Gorakhpur News: गोरखपुर में एक दुखद घटना सामने आई है, जहां एक 15 वर्षीय किशोर की दशहरा मेले में दोस्तों के साथ जाने के दौरान चाकू मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना शनिवार रात राजघाट पुल के पास हुई और इसके पीछे पुरानी रंजिश बताई जा रही है। इस हमले में किशोर के दोस्तों ने उसकी मदद करने की कोशिश की, लेकिन आरोपियों ने उन्हें भी नहीं बख्शा। इस मामले में राजघाट पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
घटना का विवरण
अंकुश निषाद, जो कि खजनी क्षेत्र के डोमारघाट का निवासी था, अपने दोस्तों विशाल, नितेश और बिगाडू के साथ दशहरे के मेले में गया था। घटना रात लगभग 10 बजे की है जब अंकुश को अमरूद मंडी की ओर जाने वाले रास्ते पर पांच युवकों ने घेर लिया।
आरोपियों ने पहले अंकुश को पीटा और फिर उसकी पेट में चाकू से कई बार वार किए। जब उसके दोस्त उसके चिल्लाने की आवाज सुनकर बचाने आए, तो आरोपियों ने उनके ऊपर भी हमला करने का प्रयास किया। इस बीच, स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंच गई, लेकिन आरोपियों ने भागने में सफलता प्राप्त की।
अस्पताल में मौत
राजघाट पुलिस ने अंकुश को तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना से अंकुश के परिवार में कोहराम मच गया। उसके दोस्तों ने तुरंत अंकुश की मां, मैना देवी और उसके पिता महेंद्र को सूचित किया। महेंद्र, जो सूरत में पेंट पोलिशर का काम करते हैं, इस दुखद समाचार को सुनकर तुरंत घर के लिए रवाना हो गए।
परिवार का दुख
अंकुश तीन भाईयों में सबसे छोटा था। उसके दो बड़े भाई अभिषेक और अंकित भी सूरत में अपने पिता के साथ काम करते हैं। अंकुश की हत्या ने उसके परिवार को बुरी तरह प्रभावित किया है। अंकुश के चाचा अनिल निषाद ने राजघाट पुलिस स्टेशन में एक लिखित शिकायत दी, जिसमें उन्होंने घटना की पूरी जानकारी दी।
आरोपियों की गिरफ्तारी
राजघाट पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि घटना के पीछे पुरानी रंजिश का मामला है। मामले की गहन जांच की जा रही है और पुलिस अन्य संभावित आरोपियों की तलाश कर रही है।
सामुदायिक प्रतिक्रिया
इस घटना ने गोरखपुर के स्थानीय निवासियों को चिंतित कर दिया है। दशहरे जैसे त्योहारों पर जब लोग खुशी मनाने के लिए इकट्ठा होते हैं, तब ऐसी हिंसक घटनाएं समाज में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा करती हैं। स्थानीय लोग इस घटना की कड़ी निंदा कर रहे हैं और पुलिस से मांग कर रहे हैं कि वे इस मामले में सख्त कार्रवाई करें ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
सुरक्षा के उपाय
इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन को सुरक्षा के उपायों को और अधिक सख्त करना होगा। मेले और सार्वजनिक कार्यक्रमों में पुलिस की मौजूदगी को बढ़ाना चाहिए ताकि किसी भी प्रकार की हिंसा या अपराध को रोका जा सके।
- स्थानीय पुलिस की गश्त: मेले के दौरान पुलिस की गश्त को बढ़ाना और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखना आवश्यक है।
- सुरक्षा कैमरे: सार्वजनिक स्थलों पर CCTV कैमरे लगाना ताकि घटनाओं का रिकॉर्ड रखा जा सके और अपराधियों की पहचान में मदद मिल सके।
- सामाजिक जागरूकता: स्थानीय निवासियों को इस तरह के अपराधों के प्रति जागरूक करना और उन्हें अपनी सुरक्षा के उपायों के बारे में बताना चाहिए।
मानसिक स्वास्थ्य
इस घटना ने यह भी उजागर किया है कि युवा पीढ़ी को मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर ध्यान देने की आवश्यकता है। इस तरह की हिंसक घटनाओं का युवाओं पर गहरा प्रभाव पड़ता है। उन्हें मानसिक रूप से मजबूत बनाने के लिए स्कूलों और कॉलेजों में काउंसलिंग सेवाओं का प्रवर्तन किया जाना चाहिए।