Deoria News: देवरिया शहर में सक्रिय ठगों के एक गिरोह ने एक युवक को अपना शिकार बनाया, जो एटीएम से पैसे निकालने गया था। यह घटना उस समय घटी जब एटीएम में तकनीकी गड़बड़ी के कारण पहले दो हजार रुपये निकाले गए, लेकिन जब उसने 18,000 रुपये निकालने की कोशिश की, तो न तो पैसे निकले और न ही एटीएम कार्ड वापस आया। इसके बाद युवक ने एक फर्जी हेल्पलाइन नंबर पर कॉल किया, जिसने उसे बैंक के मुख्य शाखा के गार्ड से संपर्क करने के लिए कहा। जब वह मुख्य शाखा पहुंचा, तो उसके खाते से 45,000 रुपये की निकासी हो चुकी थी।
एटीएम पर निकासी की समस्या
पीड़ित युवक का नाम अजय कुमार सिंह है, जो रामनगर, लार थाने का निवासी है और वर्तमान में नगर के काठिनियां वार्ड में रहता है। रविवार की दोपहर, अजय ने बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम में अपने कार्ड को डाला और पहले 2000 रुपये निकाले। इसके बाद, जब उसने 18,000 रुपये निकालने का प्रयास किया, तो न केवल पैसे नहीं निकले, बल्कि एटीएम कार्ड भी अंदर फंस गया। परेशान होकर, अजय ने एटीएम के बाहर लिखे हेल्पलाइन नंबर 8700756627 पर कॉल किया। उस नंबर पर संपर्क करने पर, उसे गुलशन कुमार नामक व्यक्ति से बातचीत हुई।
धोखाधड़ी का शिकार
गुलशन ने अजय को बताया कि वह मुख्य शाखा के गार्ड से संपर्क करे। जब अजय मुख्य शाखा पहुंचा, तो उसे पता चला कि रविवार होने के कारण सब कुछ बंद था। इसी दौरान उसके मोबाइल पर दो संदेश आए। पहले संदेश में 38,000 रुपये की निकासी का संदेश था, जबकि दूसरे में 10,000 रुपये की निकासी का संदेश आया। अजय ने जल्दी से जांच की और पाया कि उससे पहले भी तीन बार 10,000 रुपये की निकासी हो चुकी थी, इसके अलावा 8,000 रुपये की एक और निकासी हुई थी। इस पूरे मामले के बाद, अजय ने अडिडास शूज़ शोरूम पर खरीदारी की थी।
घटना का विस्तार
जब अजय ने एटीएम पर वापस जाकर स्थिति का जायजा लिया, तो वहां पर कोई भी संदिग्ध व्यक्ति मौजूद नहीं था। कुछ दूरी पर तीन से चार युवक खड़े थे, जो तुरंत वहां से चले गए। अजय ने तुरंत साइबर पुलिस स्टेशन से संपर्क किया, लेकिन मामले की प्रकृति साइबर अपराध से संबंधित नहीं होने के कारण उसे कोतवाली पुलिस से मिलने के लिए कहा गया।
कोतवाली पुलिस से शिकायत
कोतवाली पहुंचकर अजय ने एक लिखित शिकायत दर्ज कराई और कार्रवाई की मांग की। उसने शोरूम के सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को उपलब्ध कराए, ताकि संदिग्धों की पहचान की जा सके। अजय ने एसपी संकल्प शर्मा से भी मुलाकात की और ठगों के खिलाफ कार्रवाई तथा निकाले गए पैसे की वसूली की मांग की।
प्रशासन का ध्यान
इस प्रकार की घटनाएं आजकल बढ़ती जा रही हैं, और प्रशासन ने इस पर ध्यान देने की आवश्यकता को समझा है। स्थानीय पुलिस ने ठगी के इस मामले को गंभीरता से लेते हुए छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि एटीएम के बाहर लिखे फर्जी हेल्पलाइन नंबरों की जाँच की जाएगी और इस तरह की धोखाधड़ी से बचने के लिए जनता को जागरूक किया जाएगा।
सुरक्षा उपाय
पुलिस ने सभी एटीएम उपयोगकर्ताओं से अपील की है कि वे एटीएम का उपयोग करते समय सावधानी बरतें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट करें। लोगों को सलाह दी गई है कि वे हेल्पलाइन नंबरों की सत्यता की जांच करें और किसी भी संदेह के मामले में बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर सही जानकारी प्राप्त करें।
यह घटना एक बार फिर यह सिद्ध करती है कि हम सभी को सतर्क रहने की आवश्यकता है। एटीएम का उपयोग करते समय हमेशा सावधानी बरतें और किसी भी तरह की धोखाधड़ी से बचने के लिए उचित कदम उठाएं। अजय कुमार जैसे कई लोग इस तरह की ठगी का शिकार हो सकते हैं, इसलिए जागरूकता बेहद जरूरी है। पुलिस विभाग ने आश्वासन दिया है कि वह मामले की गंभीरता को समझते हुए उचित कार्रवाई करेगा और सभी आवश्यक कदम उठाएगा ताकि ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति न हो सके।