Gorakhpur : शादी के दौरान DJ की तेज धुन और देर रात तक होने वाली शोर-शराबे से परेशान लोगों के लिए अब राहत की खबर आई है। गोरखपुर पुलिस और प्रशासन ने शादी, तिलक या अन्य शुभ आयोजनों के दौरान शांति बनाए रखने के लिए नई दिशा-निर्देश जारी किए हैं। अब शादी के हॉल और रिसॉर्ट्स में देर रात तक डीजे बजाने और जश्न मनाने की अनुमति नहीं होगी। अगर कोई इन नियमों का उल्लंघन करता है, तो तुरंत स्थानीय पुलिस स्टेशन को सूचना देने की सलाह दी गई है, ताकि उस पर कार्रवाई की जा सके।
शादी के हॉल में नई हिदायतें और शांति की पहल
गोरखपुर के एसपी सिटी अभिषेक त्यागी और एडीएम सिटी अंजनी सिंह ने बुधवार को कलेक्टरate भवन में एक बैठक आयोजित की, जिसमें शादी हॉल ऑपरेटरों से कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए। अधिकारियों ने कहा कि शादी या अन्य किसी शुभ अवसर पर जब भी बुकिंग की जाए, तब आयोजक से यह सुनिश्चित कर लें कि शादी के हॉल में शोर-शराबा नहीं किया जाएगा। विशेष रूप से देर रात डीजे बजाने पर पूरी तरह से रोक लगाई जाएगी। इस कदम से शादी के आयोजनों में शांति बनाए रखने का उद्देश्य है।
“लाल घाघरा” जैसे गानों पर रोक
इस दिशा-निर्देश में गाने पर भी रोक लगाने की बात की गई है, खासकर देर रात तक बजने वाले गाने जैसे कि “लाल घाघरा”। यह गाना शादियों में अक्सर बजता है, लेकिन इसकी तेज धुन और शोर के कारण आसपास के निवासियों को परेशानी होती है। इसलिए अब इन गानों को रात के वक्त बजाने की अनुमति नहीं होगी, ताकि शांति और अनुशासन बना रहे।
जाम और पार्किंग की समस्या पर कड़ी निगरानी
शादी के मौसम में ट्रैफिक जाम की समस्या एक बड़ी चिंता का विषय बन चुकी है। इस दौरान लोग शादी के जुलूस में नाचते-गाते हैं और पूरी सड़क पर कब्जा कर लेते हैं, जिससे कई बार यातायात प्रभावित होता है और जगह-जगह झगड़े की स्थिति पैदा हो जाती है। एसपी सिटी ने इस समस्या को गंभीरता से लिया है और शादी हॉल ऑपरेटरों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने सुरक्षा गार्ड्स को सतर्क रखें और सुनिश्चित करें कि वाहनों की पार्किंग ठीक से की जाए, ताकि सड़क पर अव्यवस्थित पार्किंग से ट्रैफिक जाम न हो।
एसपी सिटी ने कहा, “इस बार शादी के सीजन में कोई भी ट्रैफिक जाम न हो, इसके लिए सभी शादी हॉल ऑपरेटरों को जिम्मेदारी निभानी होगी। विवाह की सभी प्रक्रियाओं में वाहन पार्किंग की व्यवस्था और भी बेहतर बनानी होगी।”
CCTV कैमरों की अनिवार्यता
नई हिदायतों में यह भी शामिल किया गया है कि सभी शादी हॉल और रिसॉर्ट्स में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से हर गतिविधि पर निगरानी रखी जाएगी, जिससे कोई भी व्यक्ति नियमों का उल्लंघन न कर सके और किसी प्रकार की अराजकता उत्पन्न न हो।
पुलिस की कार्रवाई और कानूनी जिम्मेदारी
अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर कोई शादी हॉल या रिसॉर्ट नियमों का उल्लंघन करता है, तो पुलिस तुरंत कार्रवाई करेगी। इसके अलावा, यदि किसी व्यक्ति द्वारा हंगामा या शोर-शराबा किया जाता है तो स्थानीय पुलिस स्टेशन में सूचना देने के लिए परिवार और मेहमानों से भी कहा गया है। पुलिस की कार्रवाई को तेज करने के लिए शादी हॉल ऑपरेटरों और आयोजकों की जिम्मेदारी भी बढ़ा दी गई है।
शादी के दौरान शांति और सुरक्षा के प्रति प्रशासन की गंभीरता
गोरखपुर प्रशासन ने इस पहल से यह संदेश दिया है कि शहर में शांति बनाए रखना उनकी प्राथमिकता है। शादी जैसे खास अवसर पर अगर शांति बनी रहती है, तो यह ना केवल आयोजकों के लिए बल्कि शहर के निवासियों के लिए भी एक सुखद अनुभव होगा। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की पहल से शहर में हो रही समस्याओं पर काबू पाया जा सकेगा, और लोग बिना किसी परेशानी के शादी समारोह का आनंद ले सकेंगे।
गोरखपुर में बढ़ते ट्रैफिक जाम की स्थिति
गोरखपुर जैसे शहर में, जहां पर शादी के मौसम के दौरान ट्रैफिक जाम आम बात हो जाती है, प्रशासन द्वारा यह कदम बहुत महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि शादी हॉल में होने वाले जुलूस और शोर-शराबे के कारण उनके रोजमर्रा के कामों में परेशानी आती है। ऐसे में प्रशासन की यह कोशिश है कि शादियों के दौरान होने वाली इन समस्याओं का समाधान निकाला जा सके।
गोरखपुर में शादी के दौरान शोर-शराबा और ट्रैफिक जाम की समस्याओं से निपटने के लिए प्रशासन ने जो कदम उठाए हैं, वह निश्चित रूप से स्वागत योग्य हैं। पुलिस और प्रशासन के इस प्रयास से शादी के आयोजनों में शांति बनी रहेगी और शहर के लोग बिना किसी परेशानी के अपने दिन-प्रतिदिन के कामों को कर सकेंगे। शादी हॉल ऑपरेटरों और मेहमानों को इन दिशा-निर्देशों का पालन करने के लिए कहा गया है, ताकि सभी का अनुभव सुखद और शांतिपूर्ण हो।