Gorakhpur News: गोरखपुर के रामगढ़ताल थाना क्षेत्र के शक्ति नगर मोड़ के पास स्थित एक किराना दुकान में शनिवार रात शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि दुकान के मालिक को इसके बारे में जानकारी मिलने तक सारा सामान जलकर राख हो चुका था। हालांकि, मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने आधे घंटे में आग पर काबू पा लिया। इस हादसे में दुकान के मालिक संजय विश्वकर्मा ने बताया कि करीब पांच लाख रुपये का सामान जलकर राख हो गया।
घटना का विवरण:
घटना रामगढ़ताल थाना क्षेत्र के शक्ति नगर मोड़ स्थित महुई सुगढ़पुर गांव के पास स्थित संजय विश्वकर्मा की किराना दुकान की है। संजय ने बताया कि शनिवार रात उन्होंने दुकान बंद कर अपने घर में सोने चले गए थे। इस दौरान रात लगभग 2:30 बजे संजय की पत्नी मंजू विश्वकर्मा को दुकान से सामान गिरने की आवाज सुनाई दी। मंजू ने जब अपनी आंखें खोलीं तो देखा कि दुकान में आग लगी हुई थी।
संजय और उनकी पत्नी ने तुरंत आसपास के लोगों को बुलाया और आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन आग की लपटें इतनी तेज थीं कि पानी डालने के बावजूद आग पर काबू पाना संभव नहीं हुआ। आग ने दुकान के अंदर रखे फ्रिज और अन्य सामान को चपेट में ले लिया, जिससे लाखों रुपये का सामान जलकर राख हो गया।
फायर ब्रिगेड की टीम ने किया समय पर हस्तक्षेप:
घटना की जानकारी मिलने के बाद संजय ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने भी फायर ब्रिगेड को तत्काल मौके पर भेजा। फायर ब्रिगेड की टीम ने समय रहते मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने आधे घंटे में आग पर नियंत्रण पा लिया, लेकिन तब तक दुकान में रखे फ्रिज और अन्य सामान जलकर पूरी तरह से नष्ट हो चुके थे।
संजय ने बताया कि इस आग से करीब पांच लाख रुपये का सामान जलकर राख हो गया है, जिसमें किराने का सामान, फ्रिज और अन्य मूल्यवान वस्तुएं शामिल हैं। इस घटना से उनका बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ है।
आग लगने का कारण:
प्रारंभिक जांच के अनुसार, आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। संजय का कहना है कि दुकान में इलेक्ट्रिक उपकरणों का सही तरीके से रख-रखाव किया गया था, फिर भी शॉर्ट सर्किट के कारण यह हादसा हुआ। आग के फैलने की गति से यह स्पष्ट है कि यह घटना रात के समय तब हुई, जब दुकान बंद थी और कोई भी व्यक्ति दुकान में मौजूद नहीं था।
आग से हुए नुकसान का आकलन:
दुकान में लगी आग से न सिर्फ सामान जलकर राख हुआ, बल्कि संजय के व्यवसाय पर भी बड़ा असर पड़ा है। दुकान में भारी मात्रा में किराना का सामान था, जिसमें चाय, दाल, आटा, तेल, चीनी, मसाले और अन्य दैनिक उपयोग की वस्तुएं शामिल थीं। इसके अलावा, फ्रिज और अन्य घरेलू उपकरणों का भी नुकसान हुआ। संजय के अनुसार, आग में जलने वाले सामान की कुल कीमत लगभग पांच लाख रुपये है, जो उनके व्यवसाय के लिए एक बड़ा झटका है।
दुकान मालिक की प्रतिक्रिया:
दुकान के मालिक संजय विश्वकर्मा ने बताया कि यह हादसा उनके लिए बहुत बड़ा सदमा है। उन्होंने कहा, “यह घटना मेरे लिए बहुत दुखद है। मैंने पिछले कई सालों से इस दुकान को चलाया था और यह मेरे परिवार का मुख्य स्रोत था। लेकिन अब जो नुकसान हुआ है, उसे भरपाई करना आसान नहीं होगा।” उन्होंने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई और बताया कि दुकान के जलने से उनकी आर्थिक स्थिति पर असर पड़ा है।
फायर ब्रिगेड और पुलिस प्रशासन की भूमिका:
फायर ब्रिगेड की टीम ने समय पर पहुंचकर आग पर काबू पाया, जिससे और अधिक नुकसान होने से बचा। फायर ब्रिगेड के एक अधिकारी ने बताया, “हमारी टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर आग बुझाने की प्रक्रिया शुरू की। यदि समय रहते हम नहीं पहुंचे होते तो आग और भी ज्यादा फैल सकती थी।” पुलिस प्रशासन भी मामले की जांच में जुट गया है और शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगने के मामले की गहनता से जांच की जा रही है।
समाज से अपील:
इस घटना के बाद संजय और उनके परिवार ने समाज से अपील की है कि इस तरह के हादसों से बचने के लिए सभी लोगों को अपनी बिजली की व्यवस्था की नियमित जांच करनी चाहिए। वे कहते हैं कि यदि दुकान में शॉर्ट सर्किट की समय पर पहचान हो जाती तो इस तरह का बड़ा नुकसान नहीं होता। संजय ने यह भी बताया कि वे भविष्य में अपनी दुकान की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए कुछ नए उपायों पर विचार करेंगे ताकि इस तरह के हादसे से बचा जा सके।
गोरखपुर के रामगढ़ताल थाना क्षेत्र में हुई इस घटना ने यह साफ कर दिया है कि छोटे व्यवसायों को भी अपनी सुरक्षा को लेकर जागरूक रहना चाहिए। शॉर्ट सर्किट जैसी घटनाएं किसी भी समय बड़े हादसे का रूप ले सकती हैं, और इससे बचने के लिए समय रहते कदम उठाए जाने चाहिए। संजय विश्वकर्मा की दुकान में हुई आग ने उनकी आर्थिक स्थिति पर भारी असर डाला है, लेकिन वह उम्मीद करते हैं कि प्रशासन उनकी मदद करेगा और भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के उपाय किए जाएंगे।