यूपी के गोरखपुर में हुए NEET छात्र हत्याकांड में पुलिस ने एक बड़ा कदम उठाया है। मामले के आरोपी गौतस्कर रहीम को हाफ एनकाउंटर के दौरान पैर में गोली लगी और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इस हत्याकांड में 19 साल के छात्र दीपक गुप्ता की बेरहमी से हत्या की गई थी। इस वारदात के बाद इलाके में हड़कंप मच गया था।
गोरखपुर के SSP राज करण नायर ने बताया कि गोरखपुर की पिपराइच और कुशीनगर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में रहीम को घायल हालत में पकड़ा गया। इस घटना में कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा एक अन्य आरोपी अजब हुसैन को ग्रामीणों ने पकड़कर अस्पताल में भर्ती कराया। दो अन्य आरोपियों, छोटू और राजू को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। बाकी दो आरोपियों की तलाश जारी है।
#WATCH | Gorakhpur, UP: Raj Karan Nayyar, SSP Gorakhpur, says, "… Rahim, an accused in the Gorakhpur incident, was injured in a police encounter during a joint operation between Gorakhpur's Pipraich police and Kushinagar, after which he was arrested. A total of four accused… https://t.co/84fDoXz7lj pic.twitter.com/J3fCKf6mel
— ANI (@ANI) September 17, 2025
इस एनकाउंटर पर राजनीतिक बयानबाजी भी सामने आई है। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एनकाउंटर से कानून व्यवस्था बेहतर नहीं होती। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ अपनी नाकामी छिपाने का तरीका है और एनकाउंटर दिखावा मात्र है। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसे तरीके से न्याय नहीं दिया जा सकता।
गोरखपुर में हुई घटना बेहद दर्दनाक थी। सोमवार देर रात करीब 12:30 बजे तीन गाड़ियों में आए पशु तस्कर एक गांव में मवेशियों की चोरी कर रहे थे। इसी दौरान 19 साल के छात्र दीपक गुप्ता ने उनका पीछा किया और शोर मचाया। पशु तस्करों ने दीपक को जबरन डीसीएम में बैठाया और एक घंटे बाद गाड़ी से फेंक दिया। जिससे उसकी मौत हो गई।
पुलिस के अनुसार, पशु तस्करों ने दीपक का शव घर से लगभग 4 किलोमीटर दूर फेंक दिया था। इस घटना ने पूरे इलाके में आक्रोश पैदा कर दिया था और पुलिस पर दबाव बढ़ा कि वे आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करें।
अभी जांच जारी है और पुलिस बाकी आरोपियों की तलाश में लगी हुई है। गोरखपुर हत्याकांड ने न केवल प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं बल्कि यह भी दिखाया कि गंभीर मामलों में तेजी से कार्रवाई की जरूरत है। इस घटना ने आम लोगों में सुरक्षा और न्याय के प्रति चिंता बढ़ा दी है।