Aligarh News: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) में मंगलवार को देश के प्रमुख उद्योगपति रतन टाटा के सम्मान में आयोजित एक कार्यक्रम के खिलाफ कुछ छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों ने कार्यक्रम में प्रवेश कर विरोध करने का प्रयास किया, लेकिन प्रॉक्टोरियल टीम ने उन्हें रोक लिया। इस दौरान हल्की झड़प भी हुई। छात्रों के हाथों में तख्तियां थीं, जिन पर रतन टाटा पर इजरायल को रक्षा उपकरण आपूर्ति करने का आरोप लगाया गया, जिसके कारण गाजा में बच्चों की मौत हुई है।
जेएन मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में हुआ आयोजन
यह कार्यक्रम एएमयू के व्यवसाय प्रशासन विभाग द्वारा जेएन मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में एएमयू की कुलपति प्रो. नईमा खातून के साथ सऊदी अरब के किंग फहद यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड मिनरल्स के पूर्व प्रोफेसर अज़हर काज़मी को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। हालाँकि, कुलपति कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकीं।
कार्यक्रम के आरंभ होते ही छात्रों ने जताया विरोध
कार्यक्रम के शुरू होते ही आठ से दस छात्र तख्तियों के साथ ऑडिटोरियम के बाहर पहुंचे। छात्रों के हाथों में तख्तियां देख सुरक्षा बलों ने उन्हें रोक लिया। एक तख्ती पर लिखा था, “गाजा में बच्चों के हत्यारे को सम्मान नहीं।” जानकारी मिलने पर प्रॉक्टर कार्यालय को सूचित किया गया, जिसके बाद डिप्टी प्रॉक्टर प्रो. एस नवाज़ ज़ैदी अपनी टीम के साथ वहां पहुंचे।
लंबे समय तक चली बहस
छात्रों ने डिप्टी प्रॉक्टर के साथ काफी देर तक बहस की। डिप्टी प्रॉक्टर ने कहा कि अगर छात्रों को कोई शिकायत है तो वे इसे लिखित रूप में दे सकते हैं। इस तरह कार्यक्रम का विरोध करना उचित नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि वे एएमयू के माहौल को खराब नहीं होने देंगे। छात्रों की अगुवाई करने वाले एक छात्र ने कहा कि उनकी बात कोई नहीं सुन रहा है। इसका मतलब यह है कि विश्वविद्यालय में उनके लिए कोई जगह नहीं है। विरोध प्रदर्शन करने वाले छात्रों में से कुछ केरल से थे।
केरल के कुछ छात्रों के होने की बात, बातचीत का ऑडियो भी वायरल
प्रदर्शन के दौरान छात्रों और डिप्टी प्रॉक्टर के बीच हुई बातचीत का एक वीडियो भी वायरल हो गया है। डिप्टी प्रॉक्टर ने कहा कि कुछ छात्र कार्यक्रम का विरोध करने के लिए आए थे, जिन्हें समझा-बुझाकर वापस भेज दिया गया। बातचीत के दौरान यह भी सामने आया कि उन्हें समझाकर डिनर के लिए वापस भेजा गया।
विरोध के कारण और एएमयू का रुख
छात्रों ने रतन टाटा पर इजरायल को रक्षा उपकरण आपूर्ति करने का आरोप लगाया, जिसके चलते गाजा में मासूम बच्चों की मौत हुई। छात्रों का कहना है कि वे ऐसे व्यक्ति को सम्मान देने का विरोध कर रहे हैं, जो एक विवादित मुद्दे में शामिल है। हालांकि, एएमयू प्रशासन का मानना है कि विरोध प्रदर्शन विश्वविद्यालय की छवि और अनुशासन के खिलाफ है।
डिप्टी प्रॉक्टर प्रो. एस नवाज़ ज़ैदी ने साफ किया कि विरोध करने का यह तरीका सही नहीं है। अगर छात्रों के पास कोई उचित आपत्ति है, तो उन्हें इसे लिखित में दर्ज कराना चाहिए। एएमयू के अधिकारी इस मामले में शांति और अनुशासन बनाए रखने के पक्ष में हैं और किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में रतन टाटा के सम्मान के कार्यक्रम के खिलाफ छात्रों का विरोध एक विवादास्पद मुद्दा बन गया है। छात्रों का आरोप है कि रतन टाटा का इजरायल के साथ संबंध उनके दृष्टिकोण से गलत है, जबकि एएमयू प्रशासन का मानना है कि इस प्रकार का विरोध विश्वविद्यालय के अनुशासन के खिलाफ है। इस घटनाक्रम ने विश्वविद्यालय के भीतर एक नई बहस को जन्म दिया है कि ऐसे विवादित मुद्दों पर किस तरह से प्रतिक्रिया दी जानी चाहिए।