Varanasi: बह्राइच में मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हंगामे के बाद अब वाराणसी में सतर्कता बढ़ा दी गई है। विजयादशमी के बाद वाराणसी के विभिन्न स्थानों पर स्थापित मूर्तियों का विसर्जन तालाबों और पोखरों में किया जा रहा है। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मूर्ति विसर्जन के लिए तालाबों और पोखरों की ओर जाते हैं, जहां वे सड़कों पर डीजे पर नाचते-गाते हैं और अबीर-गुलाल उड़ाते हैं।
इस दृष्टि से पुलिस प्रशासन ने शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं, ताकि मूर्ति विसर्जन कार्यक्रम को समरस वातावरण में संपन्न किया जा सके। निकटवर्ती पुलिस थानों और क्षेत्रीय अधिकारियों को स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए हैं कि इस दौरान किसी भी प्रकार की गलती न की जाए।
डीसीपी के साथ बैठक
प्राप्त जानकारी के अनुसार, वाराणसी पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने वाराणसी, काशी और गोंमती जोन के डीसीपी के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में उन्होंने जिले में मूर्ति विसर्जन कार्यक्रम के संबंध में चर्चा की।
बैठक के दौरान उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि मूर्ति विसर्जन मार्ग पर पर्याप्त पुलिस मौजूदगी होनी चाहिए, और कार्यक्रम को शांति पूर्वक संपन्न कराने के लिए पूरी तैयारियां की जाएं। दुर्गा पूजा पंडाल से विसर्जन स्थल तक की निगरानी करने के लिए भी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
बड़े और छोटे पंडालों से विसर्जन
सोमवार को यहां बड़े और छोटे पंडालों से बड़ी संख्या में मूर्तियों का विसर्जन किया जाएगा। बह्राइच की घटना के बाद वाराणसी पुलिस आयुक्तालय पूरी तरह से हाई अलर्ट मोड पर है। इसके अलावा, स्थानीय पुलिस प्रशासन को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि यदि कोई गलती होती है तो जिम्मेदार पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
हर कोने में पुलिस बल तैनात
वाराणसी पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने एबीपी न्यूज़ को जानकारी दी कि लोग जिले के विभिन्न स्थानों से मूर्ति विसर्जन के लिए निकलते हैं। इस संदर्भ में, वाराणसी पुलिस प्रशासन के द्वारा सभी तीन जोन के डीसीपी के साथ एक बैठक का आयोजन किया गया।
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल के अनुसार, पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है और कार्यक्रम को शांतिपूर्ण ढंग से समाप्त करने के लिए निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा कि इस दौरान पुलिस बल हर कोने में तैनात रहेगा और दुष्ट तत्वों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। वाराणसी पुलिस आयुक्तालय मूर्तियों के शांतिपूर्ण विसर्जन को सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
प्रशासन की तैयारियां
प्रशासन ने मूर्ति विसर्जन कार्यक्रम को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। मूर्ति विसर्जन के लिए निर्धारित स्थानों पर सुरक्षा बैरिकेड्स लगाए जाएंगे, और वहां उपस्थित पुलिसकर्मियों को विशेष निर्देश दिए जाएंगे। इस कार्यक्रम के दौरान शांति बनाए रखने के लिए, स्थानीय निवासियों को भी सहयोग करने के लिए कहा गया है।
इसी प्रकार, प्रमुख चौराहों पर पुलिस चौकियों की स्थापना की जाएगी, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को तुरंत नियंत्रित किया जा सके। इसके साथ ही, पुलिस अधिकारियों को भी निर्देशित किया गया है कि वे सार्वजनिक स्थलों पर मौजूद लोगों से संवाद करें और उन्हें नियमों का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करें।
लोगों का सहयोग
इस आयोजन के सफल संचालन के लिए लोगों का सहयोग आवश्यक है। वाराणसी पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे मूर्ति विसर्जन कार्यक्रम के दौरान अनुशासन बनाए रखें और किसी भी तरह की अशांति फैलाने से बचें। पुलिस का मानना है कि स्थानीय लोगों की सक्रिय भागीदारी से इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपन्न कराया जा सकता है।
इसके अलावा, प्रशासन ने सामाजिक संगठनों और धार्मिक संस्थाओं के साथ भी संपर्क किया है ताकि वे अपने अनुयायियों को शांति और सद्भावना बनाए रखने के लिए प्रेरित कर सकें।
लापरवाही पर कार्रवाई
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने स्पष्ट किया है कि यदि मूर्ति विसर्जन कार्यक्रम के दौरान किसी प्रकार की लापरवाही होती है, तो दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह निर्णय प्रशासन की ओर से इस मामले की गंभीरता को देखते हुए लिया गया है।
लोगों की सुरक्षा और शांति बनाए रखना प्रशासन की प्राथमिकता है। इसके लिए प्रशासन सभी आवश्यक कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है।