Gorakhpur News: गोरखपुर के चौरीचौरा नगर पंचायत के वार्ड नंबर 1 बुधनगर (भगवानपुर) में स्थित श्री वैष्णो एल्युमिनियम और स्टील की दुकान में गुरुवार की रात दीपावली के दीयों से लगी आग ने विकराल रूप ले लिया। दुकान में रखा स्टील, एल्युमिनियम, सजावट का सामान और मशीनरी आदि करीब 4 लाख रुपये की कीमत का सामान जलकर राख हो गया।
पूजा के बाद दीयों की आग बनी दुर्घटना का कारण
दुकान के मालिक, प्रद्युम्न कुमार पासवान ने बताया कि दीपावली की रात पूजा करने और दीया जलाने के बाद वह घर चले गए थे। पूजा के दौरान जलाए गए दीयों से आग फैल गई, जो देर रात दुकान में लगी। आग इतनी तेजी से फैली कि दुकान में रखा लगभग सारा सामान जलकर खाक हो गया। आसपास के लोगों ने आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।
कोई जनहानि नहीं, लेकिन बड़ा आर्थिक नुकसान
हालांकि, इस दुर्घटना में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन दुकान मालिक को बड़े आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ा। 4 लाख रुपये का सामान जलकर राख में तब्दील हो गया। प्रद्युम्न कुमार पासवान ने इस घटना की सूचना संबंधित अधिकारियों को दी और जल्द ही नुकसान की भरपाई के लिए प्रशासन से सहायता की अपील की।
आस-पास के लोगों ने की आग बुझाने की कोशिश
जैसे ही दुकान से धुआं उठता दिखा, आस-पास के लोग तुरंत घटना स्थल पर पहुंच गए और आग बुझाने में लग गए। पानी और बाल्टी की मदद से लोगों ने आग को काबू में करने की कोशिश की, लेकिन जब तक आग पर पूरी तरह काबू पाया गया, तब तक दुकान में रखे लगभग सभी सामान राख हो चुके थे। इस हादसे से पूरे क्षेत्र में शोक का माहौल है।
प्रशासन से मदद की गुहार
दुकान मालिक प्रद्युम्न कुमार ने प्रशासन से अपील की है कि उन्हें उनके नुकसान की भरपाई के लिए सहायता दी जाए। उन्होंने बताया कि इस दुकान से उनकी आजीविका जुड़ी हुई थी और अब उनके पास कुछ भी नहीं बचा है।
आग लगने का कारण: दीयों से अनजाने में हुआ हादसा
इस घटना ने दीपावली पर दीयों और पटाखों के इस्तेमाल से होने वाले हादसों पर एक बार फिर ध्यान आकर्षित किया है। दीपावली के समय लोग घरों और दुकानों में दीये जलाकर त्योहार की रौनक बढ़ाते हैं, लेकिन इस दौरान सुरक्षा का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है। खासतौर पर दुकानों और घरों में दीयों को बुझाने की उचित व्यवस्था के बिना छोड़ना खतरनाक हो सकता है।
क्षेत्रवासियों ने की परिवार को सहयोग देने की अपील
इस हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने भी दुकान मालिक प्रद्युम्न कुमार और उनके परिवार को आर्थिक सहायता देने की अपील की है। उनके अनुसार, इस दुकान के नष्ट होने से प्रद्युम्न कुमार को गंभीर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ेगा। क्षेत्र के लोग चाहते हैं कि प्रशासन इस मामले को संज्ञान में ले और उन्हें जल्द से जल्द राहत प्रदान करे।
हादसे से सुरक्षा जागरूकता का संदेश
दीपावली पर दीयों से लगी इस आग ने सभी को यह संदेश दिया कि त्योहार के दौरान सुरक्षा का विशेष ध्यान रखना चाहिए। लोग अनजाने में दीयों को बिना ध्यान दिए छोड़ देते हैं, जो बड़ी दुर्घटनाओं का कारण बन सकते हैं। अग्नि सुरक्षा नियमों का पालन करना और विशेष सावधानी बरतना आवश्यक है ताकि इस तरह के हादसों को रोका जा सके।
दीपावली पर सावधानी बरतने की आवश्यकता
दीपावली के मौके पर यह घटना इस बात का उदाहरण है कि थोड़ी सी लापरवाही किस प्रकार बड़े हादसे का कारण बन सकती है। त्योहार के मौके पर दीये जलाना भारतीय संस्कृति का हिस्सा है, लेकिन यह जरूरी है कि दीयों को जलाने के बाद उन पर निगरानी रखी जाए।
दुकान मालिक को नुकसान की भरपाई की आवश्यकता
प्रद्युम्न कुमार पासवान जैसे लोगों के लिए जो पूरी तरह से अपनी दुकान पर निर्भर होते हैं, इस तरह की घटनाएं जीवन के लिए एक बड़ा झटका साबित होती हैं। ऐसे में प्रशासन का दायित्व बनता है कि वह जल्द से जल्द राहत कार्यवाही करे और नुकसान की भरपाई का प्रबंध करे।
घटना से सीखे सबक
इस हादसे से सभी को यह सबक मिला है कि त्योहारों पर छोटी-छोटी सावधानियाँ अपनाकर बड़े हादसों से बचा जा सकता है। दीयों और पटाखों का इस्तेमाल करते समय उचित सुरक्षा उपायों का पालन करने की आवश्यकता है ताकि किसी तरह की अनहोनी से बचा जा सके।
इस हादसे ने गोरखपुर में त्योहार की खुशियों के बीच दुख का माहौल पैदा कर दिया है। प्रद्युम्न कुमार पासवान की दुकान का जलना उनके परिवार के लिए बड़ा आर्थिक झटका है। इस तरह की घटनाओं से हम सभी को यह सीखना चाहिए कि त्योहार के समय अतिरिक्त सावधानी बरतना आवश्यक है।