Gorakhpur: बिहार स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने गोपालगंज में एक बुनियादी व्यापारी से लूट के बाद फरार चल रहे शातिर अपराधी मुलायम भगत उर्फ मुलायम कुमार को गोरखपुर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारियां तब हुईं जब वह गोरखपुर में एक बड़ा अपराध करने की योजना बना रहा था।
घटना का संदर्भ
मुलायम भगत की गिरफ्तारी उस समय हुई जब बिहार के गोपालगंज में 16 अक्टूबर को एक बड़े आभूषण व्यापारी की दुकान पर लूट हुई थी। इस लूट में अपराधियों ने व्यापारी के एक कर्मचारी को भी घायल कर दिया था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, लूट के बाद मुलायम गोरखपुर में एक बड़ी वारदात करने की योजना बना रहा था, खासकर दिवाली के दौरान यहां अवैध सोने की खपत में वृद्धि को देखते हुए।
गोपालगंज में हुई लूट की जानकारी
गोपागंज में हुई लूट में अपराधियों ने विन्ध्यवासिनी ज्वेलरी शॉप, जो कि विजयपुर के मूसारी बाजार में स्थित है, पर धावा बोला। लूट के समय, अपराधियों ने दुकान के मालिक को बंधक बना लिया और उसके कैश को लूटकर भाग गए। इस वारदात के बाद, गोपालगंज पुलिस ने CCTV फुटेज और फोटो के आधार पर आरोपियों की पहचान के लिए अभियान चलाया।
पुलिस द्वारा दिए गए इनाम की घोषणा
गोपालगंज के एसपी स्वर्ण प्रभात ने मामले में खुलासा करते हुए बताया कि उन्होंने आरोपियों की पहचान में मदद करने के लिए 10,000 रुपये का इनाम घोषित किया था। इसके अलावा, उन्होंने लूट के लाइव वीडियो को भी साझा किया ताकि लोग अपराधियों की पहचान कर सकें।
गिरफ्तारी का घटनाक्रम
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मुलायम गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर था और वह वहां से देवरिया जाने की योजना बना रहा था। इसी दौरान, बिहार पुलिस ने उसे स्टेशन के पास गिरफ्तार कर लिया। उसकी गिरफ्तारी के बाद यह स्पष्ट हो गया कि वह कई अन्य अपराधों में भी वांछित है, खासकर देवरिया में।
देवरिया में मुलायम के खिलाफ मामले
मुलायम पर देवरिया के खामपर पुलिस स्टेशन क्षेत्र में 2021 में एक बुनियादी व्यापारी के यहां लूट का मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में उसके खिलाफ लूट, चोरी और धोखाधड़ी के तहत केस दर्ज हुआ था। इसके बाद उसके गिरोह ने देवरिया में कुछ और वारदातें कीं। इसके चलते, मुलायम के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी मामला दर्ज किया गया था।
गैंग की कार्यप्रणाली
जांच एजेंसी के सूत्रों के अनुसार, मुलायम का गिरोह बेहद संगठित है और यह अपराधों में सक्रिय है। ये अपराधी किसी भी अपराध को अंजाम देने से पहले अपने लक्ष्य के क्षेत्र में पूरी तरह से रैकी करते हैं। रैकी के दौरान, ये कैप पहनकर और कैमरों से बचते हुए बाजारों में घूमते हैं। वारदात को अंजाम देने के समय, ये समूह में होते हैं और 8 से 10 लोगों की संख्या में एक साथ काम करते हैं।
पुलिस की प्रतिक्रिया
गोपालगंज के एसपी स्वर्ण प्रभात ने कहा कि मुलायम भगत, जो गोपालगंज में बड़े लूट और अन्य अपराधों के लिए वांछित था, को STF और पुलिस ने गोरखपुर से गिरफ्तार किया है। उन्होंने यह भी बताया कि मुलायम का नाम देवरिया में भी कई मामलों में आया है।
भविष्य की कार्रवाई
मुलायम की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब उसके अन्य सहयोगियों की तलाश में जुट गई है। इससे पहले भी, पुलिस ने उसके गिरोह के अन्य सदस्यों को गिरफ्तार किया था। इस गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी से यह पता चल सकेगा कि यह गिरोह और कितने अपराधों में शामिल है और उनकी पूरी नेटवर्किंग क्या है।