Gorakhpur Weather: गोरखपुर में दिवाली के बाद मौसम में एक बड़ा बदलाव देखा गया है। जहाँ पहले गर्मी का मौसम था, अब ठंड का असर बढ़ता जा रहा है। इस बदलाव का कारण दीपावली के बाद हुई आतिशबाजी से प्रदूषण में तेजी से गिरावट आना है। एयूक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स) जो दिवाली से पहले 321 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक पहुँच चुका था, अब महज 6 दिन में 79 तक पहुँच चुका है, जो प्रदूषण को नियंत्रित करने के संकेत हैं।
प्रदूषण में कमी से बढ़ी ठंड और धुंध
दिवाली के बाद गोरखपुर में प्रदूषण की स्थिति में सुधार आया है। इससे न केवल हवा साफ हुई है, बल्कि रात के समय ठंड का भी असर बढ़ा है। देर रात से लेकर सुबह तक धुंध का प्रभाव साफ तौर पर देखा जा सकता है। पुरवा हवा इस धुंध को बढ़ाने और वातावरण में नमी का स्तर बढ़ाने का काम कर रही है। यह हवा बंगाल की खाड़ी से आ रही है, जो गोरखपुर और आसपास के इलाकों में नमी की मात्रा बढ़ाकर धुंध की स्थिति को उत्पन्न कर रही है।
वहीं, पश्चिमी हवाएं भी ऊपरी वातावरण में बह रही हैं, जो उत्तर-पश्चिम भारत से प्रदूषण को लेकर पूर्वी उत्तर प्रदेश तक पहुंचा रही हैं और साथ ही बादलों के साथ मिलकर धुंध बना रही हैं। वर्तमान में इन हवाओं की गति बहुत कम है, जिस कारण सुबह तक धुंध बनी रहती है।
गोरखपुर में न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के नीचे, अधिकतम तापमान स्थिर
गोरखपुर का न्यूनतम तापमान अब 20 डिग्री सेल्सियस के नीचे गिर चुका है और अधिकतम तापमान लगभग 30 डिग्री सेल्सियस तक स्थिर हो गया है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में ठंड में और वृद्धि हो सकती है। पुरवा हवा और पश्चिमी हवाओं के मिश्रण से मौसम में और ठंडक का असर दिखाई देगा।
धुंध और ठंड की बढ़ती स्थिति: क्या कहते हैं मौसम विशेषज्ञ
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, गोरखपुर और आसपास के इलाकों में धुंध की स्थिति बढ़ने वाली है। अध्ययन से यह भी स्पष्ट हो रहा है कि नवंबर के मध्य तक तापमान में गिरावट और अधिक हो सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि गोरखपुर और आसपास के इलाकों में पारे में गिरावट होगी, जिससे रात के समय ठंड और अधिक महसूस होगी।
विशेषज्ञों के मुताबिक, 15 नवंबर के बाद गोरखपुर और आसपास के इलाकों का तापमान तेजी से गिर सकता है। न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच सकता है और अधिकतम तापमान 26 से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। दिसंबर की शुरुआत तक दोनों तापमान स्तरों में 2 से 4 डिग्री की गिरावट हो सकती है।
गोरखपुर में बढ़ेगा ठंड और धुंध का असर
गोरखपुर में ठंड के बढ़ने के साथ धुंध का असर भी अधिक होगा। पुरवा हवा के कारण नमी का स्तर बढ़ेगा, जिससे शाम से लेकर सुबह तक दृश्यता की स्थिति खराब रहेगी। साथ ही, पश्चिमी हवाओं से आने वाला प्रदूषण भी धुंध की स्थिति को और बढ़ावा देगा। यह प्रभाव केवल गोरखपुर तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि आसपास के इलाकों जैसे बस्ती, देवरिया, महराजगंज और सिद्धार्थनगर में भी इसका असर देखा जा सकता है।
गोरखपुर के नागरिकों के लिए मौसम की चेतावनी
मौसम विशेषज्ञों ने गोरखपुर और आसपास के क्षेत्रों में ठंड और धुंध के बढ़ने को लेकर नागरिकों को अलर्ट किया है। उन्होंने कहा है कि अगले कुछ दिनों में दिन के समय धुंध और ठंड बढ़ेगी, जिससे यात्रा में कठिनाई हो सकती है। साथ ही, वाहन चालकों को भी सतर्क रहने की सलाह दी गई है क्योंकि घने कोहरे के कारण सड़क पर दृश्यता कम हो सकती है।
गोरखपुर के नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे ठंड से बचने के लिए उचित कपड़े पहनें, खासकर रात और सुबह के समय। साथ ही, प्रदूषण से बचने के लिए घर के अंदर रहने की कोशिश करें और मास्क का इस्तेमाल करें।
आने वाले दिनों में कैसा रहेगा मौसम
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, 15 नवंबर के बाद गोरखपुर का तापमान तेजी से गिर सकता है। न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस तक पहुँचने की संभावना है, जबकि अधिकतम तापमान 26 से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। दिसंबर की शुरुआत में तापमान और गिर सकता है। मौसम विशेषज्ञों ने यह भी कहा कि सर्दी की लहर के चलते आने वाले दिनों में ठंड में और वृद्धि हो सकती है।
गोरखपुर में दिवाली के बाद प्रदूषण में कमी आने के साथ मौसम में ठंडक का प्रभाव बढ़ रहा है। पुरवा हवा और पश्चिमी हवाओं के असर से धुंध की स्थिति और ठंड बढ़ सकती है। मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि गोरखपुर और आसपास के क्षेत्रों में तापमान में गिरावट आने वाली है, जिससे सर्दी और धुंध की स्थिति और बढ़ेगी। नागरिकों को ठंड और प्रदूषण से बचने के लिए सतर्क रहना होगा।