Maharajganj News: सोनौली नगर पंचायत के वार्ड नंबर 11 जनकी नगर में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जिसमें 11 महीने के मासूम बच्चे की खुली नाली में गिरने से मौत हो गई। यह घटना उस समय हुई जब बच्चा घर के बाहर खेल रहा था और अचानक नाली में गिर गया। जब बच्चे के परिजन दो घंटे तक उसकी तलाश करने के बाद उसे नाली में पड़ा पाए तो घर में कोहराम मच गया और परिवार के सदस्य बेहाल हो गए।
घटना का विवरण
यह दर्दनाक घटना शुक्रवार शाम करीब 5 बजे की है, जब 11 महीने का रोहन जनकी नगर वार्ड नंबर 10 में अपने घर के बाहर खेल रहा था। बच्चे का ध्यान शायद किसी ने नहीं रखा और खेलते समय वह खुले नाली में गिर गया। शुरू में जब बच्चा लापता हुआ, तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। घर के आसपास और आसपास के इलाके में बच्चे की तलाश की गई, लेकिन काफी देर तक उसका कुछ पता नहीं चला।
जब बच्चा कहीं नहीं मिला, तो परिवार के सदस्य बहुत घबराए और वे नाली के पास पहुंचे। करीब दो घंटे की खोजबीन के बाद जब बच्चा नहीं मिला, तो परिजनों ने नाली में झांकने की कोशिश की। इसी दौरान, बच्चा नाली में पड़ा हुआ मिला। यह दृश्य देखकर परिवार वाले हक्के-बक्के रह गए और तुरंत बच्चे को नाली से बाहर निकालकर बहराइच के भैरहवा मेडिकल कॉलेज, नेपाल में इलाज के लिए ले गए। लेकिन, वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिजनों का बयान
बच्चे के दादा मोहम्मद हसन ने दुख जताते हुए बताया कि उनका पोता दो घंटे पहले लापता हो गया था और उन्होंने उसे हर जगह खोजा। जब बहुत समय बाद नाली में बच्चे की लाश मिली, तो यह घटना परिवार के लिए एक बड़ा सदमा बन गई। उन्होंने बताया कि बच्चे के अचानक लापता होने के बाद उन्होंने यह नहीं सोचा था कि वह नाली में गिर गया होगा। मोहम्मद हसन ने यह भी कहा कि उनकी गरीबी के कारण वे किसी तरह का सुरक्षा उपाय नहीं कर पाए थे, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ।
खुले नाले का खतरा
यह घटना खुले नाले की ओर भी इशारा करती है, जो शहरों और गांवों में बच्चों के लिए एक गंभीर खतरे के रूप में सामने आ रहे हैं। अक्सर यह नाले खुले और अनियंत्रित होते हैं, जो जानलेवा साबित हो सकते हैं। बच्चों का बिना देखभाल के बाहर खेलना इस तरह की घटनाओं को बढ़ावा देता है। हालांकि यह घटना बेहद दुखद है, लेकिन यह हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि ऐसे खुले नालों की स्थिति को सुधारने की आवश्यकता है।
शहरों और कस्बों में इस प्रकार की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, और इस पर ध्यान देना आवश्यक है। बच्चों के लिए सुरक्षित खेलने का माहौल बनाने के लिए सरकार और स्थानीय प्रशासन को ठोस कदम उठाने की जरूरत है, ताकि ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
आवश्यक कदम
इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि प्रशासन को बच्चों के लिए सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता देनी चाहिए। खुले नालों को कवर करना, सड़क किनारे गहरे गड्ढों को ढकने के अलावा बच्चों को खेलते समय निगरानी रखने के लिए जागरूकता अभियान चलाना जरूरी है। इसके साथ ही, यह भी जरूरी है कि स्थानीय अधिकारी और नगर पंचायत इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाएं, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे न हों।
इसके अलावा, इस घटना के बाद पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है। लोग इस घटना को लेकर प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं और बच्चों के लिए सुरक्षित वातावरण की आवश्यकता महसूस कर रहे हैं।
समाज में जागरूकता का प्रसार
स्थानीय स्तर पर बच्चों के लिए सुरक्षित खेल और घर के बाहर खेलने के लिए जागरूकता का प्रसार होना बहुत जरूरी है। परिवारों को बच्चों को बिना निगरानी के बाहर खेलने न जाने देने की सलाह दी जानी चाहिए। बच्चों को घर के अंदर सुरक्षित रखने और खुले नालों के पास न खेलने के लिए शिक्षित करना आवश्यक है।
साथ ही, यह भी आवश्यक है कि स्थानीय प्रशासन इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाए। खुले नालों और गड्ढों को जल्द से जल्द ढकने की जरूरत है, ताकि भविष्य में किसी अन्य मासूम की जान इस तरह की घटनाओं से न जाए।
सोनौली नगर पंचायत में हुई यह घटना एक और संकेत है कि हमें बच्चों की सुरक्षा को गंभीरता से लेना होगा। खुले नाले और बिना सुरक्षा उपायों वाले इलाके बच्चों के लिए एक बड़ा खतरा हैं। परिवारों को बच्चों की सुरक्षा के प्रति जागरूक करना और प्रशासन को ऐसे खतरों को खत्म करने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है। इस घटना से एक और सबक यह मिलता है कि बच्चों के लिए सुरक्षित माहौल बनाना सिर्फ परिवारों का ही नहीं, बल्कि समाज और प्रशासन की जिम्मेदारी भी है।