लखनऊ में CM Yogi Adityanath ने किया गोमती बुक फेस्टिवल का उद्घाटन, बच्चों को दिए किताबें और चॉकलेट

लखनऊ में CM Yogi Adityanath ने किया गोमती बुक फेस्टिवल का उद्घाटन, बच्चों को दिए किताबें और चॉकलेट

उत्तर प्रदेश के CM Yogi Adityanath ने शनिवार को लखनऊ में गोमती बुक फेस्टिवल का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने बच्चों को किताबें और चॉकलेट बांटी। कार्यक्रम के दौरान एक बच्ची ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कहा, “देश को आप जैसे प्रधानमंत्री चाहिए।” इस पर मुख्यमंत्री मुस्कुराए और बोले, “देश को मेरे जैसे नहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे नेता की जरूरत है।” इस क्षण ने वहां मौजूद सभी लोगों के बीच मुस्कान फैला दी, क्योंकि बच्ची ने ‘सीएम’ की जगह ‘पीएम’ का प्रयोग कर दिया था।

बच्चों को रचनात्मक किताबें देने की अपील

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि पाठ्यक्रम की किताबों के साथ-साथ उन्हें रचनात्मक किताबें भी दी जानी चाहिए। इस कदम से बच्चों में नए विचारों और संवेदनाओं का विकास होगा। उन्होंने कहा, “शिक्षा और अध्ययन का एक सुंदर समय था, जब वैदिक काल में बच्चों को केवल ज्ञान ही नहीं बल्कि जीवन के हर पहलू की शिक्षा भी दी जाती थी।” मुख्यमंत्री ने आगे यह भी कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं होना चाहिए बल्कि यह बच्चों की कल्पनाशीलता और रचनात्मकता को भी बढ़ावा देना चाहिए।

गौतम बुद्ध और आकांक्षा हाट का उद्घाटन

गोमती बुक फेस्टिवल के उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में उत्तर प्रदेश की पहली डबल-डेकर इलेक्ट्रिक (ईवी) बस का भी उद्घाटन किया। इस बस के संचालन से पर्यावरण को लाभ मिलेगा और साथ ही सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था में सुधार होगा। इसके साथ ही “आकांक्षा हाट” का भी उद्घाटन किया गया, जो एक प्रकार का हस्तशिल्प बाजार है, जहां स्थानीय कलाकार और कारीगर अपनी कलाकृतियों को बेच सकेंगे। मुख्यमंत्री ने इन पहलों को राज्य के विकास के लिए सकारात्मक कदम बताया।

गोमती बुक फेस्टिवल: एक आकर्षक आयोजन

गोमती बुक फेस्टिवल 9 नवंबर को लखनऊ में शुरू हुआ और यह 17 नवंबर तक चलेगा। यह पूरी तरह से टिकट-फ्री है, जिससे पुस्तक प्रेमियों को इसमें भाग लेने का अच्छा मौका मिलेगा। इस फेस्टिवल में 1,000 से अधिक स्टॉल लगाए गए हैं और 200 से अधिक प्रकाशक इसमें भाग ले रहे हैं। इस फेस्टिवल में साहित्य, कला, विज्ञान, धर्म और संस्कृति से संबंधित किताबें विभिन्न भाषाओं में उपलब्ध होंगी।

मुख्यमंत्री ने इस फेस्टिवल को ज्ञान और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण बताया। उनका मानना है कि ऐसे आयोजनों से लोगों में किताबों के प्रति प्रेम बढ़ेगा और यह बच्चों और युवाओं को शिक्षा की ओर प्रेरित करेगा।

बुक फेस्टिवल: उत्तर प्रदेश के सांस्कृतिक और शैक्षिक दृष्टिकोण से एक कदम आगे

उत्तर प्रदेश में आयोजित इस फेस्टिवल का महत्व केवल शैक्षिक दृष्टिकोण से ही नहीं बल्कि सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी बढ़ जाता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार न केवल ऐसे आयोजनों के माध्यम से शिक्षा के स्तर को सुधारने की कोशिश कर रही है बल्कि राज्य की सांस्कृतिक धरोहर और कला को बढ़ावा देने का भी कार्य कर रही है।

