Gorakhnath Medical College और अस्पताल, जो महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में संचालित हो रहा है, ने कॉलेज के संचालन के प्रारंभिक चरण में एक बड़ी सफलता हासिल की है। गोरखनाथ मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की टीम ने बिना किसी बाहरी विशेषज्ञ की मदद के मुँह के कैंसर के एक जटिल ऑपरेशन को सफलतापूर्वक किया है, जिससे न केवल मरीज को नई जिंदगी मिली, बल्कि इस क्षेत्र में चिकित्सा सेवाओं को एक नया आयाम मिला है। यह उपलब्धि इस अस्पताल के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो रही है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और नेपाल के मरीजों के लिए राहत
गोरखनाथ मेडिकल कॉलेज की इस सफलता का सबसे बड़ा लाभ अब पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और नेपाल के मरीजों को मिलेगा। इन मरीजों को अब जटिल कैंसर सर्जरी के लिए बड़े शहरों का रुख करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। यह चिकित्सा केंद्र उन क्षेत्रों के लिए एक वरदान साबित होगा, जहां कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए योग्य विशेषज्ञों की कमी थी। अब यह मरीज स्थानीय स्तर पर ही उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं प्राप्त कर सकेंगे।
कैंसर सर्जन डॉ. विनायक अग्रवाल की टीम ने किया ऑपरेशन
इस जटिल सर्जरी की अगुवाई करने वाले कैंसर सर्जन डॉ. विनायक अग्रवाल ने बताया कि मरीज राममिलन, जो खलीलाबाद के निवासी हैं, का मुँह का कैंसर अत्यधिक गंभीर अवस्था में पहुंच चुका था। मरीज के जबड़े में एक ट्यूमर बन गया था और कैंसर का असर गर्दन तक पहुंचने लगा था। इस अवस्था में मरीज का इलाज बेहद चुनौतीपूर्ण था, लेकिन गोरखनाथ मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की टीम ने इसे सफलतापूर्वक किया।
सर्जरी का तरीका और प्रक्रिया
डॉ. विनायक अग्रवाल के नेतृत्व में हुई इस सर्जरी में सबसे पहले मरीज की जबड़े की हेमीमैंडिबुलेक्टोमी (हड्डी का आंशिक उच्छेदन) की गई। इसके बाद, मरीज के कैंसर प्रभावित हिस्से को निकालने के लिए एक जटिल प्रक्रिया अपनाई गई। इस प्रक्रिया में रैडिकल नेक डिसेक्शन, पेक्टोरलिस मेजर मायोच्यूटेनियस फ्लैप और ट्रैचियोस्टॉमी जैसी तकनीकों का इस्तेमाल किया गया। यह सर्जरी लगभग तीन घंटे तक चली और इसके बाद मरीज को एक नई जिंदगी मिल गई।
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि मरीज का कैंसर काफी विकसित अवस्था में था और सर्जरी के बाद वह पूरी तरह से स्वस्थ महसूस कर रहा है। सर्जरी के दौरान एनेस्थीसिया विशेषज्ञ डॉ. नेहा पंवार और ईएनटी सर्जन डॉ. आकांक्षा रावत की महत्वपूर्ण भूमिका रही। दोनों विशेषज्ञों ने मरीज के ऑपरेशन को सुरक्षित और सफल बनाने में अहम योगदान दिया।
सर्जिकल टीम की तत्परता
गोरखनाथ मेडिकल कॉलेज के ऑपरेशन थिएटर के इंचार्ज दीपक पाठक, शुभ पांडे, माधुरी साहनी और अरविंद चौधरी ने सर्जरी टीम को पूरी सतर्कता के साथ सहयोग दिया। उनके सहयोग और तत्परता से यह जटिल सर्जरी सुचारू रूप से संपन्न हो पाई। यह टीम अपने उच्चतम पेशेवर मानकों का पालन करते हुए मरीज की स्थिति को सुधारने में पूरी तरह से सफल रही।
गोरखनाथ मेडिकल कॉलेज का योगदान
गोरखनाथ मेडिकल कॉलेज का यह कदम इस बात को सिद्ध करता है कि यहां की चिकित्सा सुविधाएं अब उच्चतम मानकों के अनुसार विकसित हो रही हैं। यह कॉलेज न केवल मरीजों को अत्याधुनिक चिकित्सा सेवाएं प्रदान कर रहा है, बल्कि यहां की सर्जरी टीम ने यह साबित किया कि कोई भी जटिल समस्या स्थानीय स्तर पर हल की जा सकती है। यह संस्थान अब चिकित्सा क्षेत्र में एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभर रहा है, जहां मरीजों को हर प्रकार की चिकित्सकीय मदद मिल सकती है।
डॉ. अरविंद सिंह कुशवाहा की भूमिका
गोरखनाथ मेडिकल कॉलेज के प्रमुख डॉ. अरविंद सिंह कुशवाहा ने इस सर्जरी के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके मार्गदर्शन और दिशा-निर्देश से यह सर्जरी संभव हो पाई। डॉ. कुशवाहा ने हमेशा इस बात पर जोर दिया है कि गोरखनाथ मेडिकल कॉलेज में इलाज की सभी सुविधाएं पूरी तरह से पेशेवर और उच्च गुणवत्ता की हों, ताकि आसपास के क्षेत्रों के लोग उच्चतम चिकित्सा सेवाओं का लाभ उठा सकें।
अस्पताल के लिए एक नई दिशा
इस सफल ऑपरेशन ने गोरखनाथ मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की प्रतिष्ठा को नई दिशा दी है। इस सर्जरी ने यह साबित किया कि यहां के चिकित्सक उच्चतम स्तर की चिकित्सा सुविधाएं और उपचार उपलब्ध कराने में सक्षम हैं। मरीजों के लिए यह एक बड़ी राहत है कि अब उन्हें बड़ी सर्जरी के लिए दूर-दूर के शहरों में नहीं जाना पड़ेगा। इस सफलता ने गोरखनाथ मेडिकल कॉलेज को क्षेत्रीय चिकित्सा केंद्र के रूप में स्थापित कर दिया है।
गोरखनाथ मेडिकल कॉलेज द्वारा मुँह के कैंसर की इस सफल सर्जरी ने न केवल कॉलेज की साख को बढ़ाया है, बल्कि यह उत्तर भारत के मरीजों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आया है। इस प्रकार की सफलता गोरखनाथ मेडिकल कॉलेज के लिए भविष्य में और अधिक महत्वपूर्ण कार्यों और उपचारों के द्वार खोलेगी। यह कदम उन लोगों के लिए एक प्रेरणा है जो स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और उपचार में उत्कृष्टता की तलाश में हैं।