Gorakhpur News: रविवार सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहरमपुर रेगुलेटर नंबर वन के पास हावर्ट डैम पर बन रही चार लेन सड़क के निर्माण कार्य का स्थल निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माण कार्य का नक्शा देखा और प्रगति की जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह चार लेन सड़क बाढ़ से सुरक्षा के साथ ट्रैफिक की समस्या का समाधान करेगी। उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए और परियोजना को तय समय पर पूरा करने का भरोसा जताया।
गोरखपुर के चारों ओर फैला जल और उसकी सुरक्षा व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने बताया कि गोरखपुर एक ऐसा क्षेत्र है जो चारों ओर से जल स्रोतों से घिरा हुआ है। पूर्व में रामगढ़ताल उत्तर में चिलुआताल पश्चिम में राप्ती नदी और उत्तर पश्चिम में रोहिन नदी इस शहर को घेरे हुए हैं। रोहिन नदी से सुरक्षा के लिए मधोपुर तटबंध बनाया गया है। डोमिनगढ़ के पास राप्ती और रोहिन नदियां आपस में मिलती हैं और फिर राप्ती नदी पश्चिम दिशा से गोरखपुर के किनारे बहती है। इसी बाढ़ से सुरक्षा के लिए हावर्ट डैम का निर्माण हुआ है।
मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि पूर्वांचल में कहीं भी बाढ़ आती है तो गोरखपुर बचाव कार्यों का मुख्य केंद्र होता है। वर्ष 2017-18 में जब राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ा था तब हावर्ट डैम क्षेत्र में हालात काफी संवेदनशील हो गए थे। काफी प्रयासों के बाद तटबंध को बचाया गया था। उसी समय से बाढ़ सुरक्षा और ट्रैफिक की समस्या को स्थायी रूप से हल करने की मांग उठी थी। इसी को ध्यान में रखते हुए राजघाट से डोमिनगढ़ तक चार लेन सड़क बनाई जा रही है और डोमिनगढ़ में रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण भी हो रहा है।
महेशरा तक सड़क विस्तार और व्यापारियों को राहत
मुख्यमंत्री ने कहा कि हावर्ट डैम के बाद मधोपुर तटबंध को इस चार लेन से जोड़ते हुए महेशरा तक सड़क का विस्तार किया जाएगा। इससे शहर के बाहर शानदार कनेक्टिविटी मिलेगी। अब नेपाल की ओर जाने वाले यात्रियों को शहर के अंदर नहीं आना पड़ेगा। वे सीधे महेशरा और फिर सोनौली रोड जा सकेंगे। साहबगंज का कपड़ों का व्यापार और ट्रकों की रातभर पार्किंग से होने वाली परेशानियों का समाधान भी इसी चार लेन से होगा। अब व्यापारी भी दिन और रात कभी भी सामान भेज सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राजघाट पुल से डोमिनगढ़ तक 4 किलोमीटर की चार लेन सड़क पर 195 करोड़ रुपये खर्च होंगे। डोमिनगढ़ से महेशरा तक 10 किलोमीटर लंबी सड़क पर 380 करोड़ रुपये का व्यय होगा। डोमिनगढ़ में बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज पर 132 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यानी कुल 700 करोड़ से ज्यादा की योजना की स्वीकृति मिल चुकी है और युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। अगर किसी का मकान या मंदिर रास्ते में आता है तो प्रशासन उसे सम्मानजनक पुनर्वास और मुआवजा देगा। यह योजना आम जनता और व्यापारियों की सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए पूरी की जाएगी।