Siddharth Nagar News: सिद्धार्थ नगर जिले के बेलाूहा गांव के रहने वाले नूरुद्दीन को सेना प्रमुख द्वारा एक प्रतिष्ठित प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। नूरुद्दीन, जो वर्तमान में मिलिट्री इंजीनियर सर्विस (MES) में ग्रुप-A अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं, को उनके असाधारण योगदान के लिए यह प्रशंसा पत्र प्रदान किया गया।
उत्कृष्ट कार्य के लिए किया गया सम्मानित
नूरुद्दीन को विशेष रूप से आर्मी हॉस्पिटल R&R में एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (Effluent Treatment Plant) पर उनके अद्वितीय कार्य के लिए सराहा गया। यह परियोजना उनकी कुशलता और कड़ी मेहनत का परिणाम थी, जिसने उन्हें यह सम्मान दिलाया। आर्मी हॉस्पिटल के इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट में उनका योगदान असाधारण माना गया है, जो उनकी पेशेवर दक्षता को दर्शाता है।
शैक्षिक पृष्ठभूमि और सफलता की यात्रा
नूरुद्दीन की सफलता की यात्रा सिद्धार्थ नगर के विकास इंटरमीडिएट कॉलेज, खेसरहा से शुरू हुई, जहां उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी की। उच्च शिक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और अद्वितीय प्रतिभा ने उन्हें भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) धनबाद (पूर्व में आईएसएम धनबाद) में प्रवेश दिलाया, जहां से उन्होंने विद्युत अभियांत्रिकी (Electrical Engineering) में इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की।
नूरुद्दीन ने अपनी शैक्षिक योग्यता को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया जब उन्होंने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित भारतीय इंजीनियरिंग सेवा (IES) परीक्षा उत्तीर्ण की। इस परीक्षा को भारत की सबसे प्रतिष्ठित और कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है, और इसे उत्तीर्ण कर उन्होंने ग्रुप-A अधिकारी के रूप में सेवा शुरू की। उनकी यह उपलब्धि न केवल उनके शैक्षिक कौशल को दर्शाती है बल्कि उनके कठोर परिश्रम और समर्पण को भी प्रमाणित करती है।
2011 बैच के अधिकारी नूरुद्दीन का योगदान
नूरुद्दीन भारतीय इंजीनियरिंग सेवा के 2011 बैच के अधिकारी हैं और उन्होंने अपनी सेवा के दौरान कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर काम किया है। आर्मी हॉस्पिटल R&R में एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना उनके करियर की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जाती है। इस परियोजना के अंतर्गत उन्होंने न केवल पर्यावरण सुरक्षा को ध्यान में रखा, बल्कि सेना के अस्पताल में स्वच्छता और स्वास्थ्य सेवाओं को भी और अधिक कुशल बनाने में अहम योगदान दिया।
दिल्ली कैंट में वर्तमान सेवा
वर्तमान में नूरुद्दीन दिल्ली कैंट में तैनात हैं, जहां वे अपनी सेवा के माध्यम से देश के लिए योगदान दे रहे हैं। उनकी कड़ी मेहनत और सेवा भावना ने उन्हें सेना में एक सम्मानित स्थान दिलाया है। सेना प्रमुख द्वारा दिया गया प्रशस्ति पत्र उनके कर्तव्यनिष्ठा और पेशेवर दक्षता का प्रमाण है।
परिवार और समाज में खुशी का माहौल
नूरुद्दीन की इस उपलब्धि से उनका परिवार और सिद्धार्थ नगर का पूरा क्षेत्र गर्व महसूस कर रहा है। उनके इस सम्मान से उनके गांव और क्षेत्र के लोग अत्यधिक प्रसन्न हैं। उनके दोस्त, परिजन और सहकर्मी इस विशेष सम्मान के लिए उन्हें बधाई दे रहे हैं।
बेलाूहा गांव के रहने वाले लोग नूरुद्दीन की इस उपलब्धि को अपनी प्रेरणा का स्रोत मान रहे हैं। गांव के युवाओं के लिए नूरुद्दीन का यह सफर एक प्रेरणा है, जो उन्हें यह विश्वास दिलाता है कि कठोर परिश्रम और समर्पण से हर ऊंचाई को प्राप्त किया जा सकता है।
सेना में उत्कृष्ट योगदान
नूरुद्दीन का इस प्रतिष्ठित सम्मान से नवाजे जाना यह दर्शाता है कि सेना के विभिन्न विभागों में भी समर्पित और योग्य अधिकारियों की आवश्यकता है, जो अपनी विशेषज्ञता से देश की सेवा में योगदान दें। सेना के तकनीकी और इंजीनियरिंग विभागों में ऐसे अधिकारियों का होना देश की सुरक्षा और विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
नूरुद्दीन ने अपनी सेवा के दौरान जो उदाहरण प्रस्तुत किया है, वह न केवल उनके पेशेवर जीवन में महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सिद्धार्थ नगर और आस-पास के क्षेत्रों के युवाओं के लिए भी प्रेरणादायक है। उनकी इस सफलता से यह स्पष्ट होता है कि अगर सही दिशा में प्रयास किए जाएं तो सफलता के शिखर तक पहुंचा जा सकता है।
उत्कृष्ट योगदान के लिए आभार
सेना प्रमुख द्वारा नूरुद्दीन को सम्मानित किया जाना उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए आभार प्रकट करने का एक तरीका है। नूरुद्दीन ने अपनी कड़ी मेहनत, समर्पण और तकनीकी दक्षता से न केवल सेना में बल्कि समाज में भी एक उच्च मानक स्थापित किया है। उनके इस योगदान के लिए उन्हें सम्मानित करना न केवल उनके व्यक्तिगत प्रयासों की सराहना है, बल्कि यह उनके द्वारा किए गए कार्यों की महत्वपूर्णता को भी उजागर करता है।
समाज के लिए प्रेरणा
नूरुद्दीन की इस सफलता ने सिद्धार्थ नगर जिले और पूरे देश में यह संदेश फैलाया है कि सही दिशा में मेहनत और संकल्प से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। उनकी इस उपलब्धि ने यह साबित कर दिया है कि अगर व्यक्ति मेहनत और समर्पण के साथ अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ता है, तो उसे किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त हो सकती है।
नूरुद्दीन का यह सफर सिद्धार्थ नगर और उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए प्रेरणादायक है। उनकी यह सफलता न केवल उनके व्यक्तिगत प्रयासों की कहानी है, बल्कि यह समाज को यह संदेश भी देती है कि अगर आप सच्ची लगन और मेहनत के साथ अपने लक्ष्यों का पीछा करते हैं, तो सफलता आपके कदम चूमेगी। सेना प्रमुख द्वारा उन्हें सम्मानित किया जाना उनके उत्कृष्ट योगदान की सराहना है, और यह भविष्य के लिए भी एक मिसाल है।