Basti: एंटी रोमियो टीम थाना दुबौलिया द्वारा मिशन शक्ति फेज 5 के तहत महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा और जागरूकता के लिए एक विशेष अभियान चलाया गया। इस अभियान के अंतर्गत टीम ने विभिन्न स्थानों पर चेकिंग करते हुए महिलाओं और लड़कियों को महिला-संबंधित अपराधों और साइबर क्राइम से बचाव के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। साथ ही, उन्हें सुरक्षा और बचाव के उपायों के साथ-साथ कई हेल्पलाइन नंबर भी प्रदान किए गए ताकि किसी आपात स्थिति में वे त्वरित सहायता प्राप्त कर सकें।
महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान
मिशन शक्ति फेज 5 के तहत एंटी रोमियो टीम ने थाना दुबौलिया के विभिन्न क्षेत्रों में चेकिंग अभियान चलाया, जिसमें स्कूलों, कॉलेजों, बाजारों, और सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं और बालिकाओं से सीधा संवाद किया गया। इस दौरान टीम ने उन्हें बताया कि यदि वे किसी भी प्रकार की छेड़छाड़, उत्पीड़न या अन्य अपराध का सामना करती हैं, तो किस प्रकार कानून और पुलिस उनकी सहायता के लिए तैयार हैं।
महिला सुरक्षा से संबंधित कई महत्वपूर्ण कानूनों की जानकारी दी गई, जैसे कि यौन उत्पीड़न, घरेलू हिंसा, और साइबर अपराधों से जुड़े कानून। टीम ने महिलाओं को यह भी बताया कि यदि वे किसी साइबर अपराध, जैसे कि सोशल मीडिया पर उत्पीड़न या अनुचित संदेशों का सामना करती हैं, तो वे किस प्रकार अपनी सुरक्षा कर सकती हैं और कानून के तहत मदद प्राप्त कर सकती हैं।
महिलाओं और बालिकाओं को हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी
Basti पुलिस की एंटी रोमियो टीम ने इस जागरूकता अभियान के दौरान महिलाओं और बालिकाओं को कई महत्वपूर्ण हेल्पलाइन नंबर दिए, जिनसे वे किसी भी आपात स्थिति में त्वरित सहायता प्राप्त कर सकती हैं। टीम ने 112 (पुलिस आपातकालीन सेवा), 1090 (वुमन पॉवर लाइन), 181 (महिला हेल्पलाइन), 1098 (चाइल्ड हेल्पलाइन) जैसे नंबरों की जानकारी दी। इन हेल्पलाइन नंबरों का महत्व समझाते हुए पुलिस ने बताया कि किसी भी संकट की स्थिति में ये नंबर महिलाओं की सुरक्षा के लिए तत्पर हैं और उनका उपयोग किसी भी समय किया जा सकता है।
साइबर क्राइम से सुरक्षा के उपाय
एंटी रोमियो टीम ने महिलाओं को साइबर अपराधों से बचने के तरीकों पर भी विशेष ध्यान दिया। सोशल मीडिया पर बढ़ते अपराधों को देखते हुए पुलिस ने उन्हें साइबर सुरक्षा के लिए मजबूत पासवर्ड रखने, व्यक्तिगत जानकारी साझा न करने, और संदिग्ध लिंक या संदेशों से सावधान रहने की सलाह दी। इसके साथ ही, पुलिस ने बताया कि किसी भी साइबर अपराध की शिकायत महिला पुलिस स्टेशनों या साइबर सेल में की जा सकती है और इसके लिए विशेष त्वरित कार्रवाई की जाती है।
टीम ने यह भी बताया कि यदि किसी महिला के सोशल मीडिया अकाउंट्स का गलत इस्तेमाल किया जाता है या उनकी निजी तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ की जाती है, तो वे तुरंत साइबर सेल में शिकायत कर सकती हैं और उन्हें पूर्ण सहयोग मिलेगा।
चेकिंग और जागरूकता अभियान का प्रभाव
Basti पुलिस का यह अभियान महिलाओं और बालिकाओं के बीच काफी प्रभावी रहा। इस अभियान से न केवल उन्हें कानून और उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया, बल्कि उन्हें यह विश्वास दिलाया गया कि पुलिस उनकी सुरक्षा के लिए हमेशा तत्पर है। कई महिलाओं और लड़कियों ने इस अभियान के दौरान सवाल पूछे और अपने अनुभव साझा किए, जिससे पुलिस को भी यह समझने का अवसर मिला कि किन क्षेत्रों में और जागरूकता फैलाने की जरूरत है।
महिला सुरक्षा पर जोर देते हुए पुलिस ने यह भी कहा कि इस प्रकार के जागरूकता अभियान भविष्य में भी चलते रहेंगे, ताकि समाज में महिलाओं के प्रति हो रहे अपराधों को रोका जा सके और वे खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें।
महिला सशक्तिकरण और सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
मिशन शक्ति फेज 5 का यह अभियान उत्तर प्रदेश सरकार के महिला सशक्तिकरण और सुरक्षा के उद्देश्यों को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सरकार और पुलिस प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि महिलाओं को सुरक्षा, कानूनी अधिकारों और बचाव के तरीकों की पूरी जानकारी हो और वे किसी भी प्रकार के उत्पीड़न या अपराध से निपटने के लिए सशक्त महसूस करें।
Basti पुलिस की यह पहल दिखाती है कि सरकार और प्रशासन महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर हैं और उन्हें एक सुरक्षित और सशक्त वातावरण प्रदान करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। महिलाओं ने भी इस जागरूकता अभियान की सराहना की और कहा कि इससे उन्हें अपने अधिकारों और सुरक्षा उपायों के बारे में अधिक जानकारी मिली है, जो उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने में मददगार साबित होगी।