Kushinagar: कुशीनगर के पादरौना कोतवाली पुलिस ने एक अंतरराज्यीय शराब तस्करी गैंग का पर्दाफाश किया है। इस मामले में समाजवादी पार्टी के नेता और चीनी यूनियन के उपाध्यक्ष विजय अग्रवाल उर्फ मिट्टू समेत तीन शराब तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इनके कब्जे से 10 बॉक्स अंग्रेजी शराब और एक बाइक भी बरामद की है। गिरफ्तार तस्करों को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
पुलिस कार्रवाई का विवरण
सपा संतोष मिश्रा ने बताया कि पादरौना कोतवाली पुलिस ने अवास विकास कॉलोनी में एक मकान पर छापा मारा। इस दौरान समाजवादी पार्टी के नेता विजय अग्रवाल उर्फ मिट्टू, बेतिया पश्चिम चंपारण, बिहार के बखरी मदरसा शिकारपुर निवासी लाल बाबू महतो, और बेतिया पश्चिम चंपारण के बिजबनिया पुलिस थाना क्षेत्र के निवासी राजन यादव को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने इन तस्करों के कब्जे से 10 बॉक्स अवैध अंग्रेजी शराब बरामद की, जिसमें 480 टेट्रा पैक 180 मिलीलीटर शराब शामिल थी। इनकी गिरफ्तारी के आधार पर तस्करों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज किया जा रहा है।
विजय अग्रवाल का भूमिका और बिहार में शराब पर प्रतिबंध
सपा ने बताया कि यह एक संगठित तस्करों का गैंग है और इसका संचालन विजय अग्रवाल उर्फ मिट्टू कर रहा है। विजय अग्रवाल के पास कई लाइसेंस प्राप्त शराब की दुकानें हैं। जानकारी के अनुसार, बिहार में शराब पर प्रतिबंध के कारण वह अपनी दुकानों से शराब निकालकर अपने घर में रखता था और अपने सहयोगियों की मदद से इसे बिहार में उच्च कीमत पर बेचकर भारी मुनाफा कमा रहा था।
बिहार सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में शराब के सेवन पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है, जिसके चलते तस्करों ने अवैध व्यापार को बढ़ावा दिया है। विजय अग्रवाल जैसे लोग इस अवैध व्यापार के जरिए स्थानीय बाजार में शराब की भारी मांग को पूरा कर रहे थे।
पुलिस की मेहनत और आगे की कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और इसे एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है। सपा संतोष मिश्रा ने कहा, “हम इस प्रकार की अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। हमारी पुलिस टीम इस मामले की पूरी जांच करेगी और अन्य तस्करों को पकड़ने के लिए सभी संभावित कदम उठाएगी।”
अभी तक की जानकारी के अनुसार, पुलिस ने इस मामले में एक गहन जांच शुरू कर दी है। विजय अग्रवाल और उसके सहयोगियों की गतिविधियों का विस्तृत विवरण इकट्ठा किया जा रहा है ताकि यह समझा जा सके कि वे इस अवैध कारोबार को किस तरह से संचालित कर रहे थे।
समाज में बढ़ती चिंता
इस घटना ने समाज में शराब के अवैध व्यापार और तस्करी की गंभीरता को उजागर किया है। लोग इस बारे में चिंतित हैं कि किस प्रकार अवैध शराब की बिक्री से युवा पीढ़ी प्रभावित हो रही है। समाज में शराब के दुरुपयोग के कारण कई परिवारों में बुरा प्रभाव पड़ा है।
स्थानीय निवासी और सामाजिक कार्यकर्ता इस मामले को लेकर काफी चिंतित हैं। उन्होंने पुलिस प्रशासन से अनुरोध किया है कि इस प्रकार के मामलों में सख्त कार्रवाई की जाए ताकि समाज में शांति और सुरक्षा बनी रहे।
स्थानीय व्यापारियों की प्रतिक्रिया
स्थानीय व्यापारियों ने इस घटना की निंदा की है और पुलिस की कार्रवाई को सराहा है। एक स्थानीय व्यापारी ने कहा, “हम इस तरह के अवैध व्यापार के खिलाफ हैं। हमें अपने व्यवसाय को सुरक्षित रखना है। यदि ऐसे तस्करों पर कड़ी कार्रवाई की गई, तो इससे हमारे व्यापार में सुधार होगा।”
विजय अग्रवाल की गिरफ्तारी से स्थानीय शराब की दुकानों पर भी असर पड़ने की संभावना है। इससे अन्य व्यापारियों में भी डर और सतर्कता बढ़ गई है।
कुशीनगर में पुलिस द्वारा की गई यह कार्रवाई एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल एक तस्कर गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, बल्कि समाज में शराब के अवैध कारोबार के खिलाफ जागरूकता भी बढ़ी है। स्थानीय पुलिस की सक्रियता से उम्मीद है कि भविष्य में इस तरह के अपराधों को रोकने में मदद मिलेगी।
अंत में, यह आवश्यक है कि समाज सभी प्रकार के अवैध व्यापार के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा हो और ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए जो समाज को नुकसान पहुंचा रहे हैं। कुशीनगर पुलिस की इस कार्रवाई से यह संदेश मिलता है कि अवैध गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और कानून को सख्ती से लागू किया जाएगा।