Gorakhpur News: Gorakhpur के नगर निगम ने हाल ही में नगर निगम सीमा में शामिल किए गए 10 नए वार्डों में संपत्ति कर की वसूली के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं। निगम ने हरसेवकपुर और खोराबार वार्डों में भवन सर्वे और जियो टैगिंग का काम लगभग पूरा कर लिया है। इन दो वार्डों में करीब 16 हजार संपत्तियों की पहचान की गई है और अब निगम ने व्यावासिक संपत्तियों के मालिकों को नोटिस जारी कर संपत्ति कर की वसूली शुरू करने का निर्णय लिया है।
नगर निगम ने यह निर्णय लिया है कि नए वार्डों में संपत्ति कर की वसूली वित्तीय वर्ष 2024-25 से ही शुरू की जाएगी। इस समय अन्य नए वार्डों में सर्वे का काम जारी है जहां भवनों की भौतिक सत्यापन और डिजिटल मैपिंग की प्रक्रिया चल रही है। सर्वे के पूरा होने के बाद निगम कर की गणना करेगा और उसे सार्वजनिक करेगा फिर नोटिस भेजे जाएंगे।
निगम ने नए वार्डों में व्यावासिक संपत्तियों पर विशेष ध्यान देने का निर्णय लिया है क्योंकि यहां बड़ी संख्या में व्यावासिक संपत्तियां हैं जिनसे नगर निगम को अच्छा आय प्राप्त होने की उम्मीद है। नगर निगम के आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने स्पष्ट किया कि पहले चरण में सभी व्यावासिक संपत्तियों को कर के दायरे में लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
नगर निगम ने वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 और पुराने बकाए करों के लिए एकमुश्त भुगतान की सुविधा दी है। जो लोग 30 अप्रैल तक बकाया कर और ब्याज के साथ भुगतान करेंगे उन्हें विशेष छूट का लाभ मिलेगा। जो लोग डिजिटल, ऑनलाइन या कैशलेस भुगतान करेंगे उन्हें कुल कर पर 15 प्रतिशत की छूट मिलेगी, जबकि अन्य भुगतान तरीकों से भुगतान करने वालों को 10 प्रतिशत की छूट मिलेगी।
नगर निगम आयुक्त ने बताया कि जिन नागरिकों को अब तक संपत्ति कर बिल नहीं मिला है, वे नगर निगम कार्यालय के कंप्यूटर विभाग से संपर्क कर बिल प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, संपत्ति कर बिल निगम की आधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है और ऑनलाइन भुगतान की सुविधा भी उपलब्ध है।
अतिरिक्त नगर निगम आयुक्त दुर्गेश मिश्रा ने कहा कि खोराबार और हरसेवकपुर वार्डों में सर्वे लगभग पूरा हो चुका है और इन क्षेत्रों में जल्द ही नोटिस भेजे जाएंगे। बाकी आठ वार्डों में सर्वे का काम तेजी से किया जा रहा है और निगम का लक्ष्य अगले कुछ महीनों में सभी नए वार्डों को कर प्रणाली में शामिल करना है।