Deoria news: देवरिया में 25 अक्टूबर को सेना जवान के बेटे आयुष ने अपने कमरे को बंद कर लिया और अपने पिता की लाइसेंसी राइफल से खुद को गोली मार ली। उसकी यह खौफनाक कदम उठाने का कारण एक वीडियो बताया जा रहा है, जिसे उसने पहले किसी युवक के द्वारा बनाए जाने की आशंका जताई थी। आयुष के चाचा चंद्रदीप सिंह ने मदनपुर पुलिस को इस मामले में तहरीर दी है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि लार थाना क्षेत्र के देवसिया निवासी दिव्यांशु सिंह ने आयुष का आपत्तिजनक वीडियो बना लिया था और उसे उसी वीडियो के माध्यम से टार्चर कर रहा था।
चंद्रदीप सिंह ने बताया कि आयुष उस वीडियो से काफी परेशान था, जिसके कारण उसने यह भयानक कदम उठाया। पुलिस ने तहरीर मिलने के बाद आरोपी दिव्यांशु सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। अब पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है।
थानाध्यक्ष का बयान
मदनपुर थाना के इंस्पेक्टर गोरखनाथ सरोज ने बताया कि पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा, “आरोपी की गिरफ्तारी के बाद ही हम वीडियो की सही स्थिति का पता कर पाएंगे। हम जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार करने के प्रयास कर रहे हैं।” पुलिस के लिए यह मामला संवेदनशील है, और वे इसे गंभीरता से ले रहे हैं।
आयुष का अंतिम वीडियो
सूत्रों के अनुसार, आत्महत्या करने से पहले आयुष ने अपने मोबाइल फोन पर एक वीडियो रिकॉर्ड किया है, जिसमें उसने अपनी परेशानी का जिक्र किया है। यह वीडियो पुलिस के लिए एक महत्वपूर्ण सबूत हो सकता है। थानाध्यक्ष ने कहा कि इस वीडियो के माध्यम से पूरी स्थिति का खुलासा हो सकता है।
समाज में बढ़ती समस्याएं
इस घटना ने एक बार फिर से समाज में बढ़ते तनाव और मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों को उठाया है। ऐसे मामलों में युवाओं को समुचित मानसिक सहारा और सहायता की आवश्यकता होती है। परिवारों को अपने बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने की जरूरत है ताकि वे ऐसे गंभीर कदम उठाने से बच सकें।
युवा पीढ़ी के लिए सलाह
विशेषज्ञों का मानना है कि युवा पीढ़ी को अपने मन की बातें साझा करने का माहौल बनाना चाहिए। परिवार और मित्रों को एक-दूसरे के साथ संवाद करने के लिए प्रेरित करना चाहिए, ताकि किसी भी प्रकार की चिंता या डर को साझा किया जा सके। अगर किसी को भी मानसिक तनाव का सामना करना पड़ रहा है, तो उसे तुरंत पेशेवर सहायता लेनी चाहिए।
पुलिस का सक्रियता का महत्व
पुलिस की त्वरित कार्रवाई इस मामले में बेहद महत्वपूर्ण है। उन्हें चाहिए कि वे मामले की गहराई से जांच करें और यह सुनिश्चित करें कि आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। इसके साथ ही, पुलिस को यह भी देखना होगा कि ऐसे मामलों में पीड़ितों को उचित सहायता प्रदान की जाए।
यह घटना केवल एक व्यक्ति की आत्महत्या की कहानी नहीं है, बल्कि यह एक गंभीर मुद्दे को उजागर करती है, जो हमारे समाज में व्याप्त है। मानसिक स्वास्थ्य, परिवार के सदस्यों के बीच संवाद और पुलिस की सक्रियता इन सभी चीजों का ध्यान रखना आवश्यक है।
आयुष के परिवार के लिए यह एक कठिन समय है, और उनके प्रति सहानुभूति व्यक्त की जानी चाहिए। इस मामले के माध्यम से हमें यह भी सीखना चाहिए कि समाज में सकारात्मक संवाद और समझ का होना कितना जरूरी है। पुलिस की तत्परता और सक्रियता इस मामले को सही दिशा में ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।