Basti news: बस्ती जिले के सदर ब्लॉक स्थित शोकापुरवा गांव में फॉरेंसिक साइंस लैब और आईटीआई तक पहुंचने के लिए जल्द ही 1.4 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण किया जाएगा। यह सड़क बस्ती-महसो रोड से फॉरेंसिक लैब और आईटीआई तक जाने वाली मुख्य सड़क से जुड़ी होगी। इसके निर्माण पर कुल 3 करोड़ 24 लाख 52 हजार रुपये की लागत आएगी। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने इस सड़क के निर्माण के लिए प्रस्ताव सरकार को भेज दिया है, और इसे मंजूरी मिलने के बाद कार्य शुरू होगा। इस सड़क के बनने से न केवल फॉरेंसिक लैब और आईटीआई के छात्रों और कर्मचारियों को सुविधा मिलेगी, बल्कि कुवानो नदी के किनारे बसे दर्जनों गांवों के निवासियों को भी आवागमन में राहत मिलेगी।
सड़क निर्माण की आवश्यकता
शोकापुरवा गांव में पहले से ही आईटीआई चिलवनिया का निर्माण हो चुका है, जो कुवानो नदी के किनारे बस्ती-महसो रोड पर स्थित है। इस आईटीआई का निर्माण दो साल पहले पूरा हुआ था, लेकिन अब तक यहां तक पहुंचने के लिए कोई पक्की सड़क नहीं थी, जिससे लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। इसके अलावा, पिछले साल ही गृह विभाग ने यहां एक मंडल स्तरीय फॉरेंसिक साइंस लैब का निर्माण शुरू किया था, जो इस साल दिसंबर तक पूरा होने की उम्मीद है।
हालांकि, इस क्षेत्र तक पहुंचने के लिए जिस सड़क का उपयोग किया जा रहा है, वह काफी जर्जर हो चुकी है और उस पर चलना मुश्किल हो गया है। सड़क पर पड़ी दरारों और गड्ढों के कारण आवागमन कठिन हो गया है, और लोग इसे पैदल मार्ग के रूप में उपयोग करने के लिए मजबूर हैं। इसके चलते न केवल सरकारी कर्मचारियों को दिक्कत हो रही है, बल्कि आसपास के गांवों के लोगों और आईटीआई के छात्रों को भी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
फॉरेंसिक लैब और आईटीआई के लिए नई सड़क का प्रस्ताव
फॉरेंसिक लैब और आईटीआई तक आसानी से पहुंचने के लिए पीडब्ल्यूडी के निर्माण खंड 1 ने 1.4 किलोमीटर लंबी सड़क बनाने का प्रस्ताव तैयार किया है। यह सड़क राज्य सड़क निधि से बनाई जाएगी और इसका प्रति किलोमीटर निर्माण खर्च 2 करोड़ 31 लाख 80 हजार रुपये होगा। इस सड़क के निर्माण के लिए कुल 3 करोड़ 24 लाख 52 हजार रुपये का बजट तय किया गया है।
पीडब्ल्यूडी के कार्यकारी अभियंता अवधेश कुमार ने बताया कि इस सड़क निर्माण के लिए प्रस्ताव सरकार को भेजा जा चुका है और जैसे ही इसे मंजूरी मिलेगी, निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
सड़क निर्माण का महत्त्व
सड़कें किसी भी क्षेत्र के विकास का महत्वपूर्ण हिस्सा होती हैं। एक बेहतर सड़क न केवल लोगों के जीवन को आसान बनाती है, बल्कि व्यापार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में भी सुधार लाती है। शोकापुरवा गांव में बनने वाली यह नई सड़क आईटीआई के छात्रों और फॉरेंसिक लैब में आने-जाने वाले सरकारी कर्मचारियों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगी। इसके अलावा, यह सड़क आसपास के गांवों के निवासियों के लिए भी एक प्रमुख आवागमन मार्ग होगी।
कुवानो नदी के किनारे बसे गांवों के लोग भी इस सड़क के बनने से अपने दैनिक कामों को और आसानी से कर सकेंगे। यह सड़क गांव के लोगों को बस्ती-महसो रोड से सीधा जोड़ देगी, जिससे वे बाजार और अन्य आवश्यक स्थानों तक आसानी से पहुंच सकेंगे।
प्रस्ताव के पीछे की प्रक्रिया
इस सड़क निर्माण के लिए पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने कई चरणों में काम किया। पहले, पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता उमेश कुमार विश्वकर्मा और हरिराम प्रसाद की टीम ने क्षेत्र का सर्वेक्षण किया। इसके बाद, उन्होंने पूरी योजना तैयार की और इसके लिए 3.25 करोड़ रुपये का अनुमानित बजट बनाया।
इसके बाद, यह प्रस्ताव कार्यकारी अभियंता अवधेश कुमार की देखरेख में सरकार को भेजा गया। प्रस्ताव की मंजूरी मिलते ही आगे की प्रक्रिया शुरू होगी और सड़क निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा।
सड़क निर्माण के बाद की उम्मीदें
इस सड़क के निर्माण के बाद फॉरेंसिक लैब और आईटीआई तक पहुंचना बेहद आसान हो जाएगा। इसके साथ ही, यह मार्ग प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के निरीक्षण के लिए भी सुगम होगा, जो अक्सर इस क्षेत्र का दौरा करते रहते हैं।
यह सड़क केवल सरकारी संस्थानों तक ही सीमित नहीं रहेगी, बल्कि आस-पास के गांवों के लोगों के लिए भी एक मुख्य मार्ग बनेगी। स्थानीय लोग इसे अपने दैनिक कामों के लिए उपयोग कर सकेंगे, और उनके आवागमन में भी सुधार होगा।