Bihar Elections 2025: आज पटना में कांग्रेस की कार्यसमिति की बैठक हुई। बिहार चुनाव को लेकर कांग्रेस कमर कस रही है। वहीं आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी के बयान ने सियासी सरगर्मियां बढ़ा दी हैं। तिवारी ने 2020 के चुनावों का ठीकरा कांग्रेस पर फोड़ते हुए कहा कि अगर कांग्रेस नहीं होती तो तेजस्वी की सरकार बन सकती थी। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में आरजेडी बड़ी पार्टी है और उनकी ताकत ज्यादा है। 2020 में कांग्रेस ने 70 सीटों में से केवल 19 पर जीत हासिल की थी।
मृत्युंजय तिवारी ने ओवैसी के बयान पर भी पलटवार किया। उन्होंने कहा कि ओवैसी की मंशा साफ नहीं है और वह खुद भाजपा की बी टीम के तौर पर काम कर रहे हैं। तिवारी ने आरोप लगाया कि ओवैसी राजद को धमकी देकर गठबंधन करना चाहते थे और यह किसी के इशारे पर कर रहे हैं।
2020 के बिहार चुनाव में कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा और केवल 19 सीटें ही जीत सकी। सूत्रों के अनुसार, इस बार भी कांग्रेस 70 सीटों की मांग कर रही है, लेकिन आरजेडी उनकी सीटों में कटौती कर सकती है। पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की 70 सीटों में से 8 सीटों पर 5 हजार से भी कम वोट पड़े थे, जबकि 27 सीटों पर ठीक-ठाक प्रदर्शन हुआ था।
बीते दिनों आरजेडी ने कांग्रेस को दो-टूक जवाब दिया था। सूत्रों के मुताबिक, आरजेडी ने कहा कि जिताऊ-हराऊ सीटों के नाम पर अदला-बदली स्वीकार नहीं है। मुकेश सहनी, पशुपति पारस और हेमंत सोरेन की नई एंट्री के कारण आरजेडी तिकड़म बैठाने में लगी है। सूबे की 243 विधानसभा सीटों में से कुछ सीटें इन तीनों दलों को भी देनी होंगी, जिससे कांग्रेस को नुकसान हो सकता है और उनकी 70 सीटों की मांग पूरी नहीं हो पाएगी।