Chhath Geet 2024: दीवाली का त्योहार आते ही लोक आस्था का महापर्व छठ की तैयारी भी शुरू हो गई है। इस वर्ष छठ पूजा का संध्या और प्रातः अर्घ्य 7 और 8 नवंबर को होगा। छठी मैया की पूजा के लिए मन में भावनाएं उमड़ने लगी हैं। इसी बीच, पावर स्टार पवन सिंह ने अपना नया भोजपुरी छठ गीत ‘साबे घाटे चल गईल’ रिलीज किया है। यह एक ऐसा गीत है, जिसमें आस्था और पूजा के साथ-साथ भावनात्मक पल भी शामिल हैं। इस गाने को सुनकर आपकी आंखें नम हो जाएंगी।
पवन सिंह का नया छठ गीत
‘साबे घाटे चल गईल’ गीत 30 अक्टूबर को ‘DRJ Records’ चैनल पर रिलीज किया गया था। रिलीज के साथ ही इस गाने को लाखों लोगों ने देखा और इसकी प्रशंसा की। पवन सिंह और पालक मुचाल की गहरी आवाज में गाए गए इस गीत ने सुनने वालों को मंत्रमुग्ध कर दिया है। इस गाने का म्यूजिक वीडियो भी बेहद भावनात्मक है, जिसमें एक महिला पीले साड़ी में छठ की तैयारी में जुटी हुई नजर आ रही है।
वीडियो में हम देखते हैं कि कैसे डौरा सजाया जा रहा है। सभी घाट की ओर जा रहे हैं, लेकिन वह अपने बीमार पति के पास बैठकर रो रही है। यह दृश्य छठ की भावनाओं को और गहरा बनाता है। पवन सिंह और पालक मुचाल की आवाज ने इस गाने को एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है, और इसे सुनते ही छठ की पूजा का माहौल बन जाता है।
गीत की रचना और संगीत
इस गाने के बोल अरुण बिहारी ने लिखे हैं, जबकि इसकी संगीत रचना छोटे बाबा ने की है। वीडियो का निर्देशन रवि पंडित ने किया है। गाने की लिरिक्स इस तरह हैं:
“पहले पियरे साड़ी, मने मने दुखी बाड़ी, तबो बारात करेनी हो। डौरा सजियावतदी, के अजे जोहतदी, अहि सोची हहारेली हो। लोरवा से भिंजे आचारवा, कोसिया भरेली हो। हर बार जब तू चलती, तू बन जाती गईल।”
इन पंक्तियों में छठ की कठिनाइयों और भावनाओं का वर्णन किया गया है, जो कि बहुत ही गहराई से दर्शाती है कि छठ पूजा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह एक परिवार और समाज की भावना को भी जोड़ता है।
आस्था और भावनाएं
छठ पूजा का महत्व केवल धार्मिक नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक पर्व भी है, जो परिवारों को एकजुट करता है। इस पूजा के दौरान लोग एक दूसरे के साथ मिलकर अपने दुखों और खुशियों को बांटते हैं। पवन सिंह के इस गीत ने उन भावनाओं को उजागर किया है, जिन्हें लोग छठ पूजा के दौरान महसूस करते हैं।
गाने के वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे एक पत्नी अपने पति के प्रति अपने कर्तव्यों को निभाने के साथ-साथ छठ पूजा की तैयारी में जुटी हुई है। यह दृश्य एक आम जीवन की सच्चाई को दर्शाता है, जहां परिवार और पूजा का महत्व एक दूसरे से जुड़ा होता है।
छठ पूजा का सांस्कृतिक महत्व
छठ पूजा को लेकर मान्यता है कि यह सूर्य देवता और छठी मैया की पूजा का पर्व है, जिसमें लोग उपवास रखकर अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए अर्घ्य देते हैं। इस पर्व का आयोजन खासकर बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल में धूमधाम से किया जाता है। इस पूजा के दौरान लोग न केवल पूजा अर्चना करते हैं, बल्कि यह उनके पारिवारिक बंधनों को भी मजबूत करता है।
दर्शकों की प्रतिक्रिया
पवन सिंह के इस गाने पर दर्शकों की प्रतिक्रियाएं भी देखने लायक हैं। सोशल मीडिया पर फैंस इस गाने की तारीफ कर रहे हैं और इसे छठ पूजा के लिए एक बेहतरीन गीत मान रहे हैं। कई प्रशंसक इस गाने को सुनकर भावुक हो गए हैं और अपनी भावनाओं को व्यक्त कर रहे हैं।
पवन सिंह का ‘साबे घाटे चल गईल’ छठ पूजा के लिए एक महत्वपूर्ण गीत साबित होता जा रहा है। इसकी भावनात्मक गहराई और छठ पूजा की सच्चाइयों को उजागर करने वाले बोल इस गाने को एक खास पहचान देते हैं। जैसे-जैसे छठ पूजा नजदीक आ रही है, यह गाना लोगों के दिलों में अपनी जगह बना रहा है।
पवन सिंह का यह नया गीत न केवल उनकी गायकी का एक उत्कृष्ट उदाहरण है, बल्कि यह भोजपुरी सिनेमा में छठ पूजा के महत्व को भी दर्शाता है। यह गीत न केवल भावनाओं को छूने वाला है, बल्कि यह एक संदेश भी देता है कि पूजा के दौरान परिवार और आस्था का कितना बड़ा महत्व होता है। इस प्रकार, ‘साबे घाटे चल गईल’ छठ पूजा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनने की ओर अग्रसर है, और इसे सुनकर हर कोई छठी मैया की कृपा में डूब जाएगा।