Gorakhpur: छठ पूजा और दीवाली के बाद घर लौटे प्रवासियों के लिए अब वापसी की यात्रा बन गई है एक चुनौती। खासकर दिल्ली जाने वाले यात्रियों को ट्रेनों में सीट मिलना अब कठिन हो गया है। गोरखधाम एक्सप्रेस और वैशाली एक्सप्रेस जैसी प्रमुख ट्रेनों में भी कोई स्थान नहीं बचा है। इन ट्रेनों में आरक्षित टिकट का मिलना बंद हो चुका है और यात्रा के लिए लोगों को लंबी वेटिंग लिस्ट का सामना करना पड़ रहा है।
गोरखधाम एक्सप्रेस में वेटिंग लिस्ट इतनी लंबी हो चुकी है कि इस ट्रेन में अगले सप्ताह तक कोई सीट नहीं है। वेटिंग लिस्ट में 100 से अधिक यात्री हैं और 9 नवम्बर तक यह संख्या 194 तक पहुंच सकती है। इसके बाद से AC थर्ड क्लास के टिकट भी उपलब्ध नहीं होंगे और बुकिंग भी बंद कर दी जाएगी। यही स्थिति बिहार से दिल्ली जाने वाली अन्य ट्रेनों की भी है। खासकर उन यात्रियों के लिए जो उत्तर प्रदेश, बिहार, और नेपाल से दिल्ली की ओर यात्रा करना चाहते हैं, यात्रा अब एक पर्वतारोहण जैसा बन चुकी है।
गोरखधाम और हुमसफर एक्सप्रेस में लंबी वेटिंग लिस्ट
गोरखधाम एक्सप्रेस और हुमसफर एक्सप्रेस, जो गोरखपुर से दिल्ली के लिए नियमित रूप से चलती हैं, अब पूरी तरह से भर चुकी हैं। इन ट्रेनों में गोरखपुर, बस्ती, बिहार और नेपाल से आने वाले यात्रियों की भारी भीड़ रहती है। फिर भी, इन दोनों ट्रेनों के लिए भी वेटिंग लिस्ट 100 के आसपास है। हुमसफर एक्सप्रेस में 9 नवम्बर के लिए 187 और 10 नवम्बर के लिए 189 वेटिंग लिस्ट है। इन ट्रेनों के लिए टिकट प्राप्त करना बेहद कठिन हो गया है।
इसके अलावा, 15057 गोरखपुर आनंद विहार एक्सप्रेस में भी स्थिति कुछ बेहतर नहीं है। इस ट्रेन के लिए जहां 80 यात्री स्लीपर क्लास में वेटिंग लिस्ट पर हैं, वहीं AC थर्ड क्लास में 34 यात्री वेटिंग पर हैं। यह ट्रेन सप्ताह में एक बार चलती है और गोरखपुर से दिल्ली के बीच यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण मार्ग है।
वैशाली और बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस भी पूरी तरह से भरी हुई
गोरखपुर से दिल्ली जाने के लिए चलने वाली वैशाली एक्सप्रेस, बिहार संपर्क क्रांति, सप्तक्रांति, सत्याग्रह एक्सप्रेस जैसी प्रमुख ट्रेनें भी पूरी तरह से भरी हुई हैं। इन ट्रेनों का शेड्यूल इतना सख्त है कि गोरखपुर पहुंचने से पहले ही ये ट्रेनें पूरी भर चुकी होती हैं। इन ट्रेनों में अब कोई स्थान नहीं है, और यात्री गोरखपुर से सवार होने का इंतजार करते हैं, लेकिन उन्हें भी ट्रेन में जगह नहीं मिल पाती।
इन ट्रेनों के अलावा, विशेष पूजा स्पेशल ट्रेनों में भी कोई जगह नहीं बची है। यह स्थिति यात्रियों के लिए और भी जटिल हो गई है, जो पूजा और छठ पर्व के बाद अपनी यात्रा की योजना बना रहे थे। हालात ऐसे बन गए हैं कि ट्रेन के टिकट प्राप्त करने के लिए यात्रियों को हफ्तों पहले बुकिंग करनी पड़ती है।
दिल्ली के लिए अधिकतर यात्री क्यों नहीं मिल पा रहे टिकट
विशेषज्ञों के अनुसार, दिल्ली जाने वाले अधिकतर यात्री छात्र और कामकाजी लोग हैं, जो त्योहारों के बाद जल्दी वापस लौटना चाहते हैं। इन यात्रियों की संख्या इतनी अधिक है कि सभी ट्रेनों की बुकिंग पहले से ही पूरी हो चुकी है। खासकर दिल्ली जाने वाली ट्रेनें, जो मुंबई, पुणे, सूरत और अहमदाबाद जैसी प्रमुख शहरों को जाती हैं, वहां भी टिकटों के लिए 50 से 100 वेटिंग लिस्ट बन चुकी है। अगले सप्ताह से इन ट्रेनों में भी सीटों की उपलब्धता कम हो सकती है, और स्थिति और भी बिगड़ सकती है।
पुजा स्पेशल ट्रेनों का संचालन, लेकिन यात्रा मुश्किल
इसके बावजूद, उत्तर-पूर्व रेलवे ने 248 पूजा स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू किया है। यह ट्रेने 1668 यात्रा राउंड के लिए चलाई जा रही हैं, लेकिन इन ट्रेनों में भी यात्रियों को सीट मिलना मुश्किल हो रहा है। इन विशेष ट्रेनों का उद्देश्य त्योहारों के दौरान घर वापस लौटने वाले यात्रियों के लिए यात्रा को सुगम बनाना था, लेकिन अब इन ट्रेनों के लिए भी सीटों की संख्या सीमित हो गई है। ऐसे में, यात्रियों को ट्रेन के लिए वेटिंग लिस्ट और कैंसिलेशन का सामना करना पड़ रहा है।
रेलवे द्वारा की गई व्यवस्था और यात्रियों की अपील
रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की बढ़ती मांग को देखते हुए पहले ही चेतावनी जारी कर दी थी कि विशेष ट्रेनें और नियमित ट्रेनें दोनों पूरी तरह से भर चुकी हैं। ऐसे में यात्रियों को अपनी यात्रा की योजना पहले से बनानी होगी। रेलवे ने यह भी सुझाव दिया है कि यात्री अपनी यात्रा की बुकिंग जल्द से जल्द कर लें, ताकि वे वेटिंग लिस्ट से बच सकें।
यात्रियों से अपील की गई है कि वे टिकट बुकिंग के समय अपनी यात्रा की तारीख और ट्रेनों का सही चयन करें। रेलवे प्रशासन के अनुसार, यदि कोई यात्री समय से पहले अपनी यात्रा की बुकिंग कर लेता है तो उन्हें टिकट की उपलब्धता के मामले में आसानी होगी।
छठ पर्व के बाद दिल्ली लौटने के लिए घर से निकले यात्रियों को अब यात्रा की सख्त चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। गोरखधाम और हुमसफर एक्सप्रेस जैसी प्रमुख ट्रेनें पूरी तरह से भर चुकी हैं, और अन्य ट्रेनों की भी वेटिंग लिस्ट बहुत लंबी हो गई है। रेलवे प्रशासन ने भले ही पूजा स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया हो, लेकिन इन ट्रेनों में भी टिकट मिलना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में यात्रियों को अपनी यात्रा की योजना पहले से बनानी होगी और रेलवे के दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा, ताकि वे सुगम और सुरक्षित यात्रा कर सकें।