Change in Gorakhpur: गोरखपुर शहर में परिवहन संबंधी समस्याओं को सुलझाने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। विशेष रूप से, पैडलेगंज से फिराक गोरखपुरी चौक तक के मार्ग पर पार्किंग सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। यह निर्णय शहर में बढ़ते जाम और पार्किंग की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। इस लेख में हम इस महत्वपूर्ण पहल के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे और देखेंगे कि यह गोरखपुर के नागरिकों के लिए किस प्रकार की राहत लेकर आएगी।
पार्किंग स्थान का निर्माण
गोरखपुर के आयुक्त अनिल ढिंगरा के निर्देशों पर, लोक निर्माण विभाग (PWD), नगर निगम और सदर तहसील प्रशासन ने पार्किंग स्थान की तलाश शुरू कर दी है। चार लेन का यह मार्ग, जो पैडलेगंज से फिराक गोरखपुरी चौक तक फैला है, पहले से ही चौड़ा किया जा चुका है। हालाँकि, इस चौड़ी सड़क पर वाहन लगातार आधी सड़क पर पार्क किए जा रहे हैं, जिससे जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है।
अस्पतालों की निकटता
इस मार्ग पर कई बड़े अस्पताल स्थित हैं, जो इस समस्या को और भी गंभीर बना रहे हैं। अस्पताल के कर्मचारियों और मरीजों के साथियों को अक्सर अपनी दोपहिया और चारपहिया वाहनों को सड़क पर ही पार्क करने के लिए मजबूर होना पड़ता है। इससे न केवल जाम की समस्या बढ़ती है, बल्कि सड़क पर चलने वाले अन्य वाहनों को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
जाम की स्थिति
हाल ही में, छात्र संघ चौक से आगे बढ़ते समय, देखा गया कि सड़क के दोनों लेनों में वाहन पार्क किए गए हैं, जो जाम की स्थिति का मुख्य कारण है। सिविल कोर्ट के दक्षिणी गेट के पास भी इसी प्रकार की स्थिति देखने को मिली। मोहद्दीपुर निवासी राकेश तिवारी ने बताया कि सड़क की चौड़ाई बढ़ाने का कोई लाभ नहीं है जब तक कि सड़क पर पार्किंग की उचित व्यवस्था न हो।
आयुक्त का निर्देश
आयुक्त अनिल ढिंगरा ने PWD अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे नगर निगम और सदर तहसील के SDM के साथ समन्वय करके पार्किंग स्थल की पहचान करें और पार्किंग स्थल का निर्माण करें। यह दिशा-निर्देश पार्किंग की कमी के कारण उत्पन्न हो रही समस्याओं के समाधान के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
चार-लेन का निर्माण
मुख्यमंत्री के निर्देश पर, 15 मार्च 2023 को इस मार्ग को चार-लेन बनाने का कार्य शुरू हुआ था। 277 करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित इस सड़क का 70 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। PWD के अनुसार, अब तक 242 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं।
निर्माण कार्य की प्रगति
हाल ही में आयोजित एक समीक्षा बैठक में, आयुक्त ने PWD के अधिकारियों से जानकारी ली और उन्हें बताया गया कि 16 नवंबर तक निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। सड़क के साथ-साथ, दोनों ओर नालियों का भी निर्माण किया जा रहा है, जो कि सड़क के इर्द-गिर्द की जल निकासी की व्यवस्था को बेहतर बनाएगा।
स्थानीय नागरिकों की अपेक्षाएँ
गोरखपुर के निवासी इस विकास कार्य को लेकर उत्साहित हैं, लेकिन उन्हें उचित पार्किंग की सुविधाओं की आवश्यकता है। स्थानीय नागरिकों का मानना है कि यदि पार्किंग की उचित व्यवस्था नहीं की गई तो सड़क चौड़ी करने का कोई फायदा नहीं होगा। नागरिकों की अपेक्षा है कि प्रशासन इस दिशा में शीघ्र कार्यवाही करेगा ताकि उन्हें जाम और पार्किंग की समस्याओं से निजात मिल सके।
संभावित चुनौतियाँ
हालांकि, पार्किंग की सुविधा स्थापित करना एक सकारात्मक कदम है, लेकिन इसके साथ कुछ चुनौतियाँ भी हैं। एक तरफ, पार्किंग स्थान के निर्माण के लिए भूमि की पहचान करना एक चुनौती हो सकता है, वहीं दूसरी तरफ, स्थानीय व्यापारियों और निवासियों की सहमति भी आवश्यक होगी। प्रशासन को इन सभी पहलुओं पर ध्यान देना होगा ताकि विकास कार्य सुचारू रूप से आगे बढ़ सके।