भावनगर रोड शो में पीएम मोदी ने बच्चे को सैल्यूट किया, मासूमियत और अपनत्व का यह पल सोशल मीडिया पर वायरल

भावनगर रोड शो में पीएम मोदी ने बच्चे को सैल्यूट किया, मासूमियत और अपनत्व का यह पल सोशल मीडिया पर वायरल

शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने गृह राज्य गुजरात के भावनगर पहुंचे। यहां उन्होंने एयरपोर्ट से शुरू होकर एक किलोमीटर का रोड शो किया, जो गांधी मैदान में खत्म हुआ। रोड शो के दौरान पीएम मोदी ने सड़क के दोनों ओर बड़ी संख्या में मौजूद लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन स्वीकार किया। रास्ते में नृत्य मंडलियों की प्रस्तुति के लिए मंच लगाए गए थे। साथ ही ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और जीएसटी सुधारों के लिए धन्यवाद देने वाले पोस्टर भी सड़क किनारे लगाए गए थे।

बच्चे को PM Modi ने किया सैल्यूट

यह वाकई बेहद दिल छू लेने वाला पल है। रोड शो के दौरान जब पीएम मोदी ने उस नन्हे बच्चे को सैल्यूट किया, तो यह एक ऐसा क्षण था जिसने सभी के दिलों को छू लिया। बच्चे ने जैसे ही उन्हें सैल्यूट किया, पीएम मोदी की मुस्कान और उनका जवाबी सैल्यूट इस घटना को और भी खास बना गया। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि बच्चे की मासूमियत और उत्साह ने प्रधानमंत्री को भी भावुक कर दिया। यह छोटा सा इशारा, बड़े प्यार और सम्मान का प्रतीक बन गया है। ऐसे पल दिखाते हैं कि बड़े नेता भी साधारण जनता, खासकर बच्चों के साथ कितने सहज और अपनत्वपूर्ण व्यवहार रखते हैं। यह घटना सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है और लोग इसे बेहद सकारात्मक और प्रेरणादायक मान रहे हैं। बच्चों की मासूमियत और नेताओं की संवेदनशीलता का यह संगम दर्शकों के लिए यादगार बन गया है। इस वीडियो ने लोगों के बीच एक सुकून और गर्मजोशी का एहसास पैदा किया है। यह साबित करता है कि छोटे-छोटे इशारे भी बड़े संदेश दे सकते हैं। सच में, यह सिर्फ एक सैल्यूट नहीं था, बल्कि सम्मान, अपनापन और एक दूसरे के प्रति आदर का सुंदर प्रतीक था। इसे देखकर लोगों के चेहरे पर मुस्कान और दिल में गर्मजोशी साफ झलकती है।

पीएम मोदी का भावनगर में कार्यक्रम

यह घटना भावनगर में हुई जहां पीएम मोदी ने 34,200 करोड़ रुपये की नई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि भारत का सबसे बड़ा खतरा विदेशी निर्भरता है और देश की हर समस्या का समाधान आत्मनिर्भरता में है। उन्होंने कांग्रेस के लाइसेंस राज की आलोचना करते हुए बताया कि इससे भारतीय प्रतिभाओं का हौसला टूट गया। 50 साल पहले देश का 40 प्रतिशत व्यापार भारतीय जहाजों से होता था, जो अब सिर्फ पांच प्रतिशत रह गया है। हर साल भारत विदेशी कंपनियों को छह लाख करोड़ रुपये भेजता है, जो हमारे रक्षा बजट के बराबर है। पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि चिप्स या जहाज हों, इन्हें भारत में ही बनाना होगा। उन्होंने भारतीय बंदरगाहों को वैश्विक समुद्री शक्ति और देश के विकास की रीढ़ बताया।

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