Gorakhpur: एक दिल दहला देने वाली घटना गोरखपुर के फुलवाड़ा टोला, चौरिचौरा से सामने आई है, जहां एक धोखाधड़ी के मामले में एक व्यक्ति को लाखों का चूना लगा। मामला कुछ इस प्रकार है कि एक अज्ञात व्यक्ति ने ब्रिजेश कुमार नाम के निवासी को फोन किया और कहा कि उनका बेटा एक लड़की के साथ गलत काम करते हुए पकड़ा गया है। फोन करने वाले ने धमकी दी कि अगर पैसे नहीं भेजे गए, तो उनका बेटा जेल चला जाएगा। इस धमकी को सुनकर ब्रिजेश कुमार दंग रह गए और घबराहट में उन्होंने 4000 रुपये तुरंत गूगल पे के माध्यम से भेज दिए। लेकिन जब उनका बेटा कुछ समय बाद घर वापस आया, तो पूरी कहानी का खुलासा हुआ और पता चला कि वह कहीं भी पकड़ा नहीं गया था।
कैसे हुआ धोखाधड़ी का शिकार?
घटना के बारे में जानकारी देते हुए ब्रिजेश कुमार ने चौरिचौरा थाना में शिकायत दर्ज कराई है। उनका कहना है कि शनिवार दोपहर को एक अज्ञात नंबर से फोन आया, जिसमें एक व्यक्ति ने कहा, “हैलो! आपके बेटे को गलत काम करते हुए पकड़ा गया है, और उसकी आवाज के साथ किसी महिला के रोने की आवाज भी फोन पर सुनाई दे रही थी।” कॉल करने वाले ने अपना प्रोफाइल पिक्चर पुलिस के लोगो के साथ सेट किया था, जिससे ब्रिजेश कुमार को यह विश्वास हुआ कि शायद यह पुलिस अधिकारी हो सकते हैं। इससे वह और भी डर गए और घबराहट में फौरन 4000 रुपये गूगल पे के जरिए भेज दिए।
कुछ समय बाद जब उनका बेटा घर वापस आया, तो ब्रिजेश को यह जानकर ताज्जुब हुआ कि उनका बेटा पुलिस की गिरफ्त में नहीं था और न ही ऐसा कोई वाकया घटित हुआ था। इसके बाद उन्होंने पूरी घटना की जानकारी पुलिस को दी और धोखाधड़ी के आरोप में एक एफआईआर दर्ज कराई।
साइबर धोखाधड़ी के मामलों में वृद्धि
यह घटना न केवल एक परिवार के लिए दुखद है, बल्कि यह समाज में बढ़ते साइबर धोखाधड़ी के मामलों को भी उजागर करती है। अक्सर इस तरह के धोखाधड़ी के मामलों में धोखेबाज फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर लोगों को डराते हैं और फिर उनसे पैसे ऐंठने की कोशिश करते हैं। इन अपराधियों का तरीका इतना जटिल होता है कि वे व्यक्ति को सही और गलत के बीच में भ्रमित कर देते हैं, जिससे उन्हें अपने पैसे गंवाने की कड़ी चुकानी पड़ती है।
हालांकि, गोरखपुर पुलिस ने इस मामले में सक्रियता से कार्रवाई करते हुए धोखाधड़ी के खिलाफ जांच शुरू कर दी है, और यह सुनिश्चित किया है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
क्या कर सकते हैं लोग ऐसे धोखाधड़ी से बचने के लिए?
साइबर धोखाधड़ी से बचने के लिए यह जरूरी है कि लोग सतर्क रहें और कभी भी किसी अनजान व्यक्ति द्वारा की गई धमकी से घबराएं नहीं। यदि आपको कभी इस तरह का फोन आता है, तो सबसे पहले उस कॉल की सत्यता की जांच करें। पुलिस अधिकारी कभी भी बिना किसी प्रमाण के पैसे की मांग नहीं करते हैं। ऐसे मामलों में अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराना चाहिए और किसी भी प्रकार की जानकारी देने से पहले पूरी तरह से सचेत रहना चाहिए।
इसके अलावा, यदि आपको किसी अजनबी से फोन आता है और वह आपको अपनी पहचान या प्रोफाइल पिक्चर से प्रभावित करता है, तो उसे तत्काल नजरअंदाज करें और उसकी जानकारी पुलिस को दें। इससे न केवल आप सुरक्षित रहेंगे, बल्कि इस तरह के अपराधियों को पकड़ा भी जा सकेगा।
पुलिस की सक्रियता और प्रतिक्रिया
इस मामले पर गोरखपुर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की है। चौरिचौरा थाने के पुलिस अधिकारी ने बताया कि ब्रिजेश कुमार की शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। उनका कहना है कि इस तरह के साइबर अपराधों में कई बार आरोपी अन्य राज्यों से जुड़े होते हैं, लेकिन पुलिस हर पहलू पर नजर रखे हुए है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। इसके अलावा, पुलिस ने इस घटना से संबंधित चेतावनी जारी की है और लोगों से अपील की है कि वे ऐसे किसी भी प्रकार के धोखाधड़ी का शिकार न हो और तुरंत पुलिस को सूचित करें।
साइबर सुरक्षा का महत्व
आजकल के डिजिटल युग में साइबर सुरक्षा का महत्व और भी बढ़ गया है। हमें अपनी निजी जानकारी और वित्तीय डेटा को हमेशा सुरक्षित रखना चाहिए और किसी भी अनजान व्यक्ति से इसका साझा करने से बचना चाहिए। साथ ही, गूगल पे जैसे डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते समय यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी लेन-देन करते समय आप सही व्यक्ति को ही पैसे भेज रहे हों।
गोरखपुर के इस धोखाधड़ी के मामले ने यह साफ कर दिया है कि साइबर अपराधी अपनी चालाकियों से किस तरह लोगों को फंसाने की कोशिश करते हैं। इसके बावजूद, यदि लोग सजग रहें और हर स्थिति का सही तरीके से मूल्यांकन करें, तो वे ऐसे अपराधों से बच सकते हैं। पुलिस की सक्रियता से इस मामले में जल्द ही न्याय मिलने की संभावना है, और लोगों को इस घटना से सीख लेकर ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है।