Bahraich: चार दिन के बाद आज बहराइच में इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गई हैं, जिससे लोगों को काफी राहत मिली है। रविवार को बहराइच में सांप्रदायिक हिंसा के बाद इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थीं, जो अब जाकर बहाल की गई हैं। पुलिस और प्रशासन ने लोगों से अफवाहों से बचने की अपील की है और कहा है कि अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिला पुलिस ने फर्जी खबरें और अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी चेतावनी जारी की है। अधिकारियों का कहना है कि महाराजगंज कस्बे में हालात सामान्य हो रहे हैं और स्थानीय लोगों से सामुदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की जा रही है।
दुर्गा पूजा विसर्जन जुलूस के दौरान हुआ था पथराव और हिंसा
रविवार को दुर्गा पूजा विसर्जन जुलूस के दौरान बहराइच के महाराजगंज इलाके में सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी। इस घटना में 22 वर्षीय राम गोपाल मिश्रा की गोली लगने से मौत हो गई थी, जबकि लगभग छह लोग पथराव और गोलीबारी में घायल हो गए थे। घटना के बाद उपद्रवियों ने तोड़फोड़ और आगजनी की, जिसमें कई घर, दुकानें, अस्पताल और वाहन जला दिए गए। बहराइच पुलिस ने इस मामले में कई अज्ञात और कुछ नामजद लोगों के खिलाफ कई एफआईआर दर्ज की हैं। पुलिस द्वारा इलाके में छापेमारी कर अब तक 55 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है।
अफवाहों से बचने की अपील, पोस्टमॉर्टम में गोली लगने की पुष्टि
गुरुवार सुबह इंटरनेट सेवाओं की बहाली के साथ ही अपर पुलिस अधीक्षक पवित्र मोहन त्रिपाठी ने वीडियो संदेश और लिखित अपील जारी करते हुए कहा, “13 अक्टूबर को महाराजगंज में हुई घटना को लेकर सोशल मीडिया पर साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाली गलत जानकारियां फैलाई जा रही हैं। मृतक की बिजली का करंट लगने, तलवार से हमला होने या नाखून उखाड़ने जैसी बातें पूरी तरह से झूठी हैं।” त्रिपाठी ने कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि राम गोपाल मिश्रा की मौत गोली लगने से हुई है और इस घटना में किसी अन्य की मृत्यु नहीं हुई है। उन्होंने सभी से अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और झूठी सूचनाओं का प्रचार न करें।
दोनों समुदायों के धार्मिक नेताओं ने शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की
मंगलवार और बुधवार को हिंदू और मुस्लिम समुदाय के धार्मिक नेताओं ने मिलकर शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की। इनमें महामंडलेश्वर स्वामी रवि गिरी महाराज, रामलीला कमेटी के अध्यक्ष श्यामकरण टेकरीवाल और मौलाना कारी जुबैर अहमद कासमी शामिल थे। इन नेताओं ने साम्प्रदायिक हिंसा के बाद तनावग्रस्त माहौल को शांत करने के लिए मिलकर अपील की।
इंटरनेट सेवा बहाल होने से व्यापारियों को राहत
इंटरनेट सेवा के बहाल होने से स्थानीय व्यापारियों को बड़ी राहत मिली है। बहराइच के उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष दीपक सोनी ने कहा, “इंटरनेट अब व्यापार के लिए उतना ही जरूरी हो गया है जितना जीवन के लिए हवा, पानी और रोशनी। यहां तक कि रिक्शा चालक, सब्जी विक्रेता और छोटे व्यापारी भी ऑनलाइन भुगतान प्रणाली पर निर्भर हैं। इंटरनेट बंद होने से लाखों रुपये का व्यापार प्रभावित हुआ है। अब हमें स्थिति में सुधार की उम्मीद है।”
फल विक्रेता एजाज ने बताया, “मैंने 14 अक्टूबर से अपनी गाड़ी नहीं लगाई क्योंकि सभी लोग उधार मांग रहे थे और कह रहे थे कि इंटरनेट बहाल होने के बाद भुगतान करेंगे। मेरी काफी माल खराब हो गया। आज कुछ राहत मिली है और मैं फिर से अपनी गाड़ी लगाने जा रहा हूं।”
प्रशासन ने कहा स्थिति नियंत्रण में, दुकानें खुलने लगीं
जिला प्रशासन का कहना है कि स्थिति अब नियंत्रण में है। हार्डी पुलिस थाने के प्रभारी कमल शंकर चतुर्वेदी ने बताया, “बुधवार को महाराजगंज को छोड़कर सभी बाजार खुल गए थे। कुछ दुकानें जो बंद थीं, वे आज खुलने की उम्मीद है। बुधवार को शांति समिति की बैठक में सदस्यों ने महाराजगंज के निवासियों से अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान फिर से खोलने का आग्रह किया और हमें उम्मीद है कि वे आज खुलेंगे।”
मुख्य आरोपियों की तलाश जारी, पुलिस कर रही छापेमारी
एक पुलिस अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि बुधवार रात चंदपारा और नकवा गांवों में मुख्य आरोपियों की तलाश में छापेमारी की गई, लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। अधिकारियों के मुताबिक, मृतक राम गोपाल मिश्रा के परिवार ने छह नामजद और चार अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है, जिसमें से अब तक केवल एक व्यक्ति की गिरफ्तारी हुई है जबकि बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।