Gorakhpur news: मकर संक्रांति के अवसर पर प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर में आयोजित होने वाले खिचड़ी मेला की तैयारी शुरू हो गई है। यह मेला एक महीने तक चलेगा, जिसमें धार्मिक आयोजन के साथ-साथ सांस्कृतिक और पारंपरिक कार्यक्रम भी होंगे। इस मेले के लिए पुलिस और प्रशासन ने व्यापक व्यवस्था की है, ताकि लाखों श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुविधाजनक अनुभव मिल सके।
सुरक्षा व्यवस्था: मेला थाना और अस्थायी पुलिस पोस्ट
खिचड़ी मेला की सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की योजना बनाई है। मेला स्थल पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए खिचड़ी मेला थाना और 5 अस्थायी पुलिस पोस्ट 5 जनवरी से स्थापित किए जाएंगे। खिचड़ी मेला थाना मुख्य मंदिर द्वार के सामने स्थित किया जाएगा, जबकि पुलिस पोस्ट यात्री निवास, दुसेहरी बाग तिराहा, दक्षिणी मुख्य द्वार और कौडियाहवा तिराहा पर स्थापित किए जाएंगे। पूरे परिसर की निगरानी CCTV कैमरों से की जाएगी और एक कंट्रोल रूम 24×7 सुरक्षा के लिए कार्य करेगा।
सुविधाएं और प्रबंध: श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं
गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी मेला में लाखों श्रद्धालु शामिल होंगे, और प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कई व्यवस्थाएं की हैं। मुख्य द्वार पर श्रद्धालुओं के जूते-चप्पल रखने की व्यवस्था की जाएगी।
मेले के दौरान, PA सिस्टम, कैंप ऑफिस और मोबाइल शौचालय 14 पार्किंग स्थलों पर स्थापित किए जाएंगे। 25 स्थानों पर अस्थायी हैंड पंप और पानी टैंकर की व्यवस्था की जाएगी। महिलाओं के लिए विशेष रूप से गुलाबी शौचालय (Pink Toilets) बनाए जाएंगे। इसके अलावा, मेले में फूलों और लाइट्स से सजाए गए सेल्फी प्वाइंट्स भी बनाए जाएंगे। गोरखनाथ ओवरब्रिज और एमपी पॉलिटेक्निक के पास भव्य स्वागत द्वार बनाए जाएंगे, ताकि श्रद्धालुओं का स्वागत अच्छे तरीके से किया जा सके।
पॉलिथीन मुक्त खिचड़ी मेला: पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कदम
इस बार खिचड़ी मेला पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए विशेष कदम उठाए गए हैं। प्रशासन ने मेले को पॉलिथीन मुक्त और एकल उपयोग प्लास्टिक मुक्त बनाने की योजना बनाई है। मेले में RRR सेंटर (Reduce, Reuse, Recycle) और Waste to Wonder Artifacts की स्थापना की जाएगी। इसके साथ ही, कपड़े के बैग खरीदने के लिए वेंडिंग मशीनें लगाई जाएंगी, जहां केवल 10 रुपये में बैग उपलब्ध होंगे।
पूरे परिसर में 100 से अधिक डस्टबिन लगाए जाएंगे और सफाई कर्मचारियों को ड्रेस कोड में तैनात किया जाएगा, ताकि सफाई व्यवस्था बनाए रखी जा सके।
स्वच्छता कर्मियों के लिए विशेष व्यवस्थाएं
सफाई कर्मियों की विशेष देखभाल की जाएगी, जो रात की ड्यूटी पर तैनात होंगे। उनके लिए बोनफायर, चाय और नाश्ते की व्यवस्था की जाएगी, ताकि वे अपनी ड्यूटी को आराम से निभा सकें। इसके अलावा, मेले के दौरान स्वच्छता बनाए रखने के लिए 24 घंटे कंट्रोल रूम भी कार्य करेगा, जो पूरे मेले की गतिविधियों की निगरानी करेगा।
स्वच्छ भारत मिशन और सरकारी योजनाओं को बढ़ावा देने के लिए मेले में पोस्टर और बैनर लगाए जाएंगे, ताकि लोगों को जागरूक किया जा सके।
प्रशासनिक बैठक और समय सीमा
नगर निगम आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में यह निर्णय लिया गया कि मेले की सभी तैयारियां 25 दिसंबर तक पूरी कर ली जाएंगी। बैठक में अतिरिक्त नगर निगम आयुक्त निरंकार सिंह, मुख्य अभियंता संजय चौहान और अन्य विभागीय अधिकारी भी उपस्थित थे।
इस बैठक में प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया कि मेला स्थल पर किसी भी प्रकार की कोई असुविधा न हो और सभी कार्य समय पर पूरे किए जाएं, ताकि मेले के आयोजन में कोई विघ्न न आए।
धार्मिक आस्था और आधुनिक प्रबंधन का अद्भुत संगम
गोरखनाथ मंदिर का खिचड़ी मेला न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र होगा, बल्कि यह पर्यावरणीय जागरूकता और आधुनिक प्रबंधन का भी अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करेगा। सुरक्षा, स्वच्छता और सुविधाओं के समन्वय के साथ यह मेला श्रद्धालुओं के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बनेगा।
इस बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं मेले में शामिल होंगे और मकर संक्रांति के दिन गुरु गोरखनाथ को खिचड़ी अर्पित करेंगे। देश भर से लाखों श्रद्धालु इस मेले में भाग लेंगे, और प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित, स्वच्छ और सुविधाजनक वातावरण मिले।