लखनऊ में CM Yogi Adityanath ने किया गोमती बुक फेस्टिवल का उद्घाटन, बच्चों को दिए किताबें और चॉकलेट

उन्होंने कहा कि यह आयोजन हमारी आने वाली पीढ़ियों को हमारे सांस्कृतिक विरासत और पुस्तक संस्कृति से जोड़ने का एक उत्कृष्ट अवसर प्रदान करेगा। फेस्टिवल में बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों के लिए विभिन्न प्रकार की किताबों का विशाल संग्रह भी उपलब्ध होगा।

शिक्षा और संस्कृति का संगम

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर शिक्षा और संस्कृति को एक-दूसरे के पूरक बताया। उन्होंने कहा कि शिक्षा केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं होनी चाहिए बल्कि यह व्यक्तित्व के समग्र विकास का माध्यम भी होनी चाहिए। उन्होंने वैदिक काल का उदाहरण देते हुए कहा कि उस समय शिक्षा केवल ज्ञान का संचार नहीं था बल्कि जीवन जीने की कला का भी हिस्सा था। योगी आदित्यनाथ का मानना है कि वर्तमान समय में भी शिक्षा का यही उद्देश्य होना चाहिए, जो बच्चों और युवाओं में सामाजिकता, नैतिकता और जीवन के हर पहलू का विकास करे।

राज्य की पहली डबल-डेकर इलेक्ट्रिक बस

मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश की पहली डबल-डेकर इलेक्ट्रिक बस का उद्घाटन करके राज्य में पर्यावरणीय सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग से न केवल वायु प्रदूषण कम होगा बल्कि यह राज्य के सार्वजनिक परिवहन को भी आधुनिक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

आकांक्षा हाट: स्थानीय हस्तशिल्प को प्रोत्साहन

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उद्घाटन किया गया “आकांक्षा हाट” स्थानीय कलाकारों और शिल्पकारों के लिए एक बड़ा मंच है। यहां पर वे अपने हाथ से बनाई गई वस्तुओं को प्रदर्शित और बेच सकेंगे। इस प्रकार के हाट के माध्यम से राज्य सरकार स्थानीय हस्तशिल्प को न केवल प्रोत्साहित कर रही है बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त भी बना रही है।

गोमती बुक फेस्टिवल का विशेष आकर्षण

लखनऊ में आयोजित गोमती बुक फेस्टिवल न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि देशभर के पुस्तक प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यहां विभिन्न विषयों और भाषाओं की किताबें उपलब्ध हैं, जो विभिन्न आयु वर्ग के लोगों को आकर्षित कर रही हैं। बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों के लिए इस फेस्टिवल में विज्ञान, कला, साहित्य, धर्म, इतिहास, और अन्य कई विषयों पर आधारित किताबों का खजाना मौजूद है।

यह फेस्टिवल न केवल पुस्तक प्रेमियों के लिए बल्कि उन सभी के लिए है जो ज्ञान और संस्कृति में रुचि रखते हैं। यहां लोग अपने परिवारों के साथ आकर न केवल किताबों का आनंद ले सकते हैं बल्कि उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक विविधता का भी अनुभव कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री का संदेश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस फेस्टिवल को राज्य के सांस्कृतिक और शैक्षिक विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इस फेस्टिवल में शामिल हों और बच्चों को रचनात्मक किताबें पढ़ने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि यह फेस्टिवल समाज में शिक्षा के महत्व को समझाने और पुस्तक संस्कृति को बढ़ावा देने का एक उत्कृष्ट माध्यम है।

गोमती बुक फेस्टिवल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस पहल से यह स्पष्ट होता है कि उत्तर प्रदेश सरकार राज्य की शैक्षिक ढांचे को मजबूत करने के साथ-साथ बच्चों, युवाओं और समाज के सभी आयु वर्ग के लोगों में पढ़ाई और किताबों के प्रति प्रेम को प्रोत्साहित करना चाहती है। इस प्रकार के आयोजन राज्य में ज्ञान का प्रसार करेंगे और सामाजिक और सांस्कृतिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

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