुल्ली की तलाश शुरू कर दी। वह दिन-रात अपने प्यारे पालतू जानवर की तलाश में आसपास के इलाकों और घरों में घूम रही हैं। पुलिस भी इस मामले की जांच में जुटी हुई है और चोरों को पकड़ने के लिए प्रयास कर रही है।
सुमन ने बताया कि वह और गुल्ली एक-दूसरे के बिना नहीं रह सकते थे। अब उनके लिए यह स्थिति बहुत ही कठिन हो गई है। उनके लिए गुल्ली केवल एक पालतू जानवर नहीं, बल्कि एक दोस्त की तरह है। वह गुल्ली की वापसी का इंतजार कर रही हैं और उन्हें उम्मीद है कि पुलिस जल्दी ही उसे ढूंढ निकालेगी।
इसी तरह की चोरी की घटनाएं गोरखपुर में पहले भी हो चुकी हैं
यह पहली बार नहीं है जब गोरखपुर में इस तरह की घटना हुई हो। दो महीने पहले, गोरखपुर के कैंट क्षेत्र में एक रिटायर्ड डीआईजी की बिल्ली भी चोरी हो गई थी। उस मामले में चोरों ने उनका पालतू जानवर उनकी घरेलू कामवाली से चुराया था। पुलिस ने CCTV कैमरे की फुटेज देखने के बाद कामवाली को गिरफ्तार किया था और उसके घर से बिल्ली को बरामद किया था।
इसी तरह, नेपाल के पूर्व चुनाव आयुक्त की बिल्ली भी दो साल पहले रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर नौ से गायब हो गई थी। लंबे समय तक ढूंढने के बावजूद, वह बिल्ली नहीं मिल सकी। इसके बाद स्टेशन पर गायब बिल्ली के पोस्टर लगाए गए थे और जो भी व्यक्ति उसे ढूंढकर लाएगा, उसे इनाम देने की घोषणा की गई थी, लेकिन उस बिल्ली का कुछ पता नहीं चल सका।
क्या है सुमन की स्थिति?
सुमन यादव के लिए यह स्थिति बहुत ही कठिन हो गई है। वह अपनी प्यारी गुल्ली के बिना न तो खा पा रही हैं और न ही पी पा रही हैं। उनकी सारी दिनचर्या अब बदल चुकी है, और वह बस अपने पालतू जानवर की वापसी की दुआ कर रही हैं। सुमन का कहना है कि वह गुल्ली के बिना अकेली महसूस करती हैं और उसे ढूंढने के लिए वह कोई कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहती हैं।
आगे की रणनीति
पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और चोरों को पकड़ने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है। गोरखपुर पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है और इस चोरी का पता लगाने के लिए सभी प्रयास कर रही है। पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि वे इस मामले में तेजी से कार्यवाही करेंगे और दोषियों को गिरफ्तार करेंगे।
सुमन यादव भी पुलिस के साथ मिलकर लगातार अपनी प्यारी गुल्ली की तलाश में जुटी हुई हैं। वह उम्मीद करती हैं कि उनका पालतू जानवर जल्द ही वापस लौटेगा। पुलिस की जांच और सुमन की मेहनत से यह मामला सुलझने की उम्मीद जताई जा रही है।
गोरखपुर में इस तरह की चोरी की घटनाएं पालतू जानवरों के प्रति लोगों की मानसिकता को दर्शाती हैं। ऐसे मामलों में पालतू जानवरों की चोरी केवल एक अपराध नहीं है, बल्कि एक इंसान की भावनाओं और रिश्तों के साथ खिलवाड़ भी है। सुमन यादव की कहानी ने यह साबित कर दिया कि पालतू जानवर हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन जाते हैं, और उनके बिना जीवन अपूर्ण सा महसूस होता है।
सुमन यादव की उम्मीद है कि जल्द ही उनका प्यारा गुल्ली उनके पास लौटेगा और उनकी जिंदगी फिर से खुशहाल हो जाएगी।