Gorakhpur के शहीद अशफाकुल्ला खान प्राणी उद्यान (जू) में राज्य का पहला हाथी बाड़ा तैयार हो चुका है। इस बाड़ा का निर्माण राज्य में अपनी तरह का पहला कदम है, जो हाथियों के लिए विशेष रूप से डिजाइन किया गया है। फिलहाल, इस बाड़ा का पहला चरण पूरा कर लिया गया है, और गंगा राम नामक हाथी को दिसंबर माह के अंत तक यहां लाने की योजना है। इस बाड़ा को दो हिस्सों में बांटकर विकसित किया जाएगा, जिनमें से पहले का काम पूरा हो चुका है।
गंगा राम का इतिहास
गंगा राम ने 15 फरवरी 2023 को मोहम्मदपुर माफी, चिलौतल में आयोजित एक यज्ञ के दौरान कलश यात्रा में भाग लिया था। इस दौरान गंगा राम गुस्से में आ गए थे और उन्होंने दो महिलाओं और एक चार वर्षीय बच्चे को अपनी सूंड से लपेटकर उन्हें पटक दिया, जिसके कारण तीनों की मौत हो गई। इस घटना के बाद वन विभाग ने गंगा राम को विनोद वन में सुरक्षित किया और वहां से उसे जू में लाने का निर्णय लिया। जब गंगा राम के मालिक का कोई पता नहीं चला, तो उसे अनदेखा पशु मानते हुए प्राधिकृत अधिकारियों ने इसे जू में रखने का फैसला लिया।
गंगा राम के लिए निर्माण कार्य
गंगा राम के लिए बनाए गए बाड़ा का निर्माण कार्य राज्य के लिए एक ऐतिहासिक पहल है। केंद्रीय प्राणी उद्यान प्राधिकरण के दिशा-निर्देशों के अनुसार, जू में हाथियों को अकेला नहीं रखा जा सकता, और दोनों हाथियों के लिए दो बाड़ा की आवश्यकता होती है। इस उद्देश्य के लिए, गोरखपुर जू प्रशासन ने एक हेक्टेयर भूमि पर दो बाड़ा बनाने का प्रस्ताव भेजा, जिसे 16.58 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर मंजूरी मिली। पहले चरण के लिए सरकार ने 2 करोड़ 10 लाख रुपये भेजे थे।
हालांकि, निर्माण कार्य में कुछ समय की देरी आई, क्योंकि वर्षा ऋतु में खुदे गड्ढे पानी से भर गए थे। लेकिन सितंबर के महीने से इस काम में तेजी आई, और अब बाड़ा तैयार हो चुका है। कुछ आंतरिक कार्य बाकी हैं, जिन्हें अगले 10 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा।
सीसीटीवी और सुरक्षा के इंतजाम
गंगा राम के रहने की जगह की निगरानी के लिए यहां सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इन कैमरों के माध्यम से जू प्रशासन हाथी के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करेगा। इसके साथ ही सुरक्षा के सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं ताकि हाथी के सुरक्षित और आरामदायक जीवन को सुनिश्चित किया जा सके।
बटरफ्लाई हाउस का उद्घाटन भी होगा
गंगा राम के बाड़ा के साथ-साथ जू के बटरफ्लाई हाउस का नवीनीकरण भी पूरा कर लिया गया है। इस हाउस में बड़ी खिड़कियां बनाई गई हैं, और छत पर ऐसे उपकरण लगाए गए हैं ताकि गर्मी बाहर निकल सके। यहां विभिन्न प्रकार के पौधे जैसे कॉस्मॉस, चमपा, गुलाब, सूर्यफूल, मधर, जैस्मिन, हिबिस्कस, डहलिया आदि लगाए गए हैं। ये पौधे बटरफ्लाई के जीवन के लिए उपयुक्त हैं और यहां की जलवायु के अनुकूल हैं। बटरफ्लाई हाउस का उद्घाटन भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किया जाएगा, साथ ही हाथी बाड़ा और जलपरीघर (aquarium) के नींव के शिला स्तंभ का भी शुभारंभ होगा।
मुख्यमंत्री का संभावित उद्घाटन
गोरखपुर जू प्रशासन ने इस ऐतिहासिक अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हाथी बाड़ा और बटरफ्लाई हाउस का उद्घाटन कराने की तैयारी की है। इसके साथ ही जलपरीघर के निर्माण का शिलान्यास भी मुख्यमंत्री द्वारा किए जाने की संभावना है। इस मौके पर गोरखपुर के नागरिकों के लिए यह एक गर्व का पल होगा, क्योंकि यह राज्य का पहला हाथी बाड़ा है और यह गोरखपुर को एक पर्यटन स्थल के रूप में भी प्रतिष्ठित करेगा।
शहीद अशफाकुल्ला खान प्राणी उद्यान की महत्वता
शहीद अशफाकुल्ला खान प्राणी उद्यान का गोरखपुर में एक महत्वपूर्ण स्थान है। यह जू न केवल वन्यजीवों के संरक्षण का कार्य करता है, बल्कि पर्यटकों के लिए भी एक आकर्षण का केंद्र है। अब, हाथी के बाड़ा और बटरफ्लाई हाउस जैसे नए आकर्षणों से इस जू को और भी खास बना दिया जाएगा। इसके अलावा, यह क्षेत्र के बच्चों और युवाओं के लिए भी शिक्षा का एक अहम स्रोत बनेगा, क्योंकि यहां आने से वे प्राकृतिक जीवन और पर्यावरण के महत्व को समझ सकेंगे।
गंगा राम के लिए बन रहे इस पहले हाथी बाड़ा की तैयारी से न केवल गोरखपुर, बल्कि पूरे राज्य के वन्यजीव संरक्षण और पर्यटन उद्योग को एक नया दिशा मिलेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उद्घाटन इस ऐतिहासिक मौके पर बहुत महत्वपूर्ण होगा। साथ ही, इस जू के अन्य सुधार जैसे बटरफ्लाई हाउस और जलपरीघर का उद्घाटन गोरखपुर को और भी आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में उभारने का काम करेगा। यह राज्य के वन्यजीव संरक्षण प्रयासों का एक और कदम साबित होगा, और भविष्य में यहां आने वाले पर्यटकों को एक अनूठा अनुभव मिलेगा।