Gorakhpur– बिजली विभाग गोरखपुर मंडल में नौ लाख से अधिक घरों में स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाने की तैयारी कर रहा है। अब तक शहर में 55 हजार से अधिक स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं, जो सफलतापूर्वक काम कर रहे हैं। उपभोक्ताओं की सहूलियत और काम में आसानी को देखते हुए पॉवर कारपोरेशन ने इस योजना का विस्तार करने का निर्णय लिया है। स्मार्ट प्री-पेड मीटर न केवल उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद साबित हो रहे हैं, बल्कि निगम के खर्चों में भी कमी ला रहे हैं। इस नई व्यवस्था के अंतर्गत सरकार उपभोक्ताओं को बिजली दरों में 2 प्रतिशत की छूट भी दे रही है।
तीन चरणों में लगेगा स्मार्ट मीटर
गोरखपुर मंडल के प्रथम जोन में करीब 9 लाख कंज्यूमर्स के घरों में स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाए जाने की योजना है। वर्तमान में, इस काम को मेसर्स जीनस पॉवर इंफ्रास्ट्रक्चर को सौंपा गया है। मीटर लगाने का काम तीन चरणों में किया जा रहा है। पहले चरण में सभी 33/11 केवी बिजली घरों से निकलने वाले फीडरों पर मीटर लगाना अगस्त महीने में पूरा हो चुका है। दूसरे और तीसरे चरण में डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर और कंज्यूमर कनेक्शन पर मीटर लगाए जाएंगे। कंज्यूमर कनेक्शन पर लगाए जाने वाले मीटर प्री-पेड मोड में काम करेंगे।
15 माह में पूरा होगा काम
बिजली विभाग ने अगले 15 महीनों में 9 लाख घरों में स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस योजना की शुरुआत बिजली विभाग ने अपनी रेजिडेंशियल कॉलोनियों से कर दी है। स्मार्ट प्री-पेड मीटर के माध्यम से उपभोक्ता अपनी बिजली की खपत को अपनी सुविधानुसार निर्धारित कर सकेंगे। यह योजना भारत सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है और इसका उद्देश्य बिजली खपत में पारदर्शिता और नियंत्रण लाना है।
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक
शुक्रवार को जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश की अध्यक्षता में पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की तरफ से स्मार्ट प्री-पेड मीटर योजना पर चर्चा के लिए एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया। बैठक में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बिजली निगम के प्रथम जोन के चीफ इंजीनियर आशुतोष श्रीवास्तव और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। श्रीवास्तव ने बताया कि गोरखपुर शहर में पहले से ही 55 हजार से अधिक स्मार्ट मीटर सफलतापूर्वक काम कर रहे हैं। जिन परिसरों में अब तक स्मार्ट मीटर नहीं लगे हैं, वहां जल्द ही यह काम शुरू होगा।
स्मार्ट प्री-पेड मीटर के फायदे
1. स्मार्ट प्री-पेड मीटर उपभोक्ताओं के लिए कई प्रकार से फायदेमंद साबित हो रहे हैं। इस मीटर के कुछ प्रमुख लाभ निम्नलिखित हैं:
2. गलत बिजली के बिल से छुटकारा: स्मार्ट मीटर से उपभोक्ताओं को गलत बिलिंग की समस्या से निजात मिलेगी।
3. हर महीने रीडिंग से छुटकारा: मीटर की रीडिंग स्वचालित रूप से हो जाएगी, जिससे मैन्युअल रीडिंग की आवश्यकता नहीं होगी।
4. बिल पर ब्याज और लेट फीस से मुक्ति: समय पर बिल न भरने पर लगने वाले ब्याज और लेट फीस से छुटकारा मिलेगा, क्योंकि उपभोक्ता प्री-पेड मोड में पहले से भुगतान कर सकेंगे।
5. किरायेदार और मकान मालिक के बीच विवाद से छुटकारा: किरायेदारों और मकान मालिकों के बीच बिजली बिल को लेकर अक्सर विवाद होते हैं। स्मार्ट प्री-पेड मीटर से यह समस्या खत्म हो जाएगी।
6. घर बैठे मीटर रिचार्ज की सुविधा: उपभोक्ता अपने स्मार्ट मीटर को घर बैठे ही ऑनलाइन रिचार्ज कर सकते हैं।
7. बिजली दर पर 2% की छूट: सरकार स्मार्ट प्री-पेड मीटर के उपभोक्ताओं को बिजली दरों पर 2 प्रतिशत की छूट दे रही है।
8. बजट के अनुसार बिजली खर्च पर नियंत्रण: उपभोक्ता अपने बजट के अनुसार बिजली की खपत को नियंत्रित कर सकते हैं।
9. विद्युत सप्लाई बाधित होने की तुरंत जानकारी: स्मार्ट मीटर से बिजली कटने की सूचना तुरंत मिल जाएगी, जिससे उपभोक्ता तुरंत समस्या का समाधान कर सकेंगे।
10. सोलर पैनल और ईवी चार्जिंग पर नहीं होगी मीटर बदलने की जरूरत: भविष्य में सोलर पैनल या इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) चार्जिंग की स्थिति में भी मीटर बदलने की आवश्यकता नहीं होगी।
स्मार्ट प्री-पेड मीटर योजना से गोरखपुर मंडल में बिजली उपभोक्ताओं को काफी सहूलियतें मिलेंगी। उपभोक्ता अपने बिजली खर्च पर नियंत्रण पा सकेंगे और बिजली बिल में छूट का लाभ भी उठा सकेंगे। बिजली विभाग का यह कदम न केवल उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है, बल्कि पूरे गोरखपुर मंडल की बिजली आपूर्ति प्रणाली में भी सुधार लाएगा।