Gorakhpur news: गोरखपुर और वाराणसी के बीच चल रहे फोरलेन निर्माण कार्य में अब तेजी आ गई है और इसका मुख्य कारण है प्रशासन की कड़ी निगरानी। इस परियोजना का काम पिछले सात सालों से जारी था, लेकिन अब इसकी पूरी होने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। खासकर, गोरखपुर-वाराणसी फोरलेन के तहत बारहालगंज बाइपास ब्रिज पर बन रहे दूसरे लेन का काम अब अंतिम चरण में है और इसे जनवरी 15, 2024 तक पूरा किया जाएगा। इस परियोजना के पूरा होने के बाद गोरखपुर से वाराणसी की यात्रा और भी सुगम हो जाएगी और यातायात की समस्या में भी राहत मिलेगी।
सेकंड लेन की शुरुआत से यातायात में आएगी राहत
मार्च 2024 में पहले लेन का निर्माण पूरा कर यातायात के लिए खोल दिया गया था, जबकि दूसरे लेन का काम अब अंतिम चरण में है। जनवरी तक दूसरा लेन भी यातायात के लिए तैयार हो जाएगा। इससे गोरखपुर से वाराणसी जाने वाले यात्रियों को भारी राहत मिलेगी, क्योंकि इससे गोरखपुर से काशी तक की यात्रा का समय घटेगा और यातायात की समस्या हल होगी। इसके अलावा, पटना तिराहा से दोहरीघाट ब्रिज तक का जाम भी कम हो जाएगा, जिससे शहरवासियों को सुविधा होगी।
निर्माण कार्य में प्रशासन की सक्रिय भूमिका
इस परियोजना को तेजी से पूरा करने में प्रशासन की सक्रिय भूमिका भी अहम रही है। गोरखपुर मंडल के आयुक्त, अनिल धिंगरा ने इस निर्माण कार्य की निगरानी की और निर्माण एजेंसियों पर दबाव डाला ताकि यह परियोजना समय पर पूरी हो सके। उनके निर्देशन में निर्माण कार्य रात भर भी जारी रहा, ताकि समय पर इसे पूरा किया जा सके।
सड़क सुरक्षा और अन्य सुविधाएं
गोरखपुर-वाराणसी फोरलेन परियोजना के तहत सड़क सुरक्षा कार्यों पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। सड़क पर स्ट्रीट लाइट्स की स्थापना पूरी हो चुकी है और सुरक्षा संबंधी अन्य काम जैसे रोड मार्किंग, स्टड (नाइट डिपर), और कर्व पेंटिंग भी लगभग पूरे हो चुके हैं। यह काम सड़क पर यातायात को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए किया गया है। इसके अलावा, टोल प्लाजा के निर्माण का काम भी लगभग पूरा हो चुका है और उम्मीद की जा रही है कि यह अगले कुछ दिनों में शुरू हो जाएगा।
सेवा सड़कों का निर्माण भी अंतिम चरण में
गोरखपुर-वाराणसी फोरलेन परियोजना में विभिन्न स्थानों पर सेवा सड़कों का निर्माण भी किया गया है। इन सेवा सड़कों का उद्देश्य क्षेत्रीय आवागमन को सरल बनाना है। इन सड़कों का निर्माण residential क्षेत्रों में किया गया है। कुछ स्थानों पर काम पूरा हो चुका है, जबकि कुछ स्थानों पर अन्य निर्माण कार्यों जैसे मंदिरों को शिफ्ट करने में देरी के कारण सेवा सड़कों का काम रुका हुआ है। प्रशासन का दावा है कि यह कार्य शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा और इन स्थानों पर भी ट्रैफिक की समस्या हल हो जाएगी।
टोल प्लाजा की शुरुआत से आएगी आय में वृद्धि
गोरखपुर-वाराणसी फोरलेन परियोजना के तहत महावीर छापरा के पास एक टोल प्लाजा भी बनाया जा रहा है। हालांकि, टोल प्लाजा का उद्घाटन कुछ समय से लंबित था, लेकिन अब इसकी शुरुआत अगले कुछ दिनों में होने की संभावना है। टोल एजेंसी को अंतिम रूप दे दिया गया है और इसके चालू होते ही राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को हर महीने 6 से 7 करोड़ रुपये का राजस्व मिलेगा। इस टोल प्लाजा के चालू होने से NHAI के राजस्व में वृद्धि होगी और निर्माण कार्य के लिए फंड की उपलब्धता बढ़ेगी।
निर्माण कार्य में प्रशासनिक और नागरिकों का सहयोग
इस परियोजना के सफलतापूर्वक पूरा होने के पीछे गोरखपुर प्रशासन का भी बड़ा हाथ है। प्रशासन ने निर्माण कार्य में कई बार निरीक्षण किया और कार्य में तेजी लाने के लिए उचित कदम उठाए। इसके साथ ही, नागरिकों का भी सहयोग प्राप्त हुआ है, जिन्होंने निर्माण कार्य में हो रही असुविधाओं के बावजूद धैर्य रखा और प्रशासन का समर्थन किया। इस परियोजना के पूरा होने के बाद न केवल गोरखपुर और वाराणसी के बीच यात्रा आसान होगी, बल्कि पूरे क्षेत्र के विकास में भी वृद्धि होगी।
आगे की योजनाएं और विकास
गोरखपुर-वाराणसी फोरलेन परियोजना के बाद, इस मार्ग के आसपास के क्षेत्रों में और भी कई विकास कार्य किए जाने की योजना है। इस सड़क का पूरा होने से न केवल यातायात में सुधार होगा, बल्कि व्यापार और औद्योगिक गतिविधियां भी तेज होंगी। साथ ही, यह परियोजना गोरखपुर और वाराणसी के बीच पर्यटन को भी बढ़ावा देगी क्योंकि दोनों शहर धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं।
गोरखपुर-वाराणसी फोरलेन परियोजना का लगभग पूरा होना और बारहालगंज बाइपास ब्रिज पर दूसरे लेन का निर्माण जनवरी 2024 तक पूरा हो जाना, इन दोनों शहरों के बीच यातायात को और भी आसान बनाएगा। इस परियोजना के पूरा होने से न केवल यात्रा का समय घटेगा, बल्कि यातायात की समस्याओं में भी काफी कमी आएगी। इसके अलावा, इससे जुड़े अन्य विकास कार्यों के परिणामस्वरूप इस क्षेत्र में समग्र विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं।