Basti: इजराइल राजदूत रुवेन अजार और उनकी पत्नी राचेल अजार ने बुधवार को बंजरिया स्थित इंडो-इजराइल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर मैंगो का दौरा किया। इस दौरे का उद्देश्य भारत-इजराइल मित्रता को और मजबूत करना और केंद्र में चल रहे कार्यक्रमों की प्रगति की जांच करना था।
राजदूत के साथ इस दौरान दूतावास के प्रोजेक्ट ऑफिसर ब्रह्मदेव, मिशन ऑफिसर पंकज शुक्ल और डॉ. वीरेंद्र सिंह, संयुक्त निदेशक भी मौजूद रहे।
इस दौरान अधिकारियों ने बागवानी के पौधों के उत्पादन और आम के ग्राफ्टेड पौधों के उत्पादन के साथ-साथ क्षेत्र में किए गए इजराइल तकनीकी प्रदर्शन की निगरानी की। उन्हें केंद्र में आम के पौधों की सामान्य और रंगीन प्रजातियों की बिक्री के बारे में जानकारी दी गई। किसानों में गौरजीत प्रजाति और रंगीन प्रजातियों की सबसे अधिक मांग है।
इजराइल राजदूत ने खेत में विभिन्न रंग की प्रजातियों के नए आम के पौधे भी लगाए। इसके बाद, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के प्रशासनिक भवन के ऑडिटोरियम में जिले के प्रगतिशील किसानों को मिनी किट्स भी वितरित की गईं, जिसमें विभागीय सब्जियों के बीज थे।
राजदूत रुवेन अजार ने अधिकारियों और प्रगतिशील किसानों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इजराइल तकनीक का प्रदर्शन बंजरिया स्थित आम के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में भारत और इजराइल के बीच तकनीकी सहयोग के साथ किया गया है।
इस अवसर पर, उन्होंने केंद्र में चल रहे विभिन्न कार्यक्रमों की सराहना की और इसे भारत-इजराइल सहयोग का एक उत्कृष्ट उदाहरण बताया। राजदूत ने बताया कि इस प्रकार के कार्यक्रम न केवल कृषि के क्षेत्र में विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि वे दोनों देशों के बीच आपसी संबंधों को भी मजबूत करते हैं।
अंत में, उन्होंने सभी उपस्थित लोगों को इस तकनीकी सहयोग का अधिकतम लाभ उठाने की अपील की, ताकि किसान अपनी फसल उत्पादन में वृद्धि कर सकें और अपने आर्थिक स्थिति को बेहतर बना सकें।
इस दौरे ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारत और इजराइल कृषि क्षेत्र में तकनीकी सहयोग को लेकर कितने गंभीर हैं, और दोनों देशों के बीच के संबंधों को और भी प्रगाढ़ करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।