उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी अब सामाजिक न्याय के मुद्दे को और मजबूत करने की तैयारी में है। पार्टी ने प्रदेश के सभी मंडलों में पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदायों को एकजुट करने के लिए सामाजिक न्याय सम्मेलनों का आयोजन करने का फैसला किया है। इस अभियान की शुरुआत लखनऊ से की जाएगी।
कांग्रेस का पिछड़ा वर्ग विभाग पहले से ही ओबीसी जातियों को संगठित करने में सक्रिय है। अब पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर यह अभियान और तेज किया जाएगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल जयसिंह ने प्रदेश में सामाजिक न्याय से जुड़े कार्यक्रमों को गति देने के लिए स्पष्ट निर्देश दिए हैं।
प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा अगले सप्ताह होने की संभावना है। इसके बाद मंडल स्तर पर सामाजिक न्याय सम्मेलनों का सिलसिला शुरू होगा। इन सम्मेलनों का उद्देश्य पिछड़े वर्ग के नेताओं को एक मंच पर लाना और आम लोगों को यह बताना है कि कांग्रेस संसद से लेकर सड़क तक सामाजिक न्याय के लिए कैसे संघर्ष कर रही है।
कांग्रेस पिछड़ा वर्ग विभाग के प्रदेश अध्यक्ष मनोज यादव ने कहा कि सम्मेलनों की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। राष्ट्रीय और प्रदेश नेतृत्व के साथ विचार-विमर्श के बाद कार्यकारिणी की सूची तैयार की गई है, जिसमें पिछड़े वर्ग की सभी जातियों का प्रतिनिधित्व होगा। अनुमोदन मिलने के बाद लखनऊ से इन सम्मेलनों की शुरुआत होगी।
कांग्रेस का कहना है कि वह सामाजिक न्याय और सभी जातियों को सम्मान और अधिकार दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। इन सम्मेलनों के जरिए पार्टी न केवल पिछड़े वर्गों को एकजुट करेगी बल्कि यह भी दिखाएगी कि संसद में उनकी आवाज बुलंद कर रही है। पार्टी नेताओं का मानना है कि यह अभियान उत्तर प्रदेश में सामाजिक न्याय के मुद्दे को नई दिशा देगा और ओबीसी समुदायों में कांग्रेस की पैठ मजबूत करेगा।