Gorakhpur News: गोरखपुर शहर में विकास कार्यों की रफ्तार तेज हो गई है। शहर में पहली बार एक बहुउद्देशीय “कल्याण मंडपम” का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। इसके साथ ही चारगवां में “कचरा ट्रांसफर स्टेशन,” गुलरिहा में “एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर (एबीसीएस),” नौसड़ में “एनिमल इनसिनरेटर,” और नगर निगम की पुरानी इमारत में “म्यूजियम” का निर्माण भी अंतिम चरण में है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जल्द ही इन सभी परियोजनाओं का उद्घाटन कर सकते हैं। गोरखपुर की जनता को ये सभी परियोजनाएं जल्द ही समर्पित की जा सकती हैं।
चारगवां में तैयार हुआ कचरा ट्रांसफर स्टेशन
चारगवां में बना कचरा ट्रांसफर स्टेशन अब पूरी तरह से तैयार हो गया है। इस स्टेशन के शुरू होते ही शहर के सभी वार्डों का कचरा घरों से एकत्र करके सीधे कचरा ट्रांसफर स्टेशन तक लाया जाएगा, जिससे अब स्टॉप हाउस तक कचरा ले जाने की जरूरत नहीं रहेगी। फिलहाल, कचरा ट्रांसफर स्टेशन का संचालन लालीघाटी पार्क क्षेत्र के बसंतपुर में किया जा रहा है, जहां शहर के लगभग 30 वार्डों से कचरा लाया जाता है। चारगवां में नए स्टेशन के खुलने के बाद यह संचालन अधिक सुव्यवस्थित हो सकेगा और शहर की स्वच्छता व्यवस्था में सुधार आएगा।
गोरखपुर का पहला कल्याण मंडपम – शादी-ब्याह के लिए बहुउद्देशीय स्थल
खोराबार में बन रहे गोरखपुर के पहले “कल्याण मंडपम” का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। इस मंडपम का निर्माण सीएनडीएस (निर्माण और डिजाइन सेवा) द्वारा किया जा रहा है। बिजली सब-स्टेशन के पास 4.25 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे इस कल्याण मंडपम में कई सुविधाएं प्रदान की गई हैं।
मंडपम में एक बहुउद्देशीय हॉल, आठ कमरे, अतिथि कक्ष, पार्किंग क्षेत्र और एक सम्मेलन हॉल का निर्माण किया गया है। बहुउद्देशीय हॉल में 300 लोगों के बैठने की क्षमता है, जो कि शादी, समारोह, और सामाजिक कार्यों के लिए एक आदर्श स्थल बनेगा। जल्द ही इस मंडपम के संचालन के लिए एक फर्म का चयन किया जाएगा, ताकि इसे पूर्ण रूप से जनता के लिए खोला जा सके।
गुलरिहा में एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर (एबीसीएस) – कुत्तों से राहत पाने की पहल
शहर में कुत्तों की समस्या से निपटने के लिए नगर निगम ने गुलरिहा में “एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर” का निर्माण किया है। इस केंद्र का निर्माण कार्य एजेंसी सीएनडीएस द्वारा किया जा रहा है और इसे संचालित करने के लिए एक निजी एजेंसी का चयन भी कर लिया गया है। यह केंद्र 1700 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला है और इसकी लागत 1.85 करोड़ रुपये है।
यह केंद्र प्रतिदिन 41 कुत्तों की नसबंदी करने की क्षमता रखता है, जिससे शहर में आवारा कुत्तों की संख्या को नियंत्रित किया जा सकेगा। यहां पर 30 कुत्तों की देखभाल करने की सुविधा भी होगी। इस केंद्र के चालू होने से शहर के लोग कुत्तों के आतंक से निजात पा सकेंगे और यह शहर की साफ-सफाई और स्वास्थ्य व्यवस्था को भी मजबूत करेगा।
नगर निगम भवन में म्यूजियम का निर्माण
गोरखपुर के नगर निगम की पुरानी इमारत में एक म्यूजियम का भी निर्माण हो रहा है, जिसमें शहर की ऐतिहासिक धरोहरों और सांस्कृतिक धरोहरों को संजोने का कार्य किया जाएगा। यह म्यूजियम गोरखपुर के लोगों के लिए एक नया आकर्षण बन जाएगा, जिसमें शहर की कला, संस्कृति और इतिहास के विभिन्न पहलुओं को प्रदर्शित किया जाएगा। म्यूजियम का कार्य भी लगभग पूरा हो चुका है और इसे जल्द ही उद्घाटन के लिए तैयार किया जाएगा।
कचरा ट्रांसफर स्टेशन का लाभ – शहर की सफाई व्यवस्था में सुधार
चारगवां में बने नए कचरा ट्रांसफर स्टेशन से शहर की सफाई व्यवस्था में बड़ा बदलाव आएगा। इससे पहले, बसंतपुर स्थित कचरा ट्रांसफर स्टेशन पर शहर के विभिन्न वार्डों से कचरा लाया जाता था, जो कि अब नए कचरा ट्रांसफर स्टेशन पर ले जाया जाएगा। यह स्टेशन शहर की सफाई व्यवस्था को आधुनिक और प्रभावी बनाने में सहायक होगा। इसके माध्यम से शहर के हर वार्ड से कचरा सीधे स्टेशन पर पहुंचाया जाएगा और वहां से इसका निस्तारण होगा।
इस नई व्यवस्था से कचरे के परिवहन में लगने वाला समय और संसाधनों की बचत होगी और शहर की सफाई व्यवस्था को अधिक सुचारू रूप से संचालित किया जा सकेगा।
गोरखपुर में विकास की नई उड़ान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में गोरखपुर में विकास कार्यों की एक नई तस्वीर उभर रही है। शहर में कल्याण मंडपम, कचरा ट्रांसफर स्टेशन, एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर, एनिमल इनसिनरेटर और म्यूजियम जैसी परियोजनाएं शहर की सुविधाओं को बढ़ावा देने के साथ ही नगरवासियों को बेहतर जीवन स्तर प्रदान करने की दिशा में एक कदम है। इन सभी परियोजनाओं का उद्घाटन मुख्यमंत्री द्वारा जल्द ही किया जाएगा, जो कि गोरखपुर के लोगों के लिए एक बड़ी सौगात होगी।
इन सभी विकास परियोजनाओं से गोरखपुर शहर की सुविधाएं बढ़ेंगी और नागरिकों को बेहतर सेवाएं मिल सकेंगी।