Gorakhpur News: गोरखपुर के प्रसिद्ध रामगढ़ताल की लहरों पर इस बार फिर खेल प्रेमियों को रोमांचक नजारा देखने को मिलेगा। 22 से 26 अक्टूबर तक होने वाली 25वीं सब जूनियर रोइंग राष्ट्रीय चैंपियनशिप में देशभर के 20 राज्यों के 250 खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। इससे पहले यह प्रतियोगिता 2023 में चंडीगढ़ में आयोजित की गई थी।
रामगढ़ताल: रोइंग प्रतियोगिताओं का बेहतरीन स्थल
रामगढ़ताल को राष्ट्रीय रोइंग प्रतियोगिताओं के आयोजन के लिए एक उत्कृष्ट स्थल माना गया है। यहां की संरचना और सुविधाओं के साथ-साथ सबसे बड़ी विशेषता इसकी बेहतरीन कनेक्टिविटी है। रामगढ़ताल से करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर कुशीनगर में एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा स्थित है, जिससे यहां विदेशी खिलाड़ियों की भी सीधी पहुंच हो सकती है।
रोइंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (आरएफआई) इस स्थल की व्यवस्थाओं और सुंदरता से प्रभावित होकर इसे भविष्य में अंतरराष्ट्रीय रोइंग प्रतियोगिताओं के लिए भी एक संभावित स्थान मान रही है।
प्रतियोगिता की तैयारियाँ और भागीदारी
इस बार सब जूनियर रोइंग राष्ट्रीय चैंपियनशिप का आयोजन भारतीय रोइंग एसोसिएशन के तत्वावधान में यूपी रोइंग एसोसिएशन खेल विभाग के सहयोग से किया जा रहा है। प्रतियोगिता के लिए देश के 20 राज्यों की टीमों ने पंजीकरण कराया है। कुल 240 खिलाड़ी इस प्रतियोगिता के बालक और बालिका वर्ग में भाग लेंगे, जिनमें 136 बालक और 114 बालिकाएं शामिल हैं। इन टीमों के साथ 33 अधिकारी भी होंगे। प्रतियोगिता की न्याय समिति के सदस्य 19 अक्टूबर को गोरखपुर पहुंचेंगे और उसी दिन से रामगढ़ताल में कोर्स लाइन की तैयारी उनके निर्देशन में शुरू हो जाएगी।
प्रतियोगिता का औपचारिक उद्घाटन उत्तर प्रदेश के खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव द्वारा किया जाएगा। वहीं समापन समारोह पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विजेताओं को सम्मानित करेंगे।
विदेश से मंगाई गईं स्पेशल बोट्स
इस प्रतियोगिता के लिए पिछले वर्ष जर्मनी से मंगाई गई 20 बोट्स का उपयोग किया जाएगा। आयोजन सचिव और अंतरराष्ट्रीय रोइंग खिलाड़ी पुनीत बालियान ने बताया कि इन बोट्स की कीमत 20 लाख से 50 लाख रुपये तक है। ये बोट्स विशेष प्रकार के फाइबर से बनी होती हैं, जो हल्की होने के साथ-साथ बेहद मजबूत होती हैं। इनका वजन 25 से 50 किलोग्राम के बीच होता है, जिससे यह पानी में तेज गति से चलती हैं। भारतीय बोट्स की तुलना में ये बोट्स बहुत हल्की और गति में तेज होती हैं, यही कारण है कि रोइंग प्रतियोगिताओं के लिए विदेशी बोट्स का उपयोग किया जाता है।
विभिन्न इवेंट्स के लिए अलग-अलग बोट्स
रोइंग प्रतियोगिता के लिए विभिन्न इवेंट्स में इस्तेमाल होने वाली बोट्स का वजन भिन्न होता है। इनमें सिंगल स्कल 14 किलोग्राम, डबल स्कल 22 किलोग्राम, कॉक्सलेस पेयर 29 किलोग्राम और कॉक्सलेस फोर 50 किलोग्राम होती हैं। ये बोट्स स्विफ्ट कंपनी की होती हैं, जो विश्व कप और एशियन गेम्स जैसी बड़ी प्रतियोगिताओं में इस्तेमाल की जाती हैं।
प्रतियोगिता में होने वाले इवेंट्स
इस बार बालक और बालिका वर्ग में पांच इवेंट्स आयोजित किए जाएंगे। सभी प्रतियोगिताएं 500 मीटर की दूरी पर होंगी। इसमें सिंगल स्कल, डबल स्कल, कॉक्सलेस पेयर, कॉक्सलेस फोर और अंडर 13 डबल स्कल इवेंट्स शामिल होंगे।
सबसे बड़ी टीम महाराष्ट्र से
प्रतियोगिता में इस बार सबसे बड़ी टीम महाराष्ट्र से आ रही है। वहां से 24 बालक और 20 बालिकाएं भाग लेंगे। इसके अलावा हरियाणा से 29 खिलाड़ी, पश्चिम बंगाल से 27, केरल से 24, पंजाब से 17, झारखंड और तमिलनाडु से 16-16, ओडिशा से 11 खिलाड़ी इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे। उत्तर प्रदेश से कुल चार खिलाड़ी भाग लेंगे, जिनमें से एक गोरखपुर से होगा।
पहले भी हो चुका है खेलो इंडिया का आयोजन
रामगढ़ताल ने मई 2023 में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के तहत रोइंग प्रतियोगिता का सफल आयोजन किया था। इसमें 500 और 2000 मीटर की प्रतियोगिताएं हुई थीं। इससे रामगढ़ताल की राष्ट्रीय स्तर पर पहचान और बढ़ी है।
आकर्षक नजारा और रोइंग का रोमांच
रामगढ़ताल की लहरों पर जब खिलाड़ी अपनी बोट्स को चलाते हुए दिखेंगे, तो यह नजारा खेल प्रेमियों के लिए बेहद रोमांचक होगा। इस प्रतियोगिता से गोरखपुर का नाम रोइंग खेल में और भी ऊंचाई पर पहुंचेगा। राष्ट्रीय स्तर पर यहां के आयोजन और व्यवस्थाओं की तारीफ हो रही है, जिससे भविष्य में और भी बड़ी प्रतियोगिताओं की संभावना प्रबल हो गई है।