Gorakhpur news: 1 दिसंबर 2024 को गोरखपुर में एक भव्य और विशेष विवाह समारोह आयोजित होने जा रहा है, जिसमें 1200 गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटियों की शादी का आयोजन किया जाएगा। इन बेटियों के परिवारों के लिए शादी के आयोजन की मुश्किलें किसी चुनौती से कम नहीं थीं, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल से इन परिवारों की परेशानियों का समाधान हुआ है। मुख्यमंत्री की मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत, इन बेटियों की शादी सरकार की तरफ से आयोजित एक शानदार समारोह में सम्पन्न कराई जाएगी।
इस भव्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं इन नवदम्पतियों को आशीर्वाद देने के लिए उपस्थित रहेंगे। यह समारोह हिंदुस्तान फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स लिमिटेड (फर्टिलाइजर फैक्ट्री) के परिसर में आयोजित किया जाएगा, जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी उपस्थिति से इन लड़कियों के जीवन के इस खास मौके को और भी यादगार बनाएंगे। इस आयोजन के तहत कुल 1200 गरीब बेटियों की शादी को सामाजिक कल्याण विभाग और जिला प्रशासन मिलकर बड़े धूमधाम से सम्पन्न कराएंगे।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत सरकार प्रत्येक शादी पर ₹51,000 खर्च करेगी। इसमें से ₹35,000 राशि सीधे उस लड़की के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी, जो शादी के लिए तैयार है। बाकी ₹10,000 तोहफों के रूप में दिये जाएंगे और बाकी राशि प्रशासनिक खर्चों के लिए निर्धारित की जाएगी। इस कार्यक्रम में दुल्हन को एक कढ़ाई वाली साड़ी, दुपट्टा, दैनिक उपयोग की साड़ी, और दूल्हे के लिए कुर्ता-पजामा, पगड़ी, माला आदि तोहफे दिए जाएंगे। मुस्लिम विवाहों के लिए कपड़े, कढ़ाई वाला सूट, दुपट्टा, सूट के कपड़े, कुर्ता-पजामा और अन्य जरूरी सामग्री दी जाएगी। इसके साथ-साथ चांदी की पायल और toe rings (पैर की अंगूठी) भी दुल्हन को ज्वेलरी के रूप में दी जाएगी। घर का सामान, जिसमें कुकर, जुग या लोटा, थाली, ग्लास, कटोरी, चमच, बॉक्स और एक मेकअप बॉक्स भी दिया जाएगा, जिसमें सभी जरूरी कॉस्मेटिक्स मौजूद होंगे।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना की सफलता
इस योजना के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने गरीब और जरूरतमंद परिवारों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है। 2017-18 से अब तक इस योजना का लाभ हजारों गरीब परिवारों को हुआ है, जिनकी बेटियों की शादी के लिए किसी प्रकार की वित्तीय परेशानी थी। अब सरकार की मदद से इन परिवारों को अपनी बेटियों की शादी में कोई आर्थिक संकट नहीं आता।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस योजना की शुरुआत 2017-18 में हुई थी, जब कुल 81 बेटियों की शादी हुई थी। उसके बाद से इस योजना ने लगातार गति पकड़ी और 2023-24 तक यह आंकड़ा बढ़कर 4078 तक पहुंच गया। प्रत्येक साल इस योजना के तहत बेटियों की शादी करने का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है, और इसके साथ ही समाज में जागरूकता भी फैल रही है।
समाज में बदलाव और गरीब परिवारों को राहत
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना ने समाज के विभिन्न वर्गों के बीच एक सकारात्मक बदलाव लाया है। गरीब परिवारों के लिए यह योजना एक वरदान साबित हो रही है, क्योंकि अब उन्हें अपनी बेटियों की शादी के लिए कोई कर्ज लेने या मुश्किल में नहीं पड़ना पड़ता। इस योजना के माध्यम से सरकार ने न केवल वित्तीय संकट का समाधान किया है, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया है कि समाज में हर वर्ग को समान अवसर मिले और वे भी अपने सामाजिक और पारिवारिक कर्तव्यों को निभा सकें।
सीएम योगी आदित्यनाथ की इस पहल से समाज के सभी वर्गों में एकजुटता और समझ बनी है, और यह योजना यह संदेश देती है कि सरकार समाज के सबसे कमजोर वर्ग के साथ खड़ी है और उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए हर संभव कदम उठा रही है। इससे न केवल आर्थिक सशक्तिकरण हो रहा है, बल्कि समाज में समानता की भावना भी बढ़ रही है।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का विस्तृत प्रभाव
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का प्रभाव न केवल परिवारों के लिए राहत लेकर आया है, बल्कि इससे समाज के विभिन्न वर्गों में भी सामाजिक समरसता बढ़ी है। इस योजना के माध्यम से राज्य में लाखों बेटियों की शादी हो चुकी है और यह सिलसिला निरंतर जारी है। यह योजना समाज में समावेशिता और समानता की भावना को बढ़ावा दे रही है।
योजना के तहत हर वर्ष हजारों बेटियों का विवाह सरकार की मदद से होता है, और इस तरह से वे एक खुशहाल जीवन की शुरुआत करती हैं। यह कार्यक्रम न केवल आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को सहारा दे रहा है, बल्कि उन परिवारों को भी प्रोत्साहित कर रहा है, जिनके लिए अपनी बेटी की शादी एक बड़ा सामाजिक दबाव और आर्थिक संकट बन गया था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सामूहिक विवाह योजना ने गरीब और जरूरतमंद परिवारों के लिए शादी के आयोजन की परेशानियों को हल किया है। यह योजना न केवल एक वित्तीय सहारा प्रदान कर रही है, बल्कि समाज में समानता, समरसता और भाईचारे का भी एक मजबूत संदेश दे रही है। 1 दिसंबर को होने वाला यह भव्य विवाह समारोह एक उदाहरण है कि कैसे सरकार ने समाज के कमजोर वर्गों की मदद के लिए निरंतर कदम उठाए हैं। इस योजना के माध्यम से राज्य सरकार ने लाखों परिवारों की चिंता दूर की है और उनके जीवन को बेहतर बनाने का प्रयास किया है।