Gorakhpur News: Gorakhpur के मटिहनिया जुनीबी गांव का रहने वाला राम प्रताप नौकरी के लिए कम्बोडिया गया था लेकिन अब वहां बंधक बना हुआ है। परिवार का कहना है कि उसे जबरन साइबर क्राइम में धकेल दिया गया और जब उसने भारत लौटने की बात की तो उसे बंद कर दिया गया।
राम प्रताप के पिता अनिरुद्ध सिंह का आरोप है कि उन्हीं के एक रिश्तेदार ने बेटे को बहला कर बिहार के एक एजेंट से मिलवाया और उसे विदेश भेजा। पहले सब कुछ सामान्य लग रहा था लेकिन कुछ दिन बाद राम प्रताप की बात करने का तरीका बदल गया और फोन कॉल भी कम हो गई।
कुछ दिन पहले राम प्रताप ने छिपकर घरवालों से बात की और बताया कि उसे कम्बोडिया में बंधक बना लिया गया है। उसका मोबाइल और डॉक्युमेंट्स छीन लिए गए हैं और उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया है। वह कह रहा है कि जब उसने साइबर ठगी से मना किया तो यही हाल किया गया।
परिवार ने बताया कि रिश्तेदार ने पहले तो उसे लाने के नाम पर इक्कीस हजार रुपये मांगे जो भेज दिए गए लेकिन अब उसने फिर फोन करके सत्ताईस लाख रुपये की मांग कर दी है। उसने धमकी दी है कि अगर पैसे नहीं दिए गए तो बेटे की हालत खराब हो सकती है। उसकी सलामती को लेकर बेहद चिंतित हैं। पिता ने पीपरेच थाने में शिकायत दर्ज कराई है और अब पूरे मामले की जांच मानव तस्करी और साइबर क्राइम के एंगल से हो रही है। परिवार ने सरकार से बेटे को सुरक्षित वापस लाने की अपील की है।