Swaminarayan Temple: वडताल स्वामीनारायण मंदिर के दो सौ साल, 200 रुपये के चांदी के सिक्के का विमोचन

Swaminarayan Temple: वडताल स्वामीनारायण मंदिर के दो सौ साल, 200 रुपये के चांदी के सिक्के का विमोचन

Swaminarayan Temple: स्वामीनारायण संप्रदाय के श्रद्धालुओं के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है जब स्वामीनारायण वडताल धाम के स्वर्ण मंदिर में भगवान लक्ष्मीनारायण देव की आशीर्वाद से भारत सरकार ने 200 रुपये का शुद्ध चांदी का सिक्का जारी किया। इस सिक्के पर वडताल मंदिर की छवि है, जो 200 साल पहले स्थापित हुआ था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि यह प्रतीक आने वाली पीढ़ियों द्वारा हमेशा याद किया जाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी का संदेश

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मैं आपके दिल में हूं, पूरी तरह से वडताल धाम में हूं। आज वडताल धाम मानवता की सेवा और युग निर्माण का आधार बन चुका है।” उन्होंने बताया कि वडताल में स्वामीनारायण संप्रदाय के अनुयायी आज भी सेवा कार्यों में लगे हुए हैं। मोदी जी ने इस सिक्के और डाक टिकट के माध्यम से इस ऐतिहासिक क्षण को भारतीय जनता के बीच सम्मानित किया और आने वाली पीढ़ियों के लिए इसे एक अमूल्य धरोहर बताया।

200 रुपये का चांदी सिक्का जारी

स्वामीजी के जन्मस्थल और शिख्षापत्रिका के संस्थान वडताल धाम में आयोजित हुए श्री लक्ष्मीनारायण देव के द्विशताब्दी महोत्सव के दौरान, भारत सरकार ने 200 रुपये का शुद्ध चांदी का सिक्का जारी किया। इस सिक्के पर वडताल मंदिर की छवि अंकित है, जो 200 साल पहले स्थापित हुआ था। यह सिक्का स्वामीनारायण संप्रदाय के अनुयायियों के लिए गर्व का प्रतीक बन गया है।

स्वामीनारायण संप्रदाय के लिए ऐतिहासिक क्षण

महामहिम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सिक्के का विमोचन करते हुए वडताल मंदिर को एक ऐतिहासिक स्थल के रूप में मान्यता दी। इस सिक्के का विमोचन संतों और स्थानीय dignitaries की उपस्थिति में किया गया। कंठारी स्वामी संतवल्लभ स्वामी ने इस मौके पर खुशी व्यक्त की और कहा कि यह पूरी स्वामीनारायण संप्रदाय के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। यह सिक्का भगवान श्री स्वामीनारायण द्वारा स्थापित किसी मंदिर की छवि के साथ लाया गया पहला सिक्का है।

Swaminarayan Temple: वडताल स्वामीनारायण मंदिर के दो सौ साल, 200 रुपये के चांदी के सिक्के का विमोचन

आध्यात्मिक समर्पण और सेवा कार्यों का महत्व

प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी बताया कि स्वामीनारायण संप्रदाय का उद्देश्य कभी भी सेवा से अलग नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि वडताल धाम आज भी सेवा के कार्यों में व्यस्त है, और यहाँ की सेवा प्रणाली को देखकर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “स्वामीनारायण के सिद्धांतों को आत्मसात करना हमारा कर्तव्य है और वडताल धाम ने यह संदेश दिया है कि हम सेवा और समाज के उत्थान की दिशा में निरंतर कार्य करें।”

डाक टिकट की भी जारी हुई रिलीज़

इस ऐतिहासिक अवसर पर भारत सरकार ने एक विशेष स्मारक डाक टिकट भी जारी किया, जिसे पीएम मोदी ने वडताल धाम में आयोजित महोत्सव के दौरान जारी किया। यह डाक टिकट और चांदी का सिक्का भारतीय संस्कृति और स्वामीनारायण संप्रदाय के योगदान का प्रतीक बनेंगे।

स्वामीनारायण वडताल मंदिर के सेवा कार्यों की सराहना

प्रधानमंत्री ने वडताल के सेवा कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि यहाँ विभिन्न सामाजिक और मानवतावादी कार्य किए जा रहे हैं। विशेष रूप से आदिवासी क्षेत्रों में बच्चों की शिक्षा और पोषण के लिए कई योजनाएँ चलाई जा रही हैं। साथ ही महिलाओं की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए भी अभियान चलाए जा रहे हैं।

कृपापूर्वक पीएम मोदी का आभार

स्वामीजी और वडताल मंदिर के प्रमुखों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इस ऐतिहासिक सिक्के को जारी किया और स्वामीनारायण वडताल संप्रदाय के सभी अनुयायियों को सम्मानित किया। उन्होंने प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को धन्यवाद दिया।

इस प्रकार, यह सिक्का और डाक टिकट भारतीय संस्कृति और स्वामीनारायण संप्रदाय के योगदान को याद करने का एक शानदार तरीका है, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा।

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