Gorakhpur News: गोरखपुर में पत्नी और बच्चों के गायब होने का मामला, सोशल मीडिया से जुड़ा संदिग्ध कनेक्शन

Gorakhpur News: गोरखपुर में पत्नी और बच्चों के गायब होने का मामला, सोशल मीडिया से जुड़ा संदिग्ध कनेक्शन

Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी और बच्चों के अचानक गायब होने की शिकायत पुलिस से की है। मामला रामगढ़ताल थाना क्षेत्र स्थित कांशीराम कॉलोनी का है, जहां बाबूद्दीन अंसारी (50) ने पुलिस को बताया कि उनकी पत्नी फूलजंहा खातून (35) और उनके चार बच्चे अचानक घर छोड़कर चले गए। बाबूद्दीन का आरोप है कि उनकी पत्नी सोशल मीडिया पर घंटों समय बिताती थीं, जिसके चलते उनकी किसी व्यक्ति से दोस्ती हो गई और उसके बाद वह अपने बच्चों के साथ घर छोड़कर चली गईं।

गायब होने की घटना की शुरुआत

बाबूद्दीन अंसारी, जो कुशीनगर जिले के हाटा सुकारौली क्षेत्र के निवासी हैं, फिलहाल कांशीराम कॉलोनी में किराए के मकान में रहकर ऑटो चलाने का काम करते हैं। बाबूद्दीन ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि 10 नवंबर को शाम करीब 4 बजे उनकी पत्नी और बच्चे घर से बिना किसी सूचना के गायब हो गए। जब उन्होंने अपनी पत्नी को फोन करने की कोशिश की, तो उनका मोबाइल स्वीच ऑफ आ रहा था। बाबूद्दीन के मुताबिक, उनकी पत्नी मुस्कान (13), रिजवान (08), नाजिया (06), और डेढ़ साल के आरिफ को भी साथ ले गईं।

Gorakhpur News: गोरखपुर में पत्नी और बच्चों के गायब होने का मामला, सोशल मीडिया से जुड़ा संदिग्ध कनेक्शन

सोशल मीडिया का संदिग्ध कनेक्शन

बाबूद्दीन का आरोप है कि उनकी पत्नी सोशल मीडिया पर घंटों समय बिताती थीं। विशेष रूप से, वह महंगे एंड्रॉयड फोन पर अपनी दोस्ती एक महिला मित्र से करती थीं और सोशल मीडिया पर रील्स बनाती थीं। बाबूद्दीन का मानना है कि उनकी पत्नी सोशल मीडिया पर किसी व्यक्ति के बहकावे में आकर घर छोड़ने का निर्णय लिया। बाबूद्दीन ने कहा कि पहले उनकी पत्नी और वह दोनों ही परिवार के मामलों में व्यस्त रहते थे, लेकिन हाल ही में सोशल मीडिया के चलते उनके व्यवहार में बदलाव आ गया। वह अपना अधिकांश समय फोन पर रील्स बनाने में बिता रही थीं, और इसी दौरान उनकी दोस्ती एक व्यक्ति से हुई, जिसके बाद वह बच्चों के साथ घर छोड़कर चली गईं।

पुलिस ने दर्ज किया गुमशुदगी का मामला

बाबूद्दीन की तहरीर के बाद रामगढ़ताल पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने महिला के मोबाइल नंबर की सीडीआर (Call Detail Record) निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, वे जल्द ही महिला और बच्चों की तलाश में जुट जाएंगे और मामले की पूरी जांच करेंगे।

परिवार और पड़ोसियों का बयान

बाबूद्दीन के पड़ोसी और इलाके के लोग भी इस घटना से हैरान हैं। एक पड़ोसी ने बताया, “हमने अक्सर देखा था कि फूलजंहा सोशल मीडिया पर रील्स बनाती थीं, लेकिन ऐसा कभी नहीं लगा कि वह घर छोड़ने जैसी कोई योजना बना रही हों। उनके जाने से परिवार में बहुत चिंता है।” कुछ और पड़ोसियों का कहना है कि वे कभी भी कोई विवाद नहीं देखते थे और परिवार में शांति थी।

सोशल मीडिया और मानसिक दबाव

यह घटना सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव और उसके कारण होने वाले मानसिक दबाव की ओर इशारा करती है। विशेषज्ञों का मानना है कि सोशल मीडिया, विशेष रूप से रील्स और अन्य मनोरंजन सामग्री, लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है। ऐसे में, कभी-कभी व्यक्ति अपने परिवार और वास्तविक जीवन को नजरअंदाज कर सोशल मीडिया पर ज्यादा समय बिताने में व्यस्त हो जाते हैं, जिससे उनके जीवन में तनाव और अवसाद बढ़ सकते हैं। यह घटना एक उदाहरण है कि कैसे सोशल मीडिया के साथ बढ़ता वक्त रिश्तों में भी दरार डाल सकता है।

पुलिस की कार्रवाई

रामगढ़ताल पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए जल्दी ही कार्रवाई की। पुलिस ने महिला के मोबाइल नंबर की सीडीआर निकालने के लिए तकनीकी जांच शुरू कर दी है, ताकि यह पता चल सके कि महिला का संपर्क किसके साथ था। पुलिस के अनुसार, सीडीआर से यह भी पता चल सकता है कि महिला ने घर छोड़ने से पहले किससे बातचीत की थी। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि वह महिला और बच्चों की तलाश में किसी भी प्रकार की कसर नहीं छोड़ेंगे और जल्द ही उन्हें ढूंढ़ने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे।

भविष्य में क्या हो सकता है?

यह मामला कई सवालों को जन्म देता है, जिनमें से सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या सोशल मीडिया का बढ़ता प्रभाव और एक व्यक्ति की व्यक्तिगत जिंदगी में इसका घुसपैठ ऐसी घटनाओं के लिए जिम्मेदार है। क्या यह घटना सोशल मीडिया के हानिकारक प्रभावों का परिणाम है, या फिर परिवार में छिपे किसी और कारण का नतीजा है? यह सवाल पुलिस की जांच में भी अहम रहेगा।

इसी के साथ, यह भी महत्वपूर्ण है कि परिवार और समाज को इस बात का एहसास हो कि सोशल मीडिया का अत्यधिक उपयोग व्यक्तिगत संबंधों पर असर डाल सकता है। यह घटना उन परिवारों के लिए एक चेतावनी हो सकती है, जो सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव को नजरअंदाज कर रहे हैं। इसलिए, समय रहते इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है।

बाबूद्दीन अंसारी का यह मामला गोरखपुर के रामगढ़ताल क्षेत्र में एक और दर्दनाक उदाहरण बन गया है कि कैसे सोशल मीडिया का अत्यधिक उपयोग व्यक्ति के व्यक्तिगत और पारिवारिक जीवन में नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है, और यह देखना होगा कि महिला और उसके बच्चों का जल्द ही पता चलता है या नहीं। इस मामले में अभी और भी कई तथ्यों का पता चलना बाकी है, जो आने वाले दिनों में सामने आ सकते हैं।

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *