Bahraich Encounter: बहराइच के महसी के महाराजगंज इलाके में हालात अब सामान्य हो रहे हैं, लेकिन गुरुवार को पुलिस और एसटीएफ ने रामगोपाल मिश्रा की हत्या के आरोपी का एनकाउंटर कर दिया। कहा जा रहा है कि दोनों आरोपी नेपाल भागने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया और मुठभेड़ के दौरान दोनों को गोली लगी।
गुरुवार को पुलिस ने रामगोपाल मिश्रा के हत्यारे सरफराज का एनकाउंटर किया। मुख्य आरोपी रिंकू उर्फ सरफराज और तालिब को पुलिस मुठभेड़ में गोली लगी। मुख्य आरोपी सरफराज नेपाल भागने की फिराक में था, तभी यह मुठभेड़ नेपाल सीमा के पास हंडा बसेहारी नहर के निकट हुई।
नेपाल भागने की फिराक में थे आरोपी
जानकारी के अनुसार, दोनों आरोपी अपने रिश्तेदारों के साथ नेपाल भागने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने एसटीएफ और पुलिस टीम पर फायरिंग की, जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। बताया जा रहा है कि दोनों आरोपी बाइक के जरिए नेपाल की खुली सीमा से भागने की कोशिश कर रहे थे। तभी पुलिस ने उनकी घेराबंदी कर ली और मुठभेड़ के दौरान पुलिस की गोली लगने से दोनों आरोपी घायल हो गए। दोनों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
नेपाल से जुड़े थे संबंध
अस्पताल में भर्ती आरोपी की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है। पुलिस के अनुसार, आरोपियों के नेपाल से पुराने संबंध रहे हैं और इसी कारण वे नेपाल भागने की कोशिश कर रहे थे। इस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस और एसटीएफ नेपाल के अधिकारियों के संपर्क में भी थे। पुलिस ने आरोपियों की गतिविधियों पर निगरानी रखी हुई थी और आखिरकार नेपाल सीमा के पास यह मुठभेड़ हो गई।
पुलिस की सख्ती और इंटरनेट सेवाएं बहाल
गुरुवार को पांचवें दिन बहराइच में इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गईं। पुलिस-प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों से दूर रहें और किसी भी तरह की भ्रामक जानकारी पर विश्वास न करें। सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे भ्रामक पोस्टों पर प्रशासन कड़ी नजर बनाए हुए है।
प्रशासन ने चेतावनी दी है कि अगर कोई व्यक्ति गलत जानकारी फैलाता हुआ पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले ही चेतावनी दी थी कि इस हिंसा के मामले में किसी भी तरह की लापरवाही या अफवाह फैलाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
क्या हुआ था बहराइच में?
आपको बता दें कि यह मामला बहराइच के महराजगंज कस्बे का है, जहां दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी। इस हिंसा में 22 वर्षीय रामगोपाल मिश्रा की गोली लगने से मौत हो गई थी और करीब छह अन्य लोग घायल हो गए थे। इसके बाद इलाके में उपद्रवियों ने तोड़फोड़ और आगजनी की थी। दुकानों, घरों, अस्पतालों और वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था। इस हिंसा के बाद पुलिस ने कई अज्ञात और कुछ नामजद लोगों के खिलाफ कई एफआईआर दर्ज की थी।
पुलिस की सख्त कार्रवाई
हिंसा के बाद से ही पुलिस प्रशासन की टीम लगातार कार्रवाई में जुटी हुई थी। पुलिस ने हिंसा में शामिल होने के संदेह में अब तक 55 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं, पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी और मुख्य आरोपियों की तलाश में लगी हुई थी। इस बीच, गुरुवार को सरफराज और तालिब का पुलिस के साथ मुठभेड़ हुआ, जिसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
नेपाल सीमा पर कड़ी नजर
इस मामले में पुलिस प्रशासन और एसटीएफ की सतर्कता ने एक बार फिर साबित कर दिया कि कानून से भागना आसान नहीं है। आरोपियों के नेपाल भागने के प्रयास ने इस बात की पुष्टि की कि उनके नेपाल के साथ गहरे संबंध हैं। यही कारण है कि उत्तर प्रदेश पुलिस और नेपाल के अधिकारियों के बीच भी संपर्क बना हुआ था। पुलिस का यह कदम क्षेत्र में शांति बहाल करने और आरोपियों को गिरफ्तार करने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हुआ है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
इस एनकाउंटर के बाद इलाके के लोगों में एक तरफ जहां राहत है, वहीं दूसरी तरफ शांति बनाए रखने के लिए प्रशासन के प्रयासों की सराहना हो रही है। स्थानीय व्यापारियों ने भी इंटरनेट सेवाओं के बहाल होने पर संतोष व्यक्त किया है। इससे पहले, पांच दिनों तक इंटरनेट बंद रहने से व्यापारिक गतिविधियां प्रभावित हो रही थीं। कई छोटे व्यापारी और दुकानदार जो ऑनलाइन भुगतान पर निर्भर थे, वे व्यापार करने में असमर्थ थे।
अफवाहों से दूर रहने की अपील
पुलिस और प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पवित्र मोहन त्रिपाठी ने कहा, “जो भी व्यक्ति सोशल मीडिया पर भ्रामक जानकारी फैला रहा है, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की जा रही है, लेकिन हम शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”