Gorakhpur में एक डॉक्टर और एक सिपाही के बीच विवाद ने एक बड़ा विवाद पैदा कर दिया है। इस मामले में सिपाही पंकज कुमार ने डॉक्टर अनुज सरकार और उनके कर्मचारियों पर हमला करने का आरोप लगाया है। इस मामले की सुनवाई 24 अक्टूबर को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM) के समक्ष होगी। कोर्ट ने कैंट पुलिस को इस मामले की रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा है, लेकिन सुनवाई के दौरान कोई रिपोर्ट नहीं आने के कारण इसे टालना पड़ा।
मामला क्या है?
इस घटना का आरंभ 3 अक्टूबर को हुआ, जब सस्पेंडेड सिपाही पंकज कुमार अपनी पत्नी आदिति का इलाज कराने के लिए डॉक्टर अनुज सरकार के अस्पताल पहुंचे। इलाज के दौरान पंकज और डॉक्टर अनुज के बीच बहस हो गई। विवाद बढ़ने पर अस्पताल के कर्मचारियों ने पंकज को पीटा, जिससे पंकज ने अगले दिन, एक हथौड़ा लेकर डॉक्टर के कैबिन में जाकर उन पर हमला कर दिया।
इस घटना के बाद पंकज को कैंट पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और उन्हें जेल भेज दिया। पंकज के परिजन, भाजपा के एमएलसी और वकील इस मामले में डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज कराने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि सिपाही पर हमला करने वाले डॉक्टर के खिलाफ उचित कार्रवाई की जानी चाहिए।
कानूनी प्रक्रिया में अवरोध
पंकज के वकील ऋषिकेश पांडे ने बताया कि CJM कोर्ट ने कैंट पुलिस से रिपोर्ट मांगी थी, लेकिन सुनवाई के दिन कोई भी पुलिस अधिकारी रिपोर्ट लेकर नहीं आया। इसके कारण याचिका की सुनवाई नहीं हो सकी। पंकज की जमानत याचिका बुधवार को मंजूर हो गई थी, लेकिन उन्हें अब तक रिहा नहीं किया जा सका। परिवार वाले रिहाई की प्रक्रिया पूरी करने में व्यस्त हैं, और कहा जा रहा है कि रिहाई का वारंट शनिवार को जेल पहुंच जाएगा।
पुलिस का अन्य विवाद
इस घटना के अलावा, एक अन्य मामले में, एक युवक सन्दीप सिंह ने पिपराइच थाने में तैनात सब-इंस्पेक्टर अंकुर सिंह पर मारपीट का आरोप लगाया है। सन्दीप का कहना है कि वह रामलीला देखकर लौट रहा था, तभी सब-इंस्पेक्टर ने उसे रोककर उससे रात में घूमने का कारण पूछा। जब सन्दीप ने बताया कि वह रामलीला देखकर लौट रहा है, तो सब-इंस्पेक्टर ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया और उसे पीटा।
इस मामले की जानकारी जब SHO को मिली, तो उन्होंने घायल युवक को बुलाया और उसका इलाज कराया। हालांकि, अभी तक इस घटना की कोई लिखित शिकायत नहीं की गई है। SSP डॉ. गौरव ग्रोवर ने कहा कि आरोपों की जांच की जा रही है, और साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
राजनीतिक हलचल
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है। BJP के नेताओं ने पंकज कुमार के समर्थन में आवाज उठाई है और डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है। स्थानीय राजनीतिक दलों के बीच इस मामले को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। आरोप लगाया जा रहा है कि पुलिस प्रशासन इस मामले में राजनीतिक दबाव के चलते उचित कार्रवाई नहीं कर रहा है।